गाजा में इजरायली हमलों में जान गंवाने वाले पत्रकारों की मौत पर भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) की प्रतिक्रिया सामने आई है. MEA ने पत्रकारों की मौत पर दुख जताया है. साथ ही अस्पताल पर किए गए हमले की निंदा की है.
'पत्रकारों की हत्या चौंकाने वाली', गाजा के अस्पताल में हमले की भारत ने निंदा की
25 अगस्त को Israel ने Gaza City के नासेर अस्पताल पर दो हमले किए थे. इनमें कई पत्रकारों की मौत हुई थी.


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा,
“पत्रकारों की हत्या चौंकाने वाली और बेहद दुखद है. भारत ने संघर्ष में हमेशा नागरिकों की जान जाने की निंदा की है. हमें पता चला है कि इजरायल के अधिकारियों ने इस मामले में पहले ही जांच शुरू कर दी है.”
बता दें 25 अगस्त को इजरायल ने गाजा के नासेर अस्पताल पर दो हमले किए थे. इन हमलों में जान गंवाने वालों में एसोसिएटेड प्रेस (एपी) और अन्य मीडिया संस्थानों की फ्रीलांसर मरियम अबू दग्गा, अल जजीरा के मोहम्मद सलामा, रॉयटर्स के लिए कभी-कभार काम करने वाले फ्रीलांसर मोआज अबू ताहा और अहमद अबू अजीज शामिल थे.
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वहीं, हाल ही में एक बयान में सेना ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के हवाले से पांच पत्रकारों की हत्या को “दुखद दुर्घटना” बताया था. इजरायल की सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल नदाव शोशानी ने मंगलवार 26 अगस्त को कहा,
“हम पुष्टि कर सकते हैं कि रॉयटर्स और एपी के पत्रकार हमले का निशाना नहीं थे.”
सेना ने कहा कि साउथ गाजा के सबसे बड़े अस्पताल पर लगातार हमलों का आदेश इसलिए दिया गया क्योंकि सैनिकों का मानना था कि आतंकवादी इजरायली सुरक्षाबलों पर नजर रखने के लिए कैमरे का इस्तेमाल कर रहे थे. इजरायल का मानना है कि हमास और अन्य आतंकवादी अस्पतालों में मौजूद हैं.
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इजरायल की सेना, इजरायल रक्षा बलों ने नासेर अस्पताल पर हमला करने की बात स्वीकार की और कहा कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं. फिलीस्तीनी पत्रकार संघ ने इस हमले की निंदा की है और इसे ‘फ्री मीडिया के खिलाफ खुली जंग’ बताया है.
वीडियो: गाजा में हुए इजरायली हमले में 5 पत्रकारों की मौत