इंडिगो की लगातार कैंसिल और लेट होती उड़ानों की वजह से मची अफरा-तफरी शनिवार, 6 दिसंबर को भी जारी है. देश के कई एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की लंबी कतारें लगी हैं. परेशान यात्रियों को कोई स्पष्ट जानकारी न मिलने से माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. कई यात्रियों ने आंखों में आंसू लिए अपनी आपबीती सुनाई है.
'महीनों मेहनत की, सब बेकार हो गया... ' बेबस, आंसू पोछते इन यात्रियों को इंडिगो वाले क्या जवाब देंगे?
Indigo Flight Cancellations: देश के कई एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की लंबी कतारें लगी हैं. परेशान यात्रियों को कोई स्पष्ट जानकारी न मिलने से माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. केवल टिकट का पैसा वापस मिलने से बात नहीं बनने वाली, किस यात्री ने क्या खोया? कितनी परेशानी झेली? ये समझना आसान नहीं है. कई यात्रियों ने आंखों में आंसू लिए अपनी आपबीती सुनाई है.


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अहमदाबाद एयरपोर्ट पर शनिवार को रात 12 बजे से सुबह 6 बजे के बीच 7 आने वाली और 12 जाने वाली फ्लाइट कैंसिल कर दी गईं. सर्विस रुकने से लंबी वेटिंग लाइनें लग गईं. काउंटरों पर भीड़ लग गई. यात्रियों को यात्रा के दूसरे ऑप्शन नहीं मिल पाने से निराशा और बढ़ गई.
ऐसे ही महर्षि जानी नाम के यात्री अपनी व्यथा बताते हुए बिलख पड़े. उन्होंने बताया कि कैसे इस दिक्कत के चलते उन्हें और उनकी टीम को वह मौका गंवाना पड़ा जिसके लिए उन्होंने महीनों मेहनत की थी.
उन्होंने ANI को बताया,
“मुझे सुबह 6:15 बजे की फ़्लाइट से गुवाहाटी जाना था. यह कोलकाता से कनेक्टिंग फ़्लाइट थी. हम स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2025 के लिए चुने गए थे. वहां लगभग 74,000 आइडिया सबमिट किए गए थे और लगभग 1400 आइडिया चुने गए थे. हमारा सेंटर नॉर्थ-ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी में था और हमें वहां परफॉर्म करना था.”
जानी ने आगे कहा कि महीनों की तैयारी के बावजूद कैंसिलेशन के कारण उनकी छह लोगों की टीम और उनके साथ आए दो मेंटर्स के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा. उन्होंने इंडिगो की फ़्लाइट बुक की थी. लेकिन फ़्लाइट लेट है और इसलिए वे वहां नहीं जा पाएंगे. आने-जाने का कोई और तरीका नहीं है. अगर वे ट्रेन से जाएंगे तो पहुंचने में तीन दिन लग जाएंगे. उनकी 6-7 महीने की मेहनत अब बेकार हो गई है. अब वह घर वापस लौटने को मजबूर हैं.
अंतरराष्ट्रीय यात्री भी फंसेइखलाक हुसैन नाम के पैसेंजर ने बताया कि इंटरनेशनल ट्रैवल करने के बावजूद वे फंसे हुए हैं. हुसैन ने कहा,
“मैं जेद्दा से अहमदाबाद पहुंचा हूं. मुझे लखनऊ जाना है. मैं पिछले 2 दिनों से यहां फंसा हुआ हूं क्योंकि फ्लाइट लेट होती जा रही है.”
जोधपुर एयरपोर्ट से बेंगलुरु पहुंचने वाले एक पैसेंजर ने बताया कि एयरलाइन सुबह से कोई जवाब नहीं दे रही है. उन्होंने कहा इंडिगो से कोई जवाब नहीं दे रहा है. वह सुबह से यहां खड़े हैं. उन्हें शाम तक अर्जेंट बेंगलुरु पहुंचना है और वह बहुत परेशान हो चुके हैं.
ओडिशा के बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक और पैसेंजर ने अपनी परेशानी शेयर करते हुए बताया कि एयरपोर्ट पर तीन घंटे बिताने के बाद भी, उन्हें उनकी फ्लाइट के स्टेटस के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. उन्होंने कहा,
“भुवनेश्वर से बेंगलुरु के लिए मेरी फ्लाइट 5 दिसंबर को शेड्यूल थी. बेंगलुरु से वियतनाम जाना था. मैं एक दिन पहले (4 दिसंबर) अपनी फ्लाइट के शेड्यूल के बारे में पूछने के लिए यहां पहुंची. मैंने यहां तीन घंटे बिताए और उनसे अपनी फ्लाइट का स्टेटस पूछा. लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता.”
उन्होंने आगे कहा,
सरकार ने अब दिया ये आदेश“मैंने उनसे बेंगलुरु के लिए शेड्यूल अपनी किसी फ्लाइट में मुझे जगह देने की रिक्वेस्ट की ताकि मैं यहां से वियतनाम के लिए अपनी इंटरनेशनल फ्लाइट पकड़ सकूं. लेकिन उन्होंने मेरे लिए एक भी सीट नहीं दी. हमारे पास सड़क से यात्रा करने का ऑप्शन नहीं था क्योंकि भुवनेश्वर और बेंगलुरु के बीच की दूरी तय करने में 25-26 घंटे लगते हैं. कोई कुछ नहीं सुन रहा है. उनके पास कोई जवाब या सॉल्यूशन नहीं है.”
अब इस मामले में ताजा अपडेट ये है कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो को कई निर्देश दिए हैं. अपने एक निर्देश में सरकार ने इंडिगो को बिना किसी देरी के सभी पेंडिंग और कैंसिल हुईं फ्लाइट्स का रिफंड देने का निर्देश दिया है. यह भी कहा गया है कि आधी रात तक फ्लाइट शेड्यूल सामान्य होना शुरू हो जाएगा. अगले कुछ दिनों में सेवाएं पूरी तरह पटरी पर लौटेंगी.
आदेश के मुताबिक, फंसे यात्रियों के लिए होटल की व्यवस्था की जाएगी. वरिष्ठ नागरिकों को खास सुविधा दी जाएगी. देरी होने पर यात्रियों को खाने-पीने और जरूरी चीजें उपलब्ध कराई जाएंगी. चौबीसों घंटे कंट्रोल रूम स्थिति पर नजर रखेगा. सरकार ने कहा कि यात्रियों की परेशानी कम करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं और हालात जल्द सामान्य किए जाएंगे.
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