स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त आने से पहले ही ‘मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे-मोती' वाला गाना मध्य प्रदेश में जबलपुर में सच हो सकता है. उनके यहां धरती ने कथित तौर पर सोना उगला है. जबलपुर में सिहोरा के एक गांव में खुदाई के दौरान कुछ ऐसी धातुएं मिलीं, जिन्हें खनन करने वाले लोग लैब लेकर गए हैं. इसके बाद से शोर है कि खुदाई में 'सोना' निकला है और गांव की जमीन के नीचे भारी मात्रा में सोने का भंडार मौजूद है.
मध्यप्रदेश के गांव में 'सोने का भंडार' होने का दावा, खुदाई के बाद खलबली, लेकिन सबके मुंह बंद
मध्यप्रदेश के सिहोरा में खनन के दौरान सोना निकलने की खबर सामने आई है. खनन विभाग ने बताया कि सोना मिला है लेकिन कितना मिला है इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता.
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हर किसी की जबान पर यही चर्चा है कि इस सोने से न सिर्फ गांव की बल्कि पूरे प्रदेश की किस्मत बदल जाएगी. लेकिन खनन विभाग के अधिकारी इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
इंडिया टुडे से जुड़े धीरज शाह की रिपोर्ट के अनुसार, जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के लोग सिहोरा तहसील में बेला और बिनैका गांव के बीच खुदाई कर रहे थे. तकरीबन 100 हेक्टेयर की जमीन पर हफ्तों तक खुदाई के बाद कथित तौर पर कीमती धातुएं मिलीं. इसके सैंपल जुटाए गए.
बेला ग्राम पंचायत के रहने वाले सुभाष पटेल ने बताया कि हफ्ते भर पहले जीएसआई (GSI) के लोग मशीन लेकर आए थे. लेकिन उनके पास खुदाई करने के लिए कोई आधिकारिक कागज नहीं था. ग्राम पंचायत को पहले से सूचना नहीं थी तो मशीन लेकर टीम वापस लौट गई.
उन्होंने आगे कहा कि माइनिंग कार्पोरेशन ने इसके बाद ग्राम पंचायत को पत्र भेजा, तब उन्हें खनन की अनुमति मिली. बताया जा रहा है कि इसके बाद गांव में खुदाई हुई और टीम को कोई कीमती धातु मिली है.
क्या वो कीमती धातु सोना है?इस सवाल पर पटेल ने कहा,
जहां तक मुझे पता है, मैंने खनन करने वाले कर्मचारियों से पूछा तो उन्होंने बताया कि यहां अच्छी मात्रा में आयरन निकला है. इसमें सोना नहीं है, लेकिन हल्ला तो है. खनन करने वाले लोगों ने आगे जो रिपोर्ट भेजी है, शायद उसमें कुछ ऐसा है. तभी तो सोना निकलने की चर्चा हो रही है.
उन्होंने कहा कि अगर गांव में सोना निकलता है तो हम सौभाग्यशाली हैं. इससे हमारे गांव का नाम होगा और विकास के नए द्वार खुलेंगे.
हालांकि, सोना मिलने की पुष्टि के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दे रहा है. जिला प्रशासन से लेकर खनिज विभाग और जीएसआई के अधिकारियों से भी बात की गई. उन्होंने सैम्पलिंग की बात स्वीकारी है, लेकिन सोना मिलने की बात पर मुहर नहीं लगा रहे हैं.
जीएसआई के अधिकारियों का कहना है कि जबलपुर के आसपास के क्षेत्र में सभी तरह के खनिज पाए जाते हैं. सोना मिलने की भी पुष्टि हुई है, लेकिन ये सोना कितना और कहां तक है इसकी जांच की जा रही है. सोने का खनन वहीं किया जा सकता है, जहां खनन की लागत से ज्यादा मात्रा में सोना निकले.
जीएसआई के डायरेक्टर जनरल असित साहा ने कहा,
सोना सबकी पसंदीदा चीज है. इसलिए जैसे ही लोगों को पता चला कि खनन में सोना निकला है तो लोग इसकी चर्चा करने लगे. हमें भी पता चला है कि खुदाई में गोल्ड मिला है. लेकिन अभी हम ये नहीं कह सकते कि यहां पर कितना गोल्ड है और यहां और खनन किया जाना चाहिए या नहीं.
साहा के मुताबिक, सोना खुदाई में कई बार कई जगहों पर निकलता है. ऐसे ही यहां पर भी निकला है, लेकिन यहां सोने का भंडार है, इसकी तस्दीक के लिए अभी और काम करना पड़ेगा.
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