विमानन रेगुलेटर DGCA ने शनिवार 6 दिसंबर को इंडिगो एयरलाइन के CEO पीटर एल्बर्स को 'कारण बताओ' नोटिस जारी किया है. यह नोटिस उड़ान संचालन में इस हफ्ते हुई बड़ी गड़बड़ी के कारण उन्हें और कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर इसिड्रे पोरक्वेरस को दिया गया है. DGCA ने दोनों को 24 घंटे के भीतर यह बताने को कहा है कि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए.
DGCA ने इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स को ठहराया जिम्मेदार, पूछा- 'आप पर एक्शन क्यों न हो?'
DGCA ने Indigo के CEO Pieter Elbers को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वे भरोसेमंद सेवाएं सुनिश्चित करने में “अपने कर्तव्य में असफल” रहे. यह आरोप भी लगाया गया कि उसने कैंसिलेशन, लंबी वेटिंग और बोर्डिंग न मिलने की स्थिति में यात्रियों को नियमों के मुताबिक जानकारी और सुविधाएं नहीं दीं.


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, DGCA ने अपने नोटिस में कहा है कि इंडिगो की इस अव्यवस्था से यात्रियों को गंभीर परेशानी, दिक्कत और तनाव झेलना पड़ा है. नोटिस में कहा गया कि इस पूरे संकट की मुख्य वजह एयरलाइन द्वारा फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों के सुचारु पालन के लिए जरूरी प्रबंध न करना रहा. रेगुलेटर ने यह भी कहा कि बड़े पैमाने पर ऑपरेशनल गड़बड़ी, प्लानिंग, निगरानी और रिसोर्स मैनेजमेंट में बड़ी कमियों को दिखाती है.
CEO को जिम्मेदार ठहरायाDGCA ने इंडिगो पर यह आरोप भी लगाया गया कि उसने कैंसिलेशन, लंबी वेटिंग और बोर्डिंग न मिलने की स्थिति में यात्रियों को नियमों के मुताबिक जानकारी और सुविधाएं नहीं दीं. DGCA ने CEO को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वे भरोसेमंद सेवाएं सुनिश्चित करने में “अपने कर्तव्य में असफल” रहे. यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब इंडिगो की सर्विस में शनिवार को लगातार पांच दिनों तक दिक्कत आई.
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रिफंड पर DGCA सख्तरिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को अकेले 850 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं. इस बीच, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो को रविवार 7 दिसंबर की शाम तक सभी पेंडिंग रिफंड निपटाने और दो दिनों में यात्रियों का खोया हुआ सामान वापस करने का निर्देश दिया है. एयरलाइन को यात्रियों की शिकायतों और उन्हें अपडेट के लिए खास सहायता केंद्र बनाने को भी कहा गया है.
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इसी बीच, एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने फंसे हुए यात्रियों की मदद के लिए कई कदम उठाए हैं. दोनों एयरलाइनों ने घरेलू उड़ानों में इकॉनमी किरायों पर सीमा तय की है. बुकिंग बदलने या कैंसिल करने पर एक बार की फीस माफ की है. इसके साथ ही एक्स्ट्रा स्टाफ को भी लगाया गया है. कई रूटों पर सीटें बढ़ाई हैं. जरूरत पड़ने पर यात्रियों को बिना एक्स्ट्रा फीस के हाई कैटिगरी में अपग्रेड भी किया जाएगा.
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