The Lallantop

पुणे में बिना लाइसेंस चल रहा था Blinkit डार्क स्टोर, FDA ने जड़ा ताला!

Food And Drug Administration Pune के जॉइंट कमिश्नर सुरेश अन्नापुरे ने बताया कि Blinkit की फ्रेंचाइजी Energy Darkstore Services बिना Valid License के चल रही थी.

Advertisement
post-main-image
ब्लिंकिट स्टोर बंद होने से डिलीवरी पार्टनर्स की मुश्किल बढ़ गई है. (इंडिया टुडे, प्रतीकात्मक तस्वीर)

महाराष्ट्र के खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA) ने पुणे स्थित ब्लिंकिट (Blinkit) के डार्क स्टोर 'एनर्जी डार्कस्टोर सर्विसेज' के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. यह स्टोर बिना लीगल खाद्य लाइसेंस के चल रहा था. साथ ही जांच में और भी कई तरह की गड़बड़ी सामने आई थी, जिसके बाद FDA ने तत्काल प्रभाव से इस स्टोर को बंद करने का आदेश दिया है. 

 पुणे के बालेवाड़ी स्थित डार्क स्टोर बंद होने के चलते इस स्टोर में काम करने वाले 40 डिलीवरी पार्टनर्स को नजदीकी ब्लिंकिट स्टोर्स में ट्रांसफर कर दिया गया है. अचानक से डार्क स्टोर बंद होने से डिलीवरी पार्टनर्स की मुश्किलें बढ़ गई हैं. 

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

 इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में नाम न छापने की शर्त पर एक डिलीवरी पार्टनर (जोकि चार साल से ब्लिंकिट के लिए काम कर रहा है) ने अपनी परेशानी बताई है. उसने कहा, 

पहले हम बालेवाड़ी स्टोर से प्रतिदिन 40 से ज्यादा ऑर्डर डिलीवर करते थे. अब हम अनजान जगहों पर भेज दिया गया है. यहां हमे जल्दी से डिलीवरी एड्रेस खोजने में दिक्कत होती है. इससे डिलीवरी में देरी होती है और कस्टमर अक्सर अपने ऑर्डर कैंसिल कर देते हैं.

Advertisement

एक और डिलीवरी पार्टनर ने बताया, 

अगर हम अपना डेली अर्निंग टार्गेट पूरा नहीं कर पाते हैं तो पूरे महीने का बजट बिगड़ जाता है. हममें से कई लोगों को होम लोन की EMI चुकानी होती है और इस तरह की गड़बड़ियां परेशानी का सबब बन जाती हैं.

नई जगह पर इन डिलीवरी पार्टनर्स को मौजूदा डिलीवरी पार्टनर्स के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है. पुणे के बानर में पैन कार्ड क्लब के पास स्थित ब्लिंकिट स्टोर के पुराने डिलीवरी पार्टनर्स ने तो इनको अपने इलाके में काम करने से रोकने के लिए कथित तौर पर हड़ताल का आह्वान किया है. एक डिलीवरी पार्टनर ने बताया,

Advertisement

 इस विरोध के कारण हम प्रतिदिन केवल 20 डिलीवरी ही कर पा रहे हैं, जबकि पहले हम 35 से 40 ऑर्डर डिलीवरी करते थे. हमें उम्मीद है कि लाइसेंस संबंधी मुद्दे जल्दी ही सुलझ जाएंगे ताकि हम अपनी नॉर्मल रूटीन पर लौट सकें.

ये भी पढ़ें - करोड़ों के घाटे में ब्लिंकिट, इंस्टामार्ट जैसे ऐप्स, फिर भी निवेश के लिए इतना 'पइसा' कहां से आता है?

ट्रेडिशनल रिटेल स्टोर्स के मुकाबले डार्क स्टोर्स में कस्टमर से सीधा संपर्क नहीं होता है. डार्क स्टोर्स का फोकस स्टोरेज, पैकेजिंग, छंटाई, और मोबाइल ऐप की मदद से ऑर्डर किए गए प्रोडक्टस को डिलीवर करने पर होता है. 

वीडियो: 11 मिनट छोड़िए, ब्लिंकिट डिलीवरी ही नहीं दे पा रहा है, वजह ये है!

Advertisement