उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar Resigns) के अचानक इस्तीफे ने हर किसी को हैरत में डाल दिया है. 10 दिन पहले तक शायद उनका ऐसा करने का कोई इरादा नहीं था. वह अगस्त 2027 में अपने कार्यकाल के बाद ही रिटायर होना चाहते थे. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि जगदीप धनखड़ ने ही एक कार्यक्रम में ये बात बोली थी. इस प्रोग्राम का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 10 जुलाई का ये वीडियो नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम का है.
रिटायरमेंट का 'पूरा प्लान' बनाकर बैठे थे जगदीप धनखड़, उससे पहले ही क्या पेच फंस गया!
Jagdeep Dhankhar Retirement Plan Video: जगदीप धनखड़ का 10 दिन पहले तक इस्तीफा देने का कोई इरादा नहीं था. जेएनयू के एक प्रोग्राम में दिए उनके भाषण से यही अंदाजा लगता है. इसमें उन्होंने अपना रिटायरमेंट अगस्त 2027 बताया था.

वीडियो में रिटायरमेंट के सवाल पर जगदीप धनखड़ ने कहा था कि वह ‘सही समय पर’ रिटायर हो जाएंगे. अगर भगवान ने चाहा तो वह समय ‘अगस्त 2027 होगा’. ये वही समय है जब उपराष्ट्रपति के तौर पर उनका कार्यकाल पूरा होना था, लेकिन उससे दो साल पहले ही धनखड़ के इस्तीफे ने अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है.
सोमवार 21 जुलाई को धनखड़ के इस्तीफे के बाद उनका वह वीडियो खूब वायरल किया जा रहा है.
बता दें कि 74 वर्षीय जगदीप धनखड़ ने अगस्त 2022 में देश के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला. अगस्त 2027 में उनका कार्यकाल पूरा होना था लेकिन इससे दो साल पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया. सोमवार, 21 जुलाई की देर शाम खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेज दिया.
इस इस्तीफे को लेकर इसलिए भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि संसद में मॉनसून सत्र चल रहा है और सोमवार को इसका पहला दिन था. इस दौरान जगदीप धनखड़ पूरे दिन एक्टिव दिखे. राज्यसभा की कार्यवाही चलाई भी लेकिन शाम को अचानक इस्तीफा दे दिया.
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे अपने त्यागपत्र में जगदीप धनखड़ ने लिखा,
स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए और डॉक्टरों की सलाह मानते हुए मैं उपराष्ट्रपति पद से तुरंत इस्तीफा दे रहा हूं.
पेशे से वकील रहे जगदीप धनखड़ इससे पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी रह चुके हैं.
वह अपने कार्यकाल के दौरान इस्तीफा देने वाले भारत के तीसरे उपराष्ट्रपति हैं. इससे पहले, वीवी गिरि और आर वेंकटरमन राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं. जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद उनके उत्तराधिकारी के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
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हालांकि, राजनीतिक हलकों में अटकलबाजियों का दौर भी शुरू हो गया है. जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धनखड़ को मनाना चाहिए. जयमराम रमेश कहा कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा चौंकाने वाला है.
वीडियो: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा, पत्र में क्या लिखा?