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पाकिस्तान ने तुर्किए के ASISGUARD SONGAR ड्रोन से हमला किया था, कितना खतरनाक है?

Operation Sindoor: शुरुआती जांच में पता चला है कि India पर हमला करने के लिए Pakistan ने Turkey के Asisguard Songar Drone का इस्तेमाल किया है. Colonel Sofiya Qureshi और Wing Commander Vyomika Singh ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी है.

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कर्नल सोफिया कुरैशी (बाएं) और विंग कमांडर व्योमिका सिंह (दाएं) ने टर्किश ड्रोन के इस्तेमाल के बारे में बताया. (MEA)

Operation Sindoor Drone Attack: 8 और 9 मई की दरम्यानी रात को पाकिस्तान ने भारत के कई इलाकों पर ड्रोन से हमले किए. अब विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि इन हमलों में पाकिस्तान ने जिन ड्रोन का इस्तेमाल किया, वे तुर्किए (Turkey) के असीसगार्ड सोंगर ड्रोन (ASISGUARD SONGAR Drones) ड्रोन हो सकते हैं. इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के ड्रोन अटैक को नाकाम कर दिया था. भारत के 36 सैन्य और नागरिक इलाकों को निशाना बनाते हुए इन ड्रोन से हमला किया गया था.

विदेश मंत्रालय ने ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी गई. इसमें विंग कमांडर व्योमिका सिंह, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और कर्नल सोफिया कुरैशी शामिल थीं. सरकार की तरफ से बताया गया कि पाकिस्तानी सेना ने सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के इरादे से भारत के एयर स्पेस का कई बार उल्लंघन किया.

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया,

"ड्रोन के मलबे की फॉरेंसिक जांच की जा रही है. प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चलता है कि वे तुर्किए के असीसगार्ड सोंगर ड्रोन हैं. इसके उपरांत रात में पाकिस्तान के एक सशस्त्र UAV ने भटिंडा सैन्य स्टेशन को निशाना बनाने की कोशिश भी की, जिसे पकड़ा गया और उसे निष्क्रिय कर दिया गया."

उन्होंने आगे बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) और नियंत्रण रेखा (LoC) पर लेह से लेकर सर क्रीक तक 36 जगहों पर 300-400 ड्रोन का इस्तेमाल घुसपैठ की कोशिश करने के लिए किया गया.

ASISGUARD SONGAR ड्रोन की खूबियां

असीसगार्ड सोंगर ड्रोन एक आर्म्ड अनमैन्ड एरियल व्हीकल (UAV) है. इसे तुर्किए की डिफेंस फर्म असीसगार्ड ने बनाया है. असीसगार्ड की वेबसाइट के मुताबिक, ये तुर्किए का पहला स्वदेशी नेशनल आर्म्ड ड्रोन सिस्टम है. 2020 से तुर्किए की आर्म्ड फोर्सेज में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है.

Asisguard Songar Drone
तुर्किए का असीसगार्ड सोंगर ड्रोन. (Asisguard)

यह ड्रोन अपने आप उड़ान भर सकता है और उतर सकता है. इस ड्रोन के पास दिन-रात और हर मौसम में मिलिट्री ऑपरेशन को अंजाम देने की काबिलियत है. इसमें ऑटोमैटिक मशीन गन और ग्रेनेड लॉन्चर जैसे खतरनाक हथियार लगे हैं, जिससे यह दुश्मनों पर हवा से हमला कर सकता है. यह ड्रोन 10 किलोमीटर की रेंज में उड़ सकता है और रियल-टाइम वीडियो भेज सकता है, जिससे सैनिक दूर बैठकर दुश्मन की स्थिति देख सकते हैं और कार्रवाई कर सकते हैं.

सोंगर ड्रोन 4x4 मिलिट्री लैंड व्हीकल के साथ जुड़ सकता है. इस सिस्टम की खास बात यह है कि यह अचानक होने वाले हमलों और घात लगाकर किए गए हमलों में भी तुरंत जवाब दे सकता है. एक साथ कई ड्रोन मिलकर मिशन को पूरा कर सकते हैं, जैसे दुश्मन की खोज, हमला करना, ऑपरेशन के बाद नुकसान का आकलन करना है. यह ड्रोन खासतौर पर सीमा सुरक्षा और सीमा पार ऑपरेशनों में काफी काम आ सकता है.

हालांकि, भारत के Akash, MRSAM और S-400 जैसे एयर डिफेंस सिस्टम काफी असरदार साबित हुए हैं. इन्होंने पाकिस्तान से आने वाले खतरों को बेअसर किया और कोई बड़ा नुकसान नहीं होने दिया. ज्यादातर ड्रोन्स को हवा में ही ब्लास्ट कर दिया गया.

वीडियो: ग्राउंड रिपोर्ट: जहां पाकिस्तान का ड्रोन गिरा, वहां लल्लनटॉप को क्या दिखा?

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