उत्तर प्रदेश के बरेली में जीआरपी थाने में कथिततौर पर दो पुलिसकर्मी आपस में भिड़ गए. इस दौरान ही एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल चल गई (Firing in Bareilly GRP station), जिससे एक इंस्पेक्टर और एक सिपाही घायल हो गए. पूरे मामले में इंस्पेक्टर समेत चार लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है. हालांकि पुलिस ने इस घटना को गलती से फायरिंग होने का मामला बताया है.
जीआरपी थाने में चली गोली, अफसर बोले- 'गोली दो हिस्सों में बंटी, फिर सिपाही-इंस्पेक्टर को लगी'
Bareilly Junction के जीआरपी थाने में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब दो सिपाहियों के कथित आपसी विवाद के दौरान गोली चल गई. इसमें एक इंस्पेक्टर और एक सिपाही घायल भी हो गए. पूरा मामला सामने आने के बाद चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.


आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक बरेली जंक्शन स्थित जीआरपी थाने में बीती रात दो पुलिसकर्मियों के बीच किसी बात को लेकर कथिततौर पर कहा-सुनी हो गई. बताया जाता है कि इसके बाद पिस्तौल छीने जाने की कोशिश की जाने लगी, इसी दौरान गलती से पिस्तौल चल गई और गोली इंस्पेक्टर और सिपाही को जाकर लग गई. आनन-फानन में एंबुलेंस बुलाई गई और घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
चार पुलिसकर्मी सस्पेंडपूरा मामला प्रकाश में आने के बाद एसपी जीआरपी मुरादाबाद ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लिया और तुरंत कार्रवाई करते हुए चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. पुलिस अधिकारी का कहना है कि घटना की उच्चस्तरीय जांच कराई जा रही है. प्रारंभिक जांच के अनुसार बताया जा रहा है कि गोलीबारी की वजह आपसी विवाद ही है. हालांकि मुरादाबाद मंडल के जीआरपी रीजनल ऑफिसर अनिल कुमार वर्मा ने किसी भी प्रकार के विवाद से इनकार किया है. उन्होंने कहा,
घटना 2 तारीख की है. रात में पद्मावत एक्सप्रेस ट्रेन में ड्यूटी के लिए दो पुलिसकर्मी रवाना हो रहे थे. इसी दौरान थाने से दोनों की राइफल भी रवाना होनी थी. इसी समय असलाह लोड करते समय एक सिपाही से गलती से फायर हो गया और गोली दीवार से टकराकर दूसरे पुलिसकर्मी को जा लगी. गोली दीवार में टकराने से दो हिस्सों में बंट गई और दो पुलिसकर्मी इसमें घायल हो गए. यह एक हादसा है. इसमें कोई साजिश नहीं है. यह एक तकनीकी हादसा है. थाने में किसी तरह का कोई विवाद नहीं हुआ है. इस हादसे को लेकर इसकी जांच के लिए गाजियाबाद क्षेत्राधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है. जल्दी ही वह इसकी जांच करेंगे.
उन्होंने आगे कहा,
थाने के सीसीटीवी चेक कराए गए हैं पता चला है कि वो पिछले डेढ़ वर्ष से खराब पड़े हैं इनको भी ठीक कराया जाएगा. इसलिए कोई सीसीटीवी फुटेज प्राप्त नहीं हुआ है. थाने में आपसी विवाद की बात झूठी है. किसी भी पुलिसकर्मी के बीच कोई विवाद नहीं हुआ था. असलाह लोड करते समय ट्रिगर दब जाने से यह हादसा हुआ है. यह जांच का विषय है. इसकी जांच कराई जा रही है. हां इतना जरूर है थाना प्रभारी द्वारा घटना को अधिकारियों से छिपाया गया. लेकिन अस्पताल से ठीक होने के बाद इन्होंने इस बात की जानकारी दी है.
जीआरपी रीजनल ऑफिसर अनिल कुमार वर्मा ने आगे कहा, 'अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है और चार लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है. जो भी पुलिसकर्मी यहां तैनात हैं सभी ट्रेनिंग से आए हुए हैं, सभी को राइफल इत्यादि हथियार की पूरी ट्रेनिंग दी गई है. यह एक तकनीकी हादसा है.
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