ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तहत भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की. पाकिस्तान के कई एयरबेस तबाह किए गए. इस दौरान भारत ने पाकिस्तान में तबाही के लिए कई मेड इन इंडिया (Made In India Weapon) यानी भारत में ही बनी मिसाइलें, ड्रोन आदि का इस्तेमाल किया. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें आकाश मिसाइल (Akash), ब्रह्मोस (Brahmos) और स्काई स्ट्राइकर (SkyStriker) ड्रोन शामिल हैं. चलिए एक-एक करने आपको इनकी ख़ासियत बताते हैं.
भारत में बने वो हथियार जिन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' में तोड़ दी पाकिस्तान की कमर
भारत ने पाकिस्तान में तबाही के लिए भारत में बनी मिसाइलें, ड्रोन आदि का इस्तेमाल किया. इनमें आकाश मिसाइल (Akash), ब्रह्मोस (Brahmos) और स्काई स्ट्राइकर (SkyStriker) ड्रोन शामिल हैं.

आकाश मिसाइल इंडिया मेड है. यह Surface To Air यानी सतह से हवा में वार करती है. इसे भारत के रक्षा अनुसंधान संगठन (DRDO) ने बनाया है. आज के समय में आकाश मिसाइल इंडियन एयरफोर्स और आर्मी की रीढ़ बन चुकी है.
- आकाश मिसाइल 25 से लेकर 45 किलोमीटर और 18 हज़ार मीटर की ऊंचाई तक टारगेट को नेस्तनाबूद कर सकती है. यह मिसाइल फाइटर जेट, क्रूज़ मिसाइल और बैलिस्टिक मिसाइलों को तबाह कर सकती है.
- 90 प्रतिशत से ज़्यादा इसकी सटीकता है. यह एक बार में 64 लक्ष्यों को एक साथ ट्रैक कर सकती है. इनमें से 12 पर तुरंत हमला कर सकती है.

- इस मिसाइल को लाना-ले जाना काफी आसान है.
- इसमें राजेंद्र 3D पैसिव इलेक्ट्रॉनिक स्कैन ऐरे रडार और कमांड गाइडेंस सिस्टम है जो इसे और ज़्यादा प्रभावी बनाता है.
दावा है कि श्रीनगर में एक पाकिस्तानी JF-17 फाइटर जेट और पंजाब में फतेह-1 मिसाइल को आकाश-NG (नेक्सट जेनरेशन) ने हवा में ही नष्ट किया था. इसके अलावा, पाकिस्तान के DJI मिलिट्री ड्रोन और PL-15 मिसाइलों को भी इसने नाकाम किया.
2. ब्रह्मोस (Brahmos)अगर किसी दूर के टारगेट पर एकदम सटीक निशाना लगाना हो तो ब्रह्मोस को ही याद किया जाता है. यह तीनों सेनाओं में तैनात है.
- ब्रह्मोस मैक 2.8 (साउंड की स्पीड से क़रीब 3 गुना) की स्पीड से उड़ान भरती है. यानी तेज़ नहीं बहुत ही ज़्यादा तेज़ है. इसके वाले नए वैरिएंट्स हाइपरसोनिक स्पीड की ओर बढ़ रहे हैं.

- इसके शुरुआती वैरिएंट्स 290 किलोमीटर तक दागे जा सकते हैं. फिलहाल इसकी मारक क्षमता 900-1500 किलोमीटर है.
- यह एक ऐसी मिसाइल है जिसे जमीन, समुद्र और हवाई प्लेटफॉर्मों से लॉन्च किया जा सकता है.
- ऐसी मिसाइल है जिसे रडार से ट्रैक करना नामुमकिन है.
दावा है कि यह 20-30 सेकंड में लाहौर, 2-3 मिनट में इस्लामाबाद, 3-4 मिनट में कराची को निशाना बना सकती है. 9 और 10 मई की दरमियानी रात रावलपिंडी के पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस, मुरीद एयरबेस, रफीकी एयरबेस और रहीम यार खान एयरबेस को बर्बाद करने का काम ब्रह्मोस ने ही किया था. ब्रह्मोस की सुपरसोनिक स्पीड और लंबी रेंज पड़ोसी पाकिस्तान के लिए बड़ा खतरा है.
3. स्काई स्ट्राइकर (SkyStriker)यह एक कामिकाज़े ड्रोन है यानी ऐसा एक सुसाइड ड्रोन जो दुश्मन को तबाह करने के लिए खुद उसके ऊपर जा गिरता है. इसे भारत ने इजरायल के संग मिलकर बनाया है. इसे अपने ‘लॉन्च ऐंड फॉरगेट’ तकनीक के लिए जाना जाता है.
- यह ड्रोन टारगेट वाले इलाके में लंबे वक्त तक मंडरा सकता है. हमले वाली जगह की पहचान कर सटीक हमला कर सकता है.
- यह अपने साथ 5-10 किलो विस्फोटक कैरी करके अहम छोटे टारगेट्स को नष्ट कर सकता है.

- इसकी रेंज और स्पीड शहर के जटिल इलाकों में इसे काफी प्रभावी बनाती है.
- इन्हें रडार से डिटेक्ट करना बेहद मुश्किल होता है.
ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर इन्हीं स्काई स्ट्राइकर ड्रोन ने सटीक हमले किए थे.
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