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'ट्रंप के इशारे पर नरेंदर हुए सरेंडर', सीजफायर पर राहुल गांधी का पीएम मोदी पर सबसे बड़ा हमला

राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि डॉनल्ड ट्रंप का फोन आने के बाद मोदी ने 'सरेंडर' कर दिया.

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राहुल गांधी ने सीजफायर को लेकर मोदी पर निशाना साधा है. (India Today)

डॉनल्ड ट्रंप के भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर कराने के दावे को कांग्रेस पार्टी भूलने के मूड में नहीं है. भारत सरकार की ओर से यह साफ किया जा चुका है कि सीजफायर में किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं थी. लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी को इस पर यकीन नहीं है. इसे लेकर उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है. राहुल ने कहा कि डॉनल्ड ट्रंप के एक फोन पर ‘नरेंद्र मोदी ने सरेंडर’ कर दिया. 

राहुल गांधी ने हमला और तीखा करते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस का यही ‘कैरेक्टर’ है, जिसका इतिहास भी गवाह है. उन्होंने 1971 की लड़ाई की याद दिलाते हुए कहा कि तब फोन नहीं आया था बल्कि अमेरिका की 7th फ्लीट आई थी. फिर भी इंदिरा गांधी नहीं झुकीं. 

भोपाल में 3 जून को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 

बीजेपी और RSS वालों को अब मैं अच्छी तरह से जानता हूं. इन पर थोड़ा सा दबाव डालो, थोड़ा सा धक्का मारो, ये डरकर भाग जाते हैं. जैसे उधर से ट्रंप ने एक इशारा किया. फोन उठाया. कहा, मोदी जी क्या कर रहे हो? नरेंदर… सरेंडर … और ‘जी हुजूर’ करके नरेंद्र मोदी जी ने ट्रंप के इशारे का पालन किया.

राहुल गांधी ने आगे कहा, 

आपको एक समय याद होगा जब फोन कॉल नहीं आया था. 7th फ्लीट आई थी. 1971 की लड़ाई में हथियार आए थे. एयरक्राफ्ट कैरियर आए थे. इंदिरा गांधी जी ने कहा था कि मुझे जो करना है मैं करूंगी. ये फर्क है. 

भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा,

इनका कैरेक्टर है ये. ये सारे के सारे ऐसे हैं. आजादी के समय से सरेंडर वाली चिट्ठी लिखने की आदत है. एक सेकेंड में, थोड़ा सा दबाव पड़े, भैया ये लो चिट्ठी. कांग्रेस पार्टी सरेंडर नहीं होती है. गांधी, नेहरू, पटेल… ये सरेंडर वाले लोग नहीं हैं. ये सुपर पावर से लड़ने वाले लोग हैं.

राहुल गांधी ने कहा कि इतिहास गवाह है. BJP-RSS का चरित्र है कि ये हमेशा झुकते हैं. भारत ने 1971 में अमेरिका की धमकी के बावजूद पाकिस्तान को तोड़ा था. कांग्रेस के बब्बर शेर और शेरनियां सुपरपावर्स से लड़ते हैं. कभी झुकते नहीं.

बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष तेज हो गया था. लेकिन 10 मई को अचानक दोनों पक्षों में संघर्षविराम हो गया. दिलचस्प बात ये कि भारत और पाकिस्तान से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने सीजफायर की घोषणा कर दी थी. बाद में अपने कई भाषणों में उन्होंने बार-बार दावा किया कि उन्होंने ही ट्रेड की धमकी देकर दोनों देशों में सीजफायर कराया था. हालांकि भारत ने इस तरह की बातों को सिरे से खारिज किया है.

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