भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की ओर से भारतीयों की जासूसी की जा रही है. इस दौरान वॉट्सऐप के जरिए लोगों से ऑपरेशन सिंदूर और सेना से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी हासिल करने की कोशिश की जा रही है. सुरक्षा एजेंसियों ने संदिग्ध नंबर भी जारी किए हैं.
सावधान! इस नंबर से कॉल आए तो बिल्कुल न उठाएं, पाकिस्तानी जासूस होंगे
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की ओर से भारत की जासूसी करने की कोशिश की जा रही है.

आकाशवाणी के मुताबिक भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट किया है. बताया गया कि पाकिस्तान खुफिया ऑपरेटिव (PIO) द्वारा भारतीय वॉट्सऐप नंबर 7340921702 का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस नंबर से वह लोगों को मैसेज और वॉट्सऐप कॉल कर रहे हैं. इस दौरान खुद को भारतीय सेना का अधिकारी बताकर आम नागरिकों और पत्रकारों से मौजूदा हालात की जानकारी मांगी जा रही है. इसके अलावा सेना की गतिविधियों का भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी ऑपरेटिव्स खुद को भारतीय सेना या रक्षा मंत्रालय से जुड़ा अधिकारी बताकर लोगों से बात करते हैं. इस दौरान 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में सवाल पूछते हैं. जैसे कि पाकिस्तान के हमलों से भारतीय सैन्य अड्डों को कितना नुकसान हुआ है? दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या बातें सामने आई हैं? इस तरह के सवाल पूछकर जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है.
इससे पहले सोमवार, 11 मई को केरल पुलिस ने INS विक्रांत की लोकेशन मांगने के मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि जब भारत और पाकिस्तान युद्ध के मुहाने पर खड़े थे, उस दौरान एक व्यक्ति ने पुलिस को फोन कर भारतीय नेवी के एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत की लोकेशन मांगी थी. इससे पहले 11 मई को पंजाब की मलेरकोटला पुलिस ने दो पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया था. ये भारतीय सेना की मूवमेंट की जानकारी पाकिस्तानी एजेंसियों को दे रहे थे.
कैसे करें पहचान और बचाव?अगर कोई खुद को रक्षा अधिकारी बताकर संवेदनशील सवाल पूछे. तो सतर्क हो जाएं.
फोन नंबर +91 7340921702 से आने वाले कॉल्स और मैसेजेज को तुरंत ब्लॉक करें और रिपोर्ट करें.
सोशल मीडिया या व्हाट्सएप पर किसी भी प्रकार की आंतरिक या गोपनीय जानकारी साझा न करें.
ऐसे किसी भी कॉल की जानकारी नजदीकी पुलिस या साइबर सेल को तुरंत दें.
वीडियो: पाकिस्तानी विमानों को ऐसे रोका, वाइस एडमिरल ने बताया