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यूपी में बाल-बाल बचे प्रेमानंद महाराज, पदयात्रा में गिरने लगा पिलर, घटना का वीडियो वायरल

Premanand Maharaj: इन दिनों मथुरा के वृंदावन में श्री हरिवंश महाप्रभु का हितोत्सव मनाया जा रहा है. इसी के लिए यहां के परिक्रमा मार्ग पर कार्यक्रम की तैयारी के लिए साज-सजावट की गई थी. प्रेमानंद महाराज यहीं पदयात्रा करते समय बाल-बाल बचे. घटना का वीडियो वायरल है.

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(वीडियो ग्रैब)

फेमस संत प्रेमानंद महाराज एक बड़े हादसे (Premanand Maharaj Accident) से बच गए. उनकी पदयात्रा के दौरान लोहे का एक भारी पिलर गिरने वाला था. लेकिन मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने समय रहते उस रेलिंग को पकड़ लिया. इसकी वजह से हादसा टल गया. किसी के हताहत होने की ख़बर भी नहीं है. हादसे के बाद सुरक्षा इंतजाम पर सवाल उठाए जा रहे हैं.

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना उत्तर प्रदेश के मथुरा की है. इन दिनों वृंदावन में श्री हरिवंश महाप्रभु का हितोत्सव मनाया जा रहा है. इसी के लिए यहां के परिक्रमा मार्ग पर कार्यक्रम की तैयारी की गई थी.

बुधवार 7 मई को प्रेमानंद महाराज को यहां से गुज़रना था. उनके स्वागत के लिए सजावट और स्वागत गेट बनाए गए थे. साज-सजावट और स्वागत गेट बनाने के लिए लोहे के पिलर का भी इस्तेमाल किया गया था.

प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए मौके पर लोगों की भारी भीड़ मौजूद थी. कार्यक्रम के दौरान जब प्रेमानंद महाराज आश्रम से अपने निवास की ओर जा रहे थे तो यह ढांचा हिलने लगा. ऐसा लगा जैसे कि वह गिरने वाला है. लेकिन समय रहते मौके पर मौजूद लोगों ने गिर रही रेलिंग को पकड़ लिया और हादसा टल गया. 

घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं, घटना के दौरान मौके पर अफरा-तफरी भी मच गई. लोग इधर-उधर भागने लगे. इस बीच प्रेमानंद महाराज ने लोगों से शांत रहने के अपील की. कुछ देर बाद यात्रा बिना किसी परेशानी के पूरी हुई. 

घटना के बाद से सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. श्रद्धालुओं ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता व्यक्त की है. उधर, प्रशासन ने इस मामले में संज्ञान लिया. भविष्य में इस तरह के आयोजन के लिए सुरक्षा के लिए सख़्त इंतज़ाम करने के निर्देश दिए हैं. 

कौन हैं प्रेमानंद महाराज?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रेमानंद महाराज का असली नाम अनिरुद्ध पांडे है. उनका जन्म कानपुर में हुआ था. परिवार में हमेशा से ही भक्ति का माहौल था. उन्होंने 5वीं क्लास से ही गीता का पाठ शुरू कर दिया था. 13 वर्ष की उम्र में उन्होंने संन्यास ले लिया था. बीते कुछ बरसों में वह अपने प्रवचनों को लेकर काफी वायरल हैं. उनके सत्संग में दूर-दूर से लोग आते हैं.

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