The Lallantop

'शिर्क हो जाएगा... ' टीचर ने मुस्लिम बच्चों को ओणम उत्सव में आने से रोका, FIR दर्ज, हुईं सस्पेंड

इस मामले में स्कूल प्रबंधन ने शिक्षिका के बयान से दूरी बना ली है. मामले पर राज्य के शिक्षा मंत्री की भी प्रतिक्रिया आई है.

Advertisement
post-main-image
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. (सांकेतिक तस्वीर: विकिमीडिया कॉमन्स)
author-image
शिबीमोल केजी

केरल (Kerala) के त्रिशूर में एक स्कूल शिक्षिका के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. आरोप है कि उन्होंने मुस्लिम समुदाय के छात्रों से स्कूल में होने वाले ओणम (Onam) समारोह से दूर रहने का आग्रह किया था. पुलिस ने 26 अगस्त को डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) के एक कार्यकर्ता की शिकायत पर मामला दर्ज किया है.

Add Lallantop As A Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

शिक्षिका की पहचान खादीजा के रूप में हुई है. वो कदवल्लूर के ही सिराजुल उलूम इंग्लिश मीडियम स्कूल में काम करती हैं. FIR में आरोप लगाया गया है कि शिक्षिका ने वाट्सऐप पर एक वॉयस मैसेज भेजा था. इसमें उन्होंने मुस्लिम छात्रों को ओणम समारोह से दूर रहने का आग्रह किया था. शिक्षिका ने कहा कि मुस्लिम छात्र यदि स्कूल के उत्सव में भाग लेते हैं, तो ये ‘शिर्क’ हो जाएगा.

‘शिर्क’ का तात्पर्य ‘अनेकेश्वरवाद’ से है, यानी कि एक से अधिक ईश्वर में विश्वास रखने की धारणा. कथित ऑडियो संदेश में शिक्षिका को ये कहते सुना जा सकता है,

Advertisement

हम मुसलमानों को इस्लाम का पालन करते हुए जीवन जीना चाहिए. ओणम उत्सव ‘अनेकेश्वरवाद’ पर आधारित है और इसे प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए. न तो हमें और न ही हमारे बच्चों को किसी भी तरह से ओणम उत्सव को लेकर प्रोत्साहित होना चाहिए. दूसरे धर्मों के लोगों के रीति-रिवाजों में शामिल होना 'शिर्क' बन सकता है.

शिक्षिका के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 192 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसावे की कार्रवाई) के तहत मामला दर्ज हुआ है.

ये भी पढ़ें: गरबा पंडाल में गैर हिंदू ना आ सकें, इसलिए बीजेपी नेता ने गोमूत्र पिलाकर एंट्री देने की कर दी डिमांड

Advertisement
स्कूल मैनेजमेंट ने क्या कहा?

स्कूल प्रबंधन ने इस मामले में अपने दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया है. उन्होंने कहा है कि शिक्षिका ने जो कुछ भी कहा है, वो उनकी निजी राय है, स्कूल प्रबंधन का नहीं. उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी स्कूल में ओणम उत्सव को भव्य तरीके से आयोजित करने का फैसला लिया गया.

शित्रा मंत्री का भी बयान आया

इस मामले को लेकर राज्य के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि ये बहुत ही गंभीर मुद्दा है. उन्होंने आगे कहा,

शिक्षकों को छोटे बच्चों के मन में मतभेद पैदा नहीं करने चाहिए. सरकार इसे बहुत गंभीरता से ले रही है, हमने सामान्य शिक्षा निदेशक से रिपोर्ट देने को कहा है. जब उस स्कूल में ओणम उत्सव मनाया जाएगा, तो शिक्षा विभाग के कर्मचारी वहां मौजूद रहेंगे.

शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार धर्म और जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होने देगी.

वीडियो: निमिषा प्रिया की फांसी टली, केरल के ग्रैंड मुफ्ती के प्रभाव वह कर दिखाया जो कूटनीति नहीं कर सकी

Advertisement