मुंबई के आजाद मैदान को मराठा प्रदर्शनकारियों से खाली कराने के लिए पुलिस ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है. बॉम्बे हाई कोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिया कि मंगलवार 2 सितंबर को दोपहर 3 बजे तक मैदान खाली करा देना है. पुलिस की कार्रवाई के बीच आंदोलन के नेता मनोज जरांगे ने एलान किया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगीं, वो मुंबई नहीं छोड़ेंगे. पुलिसिया एक्शन के बीच उन्होंने सीएम देवेंद्र फडणवीस को चेतावनी दी कि वह प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज की सोचेंगे भी तो वो उन्हें दिखा देंगे कि मराठा क्या होते हैं?
मराठा आंदोलनकारियों को हटा रही मुंबई पुलिस, जरांगे बोले- 'फडणवीस को दिखाएंगे मराठा...'
मराठा आंदोलनकारियों को आजाद मैदान से हटाने का काम पुलिस ने शुरू कर दिया है. बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने एक्शन लिया है.


मनोज जरांगे के नेतृत्व में आजाद मैदान में चल रहे प्रोटेस्ट की परमिशन की अवधि बढ़ाने के लिए सोमवार को आवेदन किया गया था. मंगलवार 2 सितंबर को मुंबई पुलिस ने ये आवेदन खारिज कर दिया. पुलिस अधिकारियों ने 1 सितंबर के बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश का हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि प्रदर्शनकारियों ने नियमों का उल्लंघन किया है. कोर्ट ने मंगलवार दोपहर 3 बजे तक आजाद मैदान खाली करने का आदेश दिया, जिसके बाद पुलिस एक्शन में आ गई.
प्रदर्शन के नेता मनोज जरांगे ने इसे लेकर कहा,
मैं सरकार और फडणवीस से कहता हूं कि जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम मुंबई नहीं छोड़ेंगे.
उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि सभी मराठा प्रदर्शनकारियों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं और जिन पुलिस वालों ने प्रोटेस्ट करने वालों पर हमला किया है उन्हें बर्खास्त किया जाए. उन पर मुकदमा दर्ज हो. जरांगे ने चेतावनी देते हुए कहा,
देवेंद्र फडणवीस को पुलिस के जरिए लड़कों पर लाठीचार्ज करने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए. वरना हम देवेंद्र फडणवीस को दिखा देंगे कि मराठा क्या होते हैं.
मैदान खाली कराते समय पुलिसकर्मियों की प्रदर्शनकारियों से झड़प हुई है. इसी बीच आंदोलनकारियों ने एलान किया कि प्रदर्शन स्थल पर सिर्फ 5 हजार लोग ही रहेंगे. बाकी लोगों को अपनी गाड़ियां लेकर जाने को कहा गया है.
जरांगे का आमरण अनशनबता दें कि मराठा आंदोलन के नेता मनोज जरांगे ओबीसी श्रेणी में मराठों के लिए 10 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर आमरण अनशन पर हैं. 29 अगस्त को 5000 प्रदर्शनकारियों को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अनुमति दी गई थी, लेकिन जब लाखों लोग आजाद मैदान पहुंचे, तो मुंबई पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के लगातार आवेदन के बावजूद प्रोटेस्ट की इजाजत देने से इनकार कर दिया. प्रदर्शन की जो इजाजत मिली भी थी वो सिर्फ एक दिन की मिली थी लेकिन प्रदर्शनकारी 4 दिनों से आजाद मैदान में डटे हैं.
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