महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति में नई अटकलें चल रही हैं. चर्चा है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के बीच मतभेद बढ़ रहे हैं. इन अटकलों की जड़ में हाल की ही एक घटना है. हुआ यूं कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की ओर से एक ही पद पर अलग-अलग लोगों को नियुक्त कर दिया गया.
CM फडणवीस और एकनाथ शिंदे के बीच सब ठीक नहीं? एक नियुक्ति ने बड़ा सवाल उठा दिया
ये मामला ‘बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट’ (BEST) विभाग का है. इसके महाप्रबंधक एसवी आर श्रीनिवास हाल ही में रिटायर हुए. इसके बाद उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में शहरी विकास विभाग ने एक आदेश जारी किया. लेकिन सीएम ऑफिस ने शिंदे के इस आदेश को पलट दिया. फिर आगे एक और काम हुआ, जिसके बाद सवाल उठने लगे.

मामला ‘बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट’ (BEST) विभाग का है. इसके महाप्रबंधक एसवी आर श्रीनिवास हाल ही में रिटायर हुए. इसके बाद उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में शहरी विकास विभाग ने एक आदेश जारी किया. इसके तहत अश्विनी जोशी को BEST के महाप्रबंधक पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया. लेकिन सीएम ऑफिस ने शिंदे के इस आदेश को पलट दिया और इस पद पर आशीष शर्मा को नियुक्त कर दिया. ये सब एक ही दिन हुआ. आशीष शर्मा फिलहाल जीएसटी कमिश्नर हैं और अश्विनी जोशी BMC में एडिशनल कमिश्नर हैं.
6 अगस्त को सीएम फडणवीस से इस बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है. वहीं विपक्षी दल शिवसेना (उद्धव) के नेता आदित्य ठाकरे ने इस मामले को लेकर सरकार को घेरा है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है,
राज्य सरकार जानबूझकर BEST को खत्म कर रही है. लेकिन इससे भी बुरी बात ये है कि मुख्यमंत्री और ‘गद्दारनाथ मिंधे’ (एकनाथ शिंदे) के बीच का कॉर्डिनेशन पहले ही खत्म हो चुका है. मुख्यमंत्री के GAD (पदों और तबादलों का आधिकारिक विभाग) ने एक नाम की नियुक्ति के लिए आदेश जारी किया. जबकि ‘गद्दारनाथ’ के UD विभाग ने दूसरे नाम के लिए आदेश जारी किया.
क्या उपमुख्यमंत्री को पहले मुख्यमंत्री से इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए थी? क्या GAD को ये आदेश जारी नहीं करना चाहिए था? इस अहंकार की लड़ाई से हमारा राज्य क्यों पीड़ित हो? सोचिए, अगर बुनियादी समन्वय ही खत्म हो गया है, तो ये वही लोग हैं जिनके पास हमारे राज्य का नेतृत्व है. महाराष्ट्र की अब तक की सबसे भ्रष्ट और अक्षम सरकार.
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NCP (शरद पवार) विधायक रोहित पवार ने भी मामले पर तंज कसते हुए इसको महायुति सरकार का ‘BEST कॉर्डिनेशन’ बताया है. उन्होंने कहा कि जैसे ही BEST के महाप्रबंधक का पद खाली हुआ, ऐसा लगा कि मुख्यमंत्री फडणवीस और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के बीच इस पद पर अपने-अपने लोगों को नियुक्त करने की होड़ लग गई.
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