The Lallantop

मसूद अजहर ने आतंक की नई ब्रांच खोली, विधवा बहन को बनाया लीडर, नाम है 'जमात-उल-मोमिनात'

ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश के हेडक्वार्टर को उड़ा दिया था. इस स्ट्राइक में सादिया अजहर का पति युसूफ अजहर भी मारा गया था. अब मसूद का एक कथित ऑडियो सामने आया है. इसमें वो महिलाओं को जैश की महिला विंग जॉइन करने को कह रहा है.

Advertisement
post-main-image
मसूद अजहर वायरल ऑडियो में महिलाओं को जैश कि महिला विंग जॉइन करने और ट्रेनिंग के बारे में बता रहा है (PHOTO-X)

क्या आतंकी संगठन 'जैश-ए-मोहम्मद' (Jaish-e-Mohammad Women Wing) के सरगना मौलाना मसूद अजहर (Masood Azhar) ने अपने प्रोपेगैंडा को फैलाने के लिए एक महिला विंग बनाई है? एक रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी संगठन की इस कथित महिला विंग का नाम 'जमात-उल-मोमिनात' (Jamaat-ul-Mominaat) बताया जा रहा है. दावा ये भी है कि इस विंग को मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर लीड करेगी.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश के हेडक्वार्टर को उड़ा दिया था. बताया जाता है कि इस स्ट्राइक में सादिया का पति युसूफ अजहर भी मारा गया था. और अब मसूद का एक कथित ऑडियो सामने आया है. इंडिया टुडे को विश्वस्त सूत्रों से मिले इस ऑडियो में एक आदमी महिलाओं को जैश की महिला विंग जॉइन करने को कह रहा है. दावा है कि ये आवाज मसूद अजहर की ही है.

क्या है ऑडियो मैसेज में?

रिपोर्ट के मुताबिक ये ऑडियो बहावलपुर स्थित 'मरकज-उस्मान-ओ-अली' का है. इसमें जमात-उल-मोमिनात नाम के एक नए विंग के तहत महिलाओं को ट्रेनिंग देने, उन्हें कट्टर बनाने और तैनात करने का एक डिटेल्ड प्लान बताया गया है.

Advertisement

भाषण में, अजहर ने बताया कि महिलाओं को कैसे भर्ती किया जाएगा, ट्रेनिंग दी जाएगी और उनको लॉन्ग-टर्म 'ग्लोबल जिहाद' विजन के हिस्से के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा. प्लान में नए महिला स्ट्रक्चर और JeM के लंबे समय से चल रहे पुरुष ट्रेनिंग प्रोग्राम के बीच सीधा कनेक्शन दिखाया गया है. ऑडियो में, अजहर ने घोषणा की कि जैसे पुरुष रंगरूट 15-दिन का 'दौरा-ए-तरबियत' कोर्स करते हैं, वैसे ही जमात-उल-मोमिनात में शामिल होने वाली महिलाओं को भी अपना इंडक्शन कोर्स मिलेगा जिसे 'दौरा-ए-तस्किया' कहा जाएगा. ऑडियो के मुताबिक इसे बहावलपुर में मरकज-उस्मान-ओ-अली में आयोजित किया जाएगा.

markaz usman o ali
बहावलपुर स्थित मरकज उस्मान ओ अली (PHOTO- Sources)
जैश का पुराना तरीका - ‘दौरा-ए-तरबियत’

करीब दो दशकों से, JeM का 'दौरा-ए-तरबियत' पुरुषों को कट्टर बनाने का पहला स्टेज रहा है. ये कम उम्र के लोगों का ब्रेनवॉश करता है और उन्हें यकीन दिलाता है कि ‘भारत के खिलाफ जिहाद जन्नत दिलाएगा’. अजहर ऑडियो में कहता है कि यही आइडियोलॉजिकल प्रोसेस अब महिलाओं पर भी लागू किया जाएगा. अपने भाषण में वो वादा करता है कि जो भी महिला जमात-उल-मोमिनात में शामिल होगी, वह मरने के बाद सीधे अपनी कब्र से जन्नत जाएगी. 

