अपने आराध्यों की जाति तय किए जाने का दौर ख़त्म नहीं हुआ है. इसी सिलसिले में हिंदुओं के आराध्य हनुमान की एक और जाति पता चली है. इस बार उन्हें राजभर जाति का बताया गया है. ‘जब अहिरावण, भगवान राम और लक्ष्मण को पाताललोक ले गया, तो उन्हें वापस लाने की हिम्मत किसी में नहीं थी. सिवाय "राजभर जाति" के हनुमान जी के.’ ये कहा है उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने (OP Rajbhar hanuman rajbhar).
क्षत्रिय, आदिवासी और ब्राह्मण के बाद राजभर समुदाय के हुए हनुमान, ओपी राजभर ने भगवान की जाति बता दी
OP Rajbhar on hanuman caste: उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के ‘नए आंबेडकर प्रेम’ पर भी निशाना साधा. और क्या बोल गए राजभर?

ओम प्रकाश राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार में पंचायती राज मंत्री हैं. SBSP, उत्तर प्रदेश में BJP की सहयोगी पार्टी है. वो 28 दिसंबर को बलिया ज़िले के चितबड़ागांव क्षेत्र पहुंचे हुए थे. यहां उन्होंने वासुदेव गांव के मुख्य द्वार पर महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया. इसी के बाद उन्होंने एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए ये कॉमेंट किया.
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के ‘नए आंबेडकर प्रेम’ पर भी निशाना साधा. वो भी जानेंगे, लेकिन पहले ये जान लेते हैं कि उन्होंने हनुमान को लकर क्या कहा? उन्होंने हनुमान को राजभर जाति का बताते हुए कहा,
आंबेडकर को लेकर कांग्रेस पर हमलाजब अहिरावण राम जी और लक्ष्मण जी को पाताल पुरी ले गया. तब उन्हें निकालने की हिम्मत किसी की नहीं पड़ी. अगर किसी को उन्हें निकालने की हिम्मत थी, तो वो थे राजभर जाति में पैदा हनुमान जी. वो ही राम और लक्ष्मण को पाताल पुरी से बाहर लाए.
न्यूज़ एजेंसी PTI की ख़बर के मुताबिक़, SBSP प्रमुख राजभर ने आंबेडकर को लेकर समाजवादी और कांग्रेस पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा,
समाजवादी पार्टी 2012 से पहले डॉ. अंबेडकर के नाम से इतनी चिढ़ती थी कि वो मंच से घोषणा करती थी कि सत्ता में आने पर वह लखनऊ में अंबेडकर पार्क को ध्वस्त कर देगी और शौचालय बनाएगी. संविधान की बात करने वाली कांग्रेस (अब) ने आपातकाल लगाकर लाखों नेताओं और पत्रकारों को जेल में डाल दिया. आज (आंबेडकर के लिए) इतना प्यार व्यक्त किया गया है. क्या वह कल भगवान नहीं थे?
पंचायती राज मंत्री राजभर ने सपा पर लाखों लोगों की ज़िंदगी बर्बाद करने और अंबेडकर के नाम पर बनी विकास योजनाओं को खत्म करने का भी आरोप लगाया है.
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हनुमान की कई ‘जातियां’नेताओं या अधिकारियों की तरफ़ से, हनुमान की अब तक लगभग 7 बार अलग-अलग मौक़ों पर अलग-अलग जातियां बताई गई हैं. आजतक की रपट की मानें, तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 27 नवंबर, 2018 को हनुमान को दलित समुदाय का बताया था. 30 नवंबर, 2018 राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) के अध्यक्ष नंद कुमार साय ने उन्हें आदिवासी बताया था.
30 नवंबर, 2018 योग गुरु रामदेव का कहना था कि हनुमान क्षत्रिय थे. वहीं, 30 नवंबर, 2018 को ही तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री सत्यपाल सिंह ने हनुमान को आर्य नस्ल का बता दिया था. 1 दिसंबर, 2018 को शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने उन्हें ब्राह्मण बताया था. वहीं, मध्य प्रदेश के समसगढ़ के जैन मंदिर में आचार्य निर्भय सागर ने तो उन्हें जैन धर्म के होने का दावा किया था.
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