वह आगे कहता है कि पहला कोर्स पूरा करने वाली महिलाएं दूसरे स्टेज में जाएंगी जिसे 'दौरा-आयात-उल-निसाह' कहा जाएगा. इसमें उन्हें सिखाया जाएगा कि इस्लामिक ग्रंथ महिलाओं को जिहाद का क्या निर्देश देते हैं.

Advertisement
महिला पत्रकारों का जिक्र 

मसूद अजहर जैश के अंदर महिला ब्रिगेड बनाने को यह कहकर सही ठहराता है कि जैश के दुश्मन (भारत) ने हिंदू महिलाओं को सेना में शामिल कर लिया है और हमारे खिलाफ महिला पत्रकारों को खड़ा कर दिया है. यही वजह है कि जैश उनसे मुकाबला करने और लड़ने के लिए अपनी महिलाओं को जुटा रहा है. वह जोर देकर कहता है कि JeM के पुरुष मुजाहिद इस नई महिला यूनिट के साथ खड़े होंगे और महिला ब्रिगेड पूरी दुनिया में इस्लाम फैलाएगी.

ऑडियो में महिलाओं के लिए सख्त कम्युनिकेशन नियम लागू करने की बात भी कही गई है. ब्रिगेड में शामिल होने वाली महिलाओं को अपने पति या परिवार के करीबी सदस्यों को छोड़कर किसी भी गैर पुरुष से फोन या मैसेंजर के माध्यम से बात करने की अनुमति नहीं है.

मसूद की बहन होगी ब्रिगेड की चीफ

इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट कहती है कि मसूद अजहर ने अपनी बहन सादिया अजहर को महिला ब्रिगेड का प्रमुख नियुक्त किया था. अब ये बात भी सामने आई है कि उसकी दूसरी बहन समीरा अजहर और पुलवामा हमले में शामिल उमर फारूक की विधवा अफीरा फारूक भी इस लीडरशिप का हिस्सा है. लीडरशिप की बाकी महिलाएं लोगों का ब्रेनवॉश करने और भर्ती करने के लिए रोजाना ऑनलाइन सेशन चलाएंगी. साथ ही ये पहले से शामिल महिलाओं को आतंक का पाठ पढ़ाने का काम भी करेंगी.

JeM के एक वायरल पोस्ट में इन डिटेल्स की पुष्टि भी हुई है. इसमें उम्मे मसूद (असली नाम समीरा अजहर) को 25 अक्टूबर से शुरू होने वाली हफ्ते में पांच दिन की ऑनलाइन क्लास की इंस्ट्रक्टर बताया गया है. अजहर के ऑडियो के मुताबिक जमात-उल-मोमिनात में 4-5 ऐसी महिलाएं शामिल हैं जिनके पुरुष रिश्तेदार भारतीय सेना के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे. वो कहता है कि इन महिलाओं का इस्तेमाल 'शोबा-ए-दावत' नाम के एक कैंपेन के तहत नई भर्तियों को प्रेरित करने के लिए किया जाएगा. यानी मसूद अजहर मारे गए आतंकियों के परिवार का इस्तेमाल, बाकी महिलाओं का ब्रेनवॉश करने के लिए कर रहा है.

भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्य मारे गए थे. इनमें यूसुफ अजहर, जमील अहमद, हमजा जमील और हुजैफा अजहर शामिल थे. अजहर दावा कर रहा है कि उसकी बड़ी बहन हवा बीबी भी उस हमले में मारी गई थी. ऑडियो में वो कहता है कि ऑपरेशन सिंदूर से पहले उसने अपनी बहन के साथ एक महिला ब्रिगेड बनाने का प्लान बनाया था.

वीडियो: ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए थे मसूद अज़हर के करीबी, कब्रों की तस्वीर सामने आ गई

Advertisement