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सीमा पर सैनिकों की संख्या होगी कम, भारत-पाकिस्तान के DGMOs की बैठक में और क्या तय हुआ?

भारत और पाकिस्तान के DGMO ने आपस में बात की और इस बात पर सहमत हुए हैं कि सीमा पर दोनों देश अपनी सेनाओं को कम करने के उपाय पर काम करेंगे. इस बात पर भी चर्चा की गई कि बॉर्डर पर एक भी गोली न चले.

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भारत-पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों में बातचीत हुई है (India Today)

भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों ने अपनी-अपनी सीमा पर सैनिकों की संख्या घटाने पर विचार किया है. सोमवार को दोनों देशों के DGMO ने हॉटलाइन पर बात की. इस बातचीत में उन उपायों पर चर्चा की गई, जिनसे सीमा पर सैनिकों की संख्या कम हो. आतंकवाद के खिलाफ भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा दिया था. 23 अप्रैल से 6 मई तक नियंत्रण रेखा (LOC) के साथ लगे कई इलाकों में गोलीबारी की घटनाएं सामने आईं. ये सिलसिला 7 से 11 मई के बीच ड्रोन और हवाई हमलों तक बढ़ गया था.

बीते दिनों चले सैन्य संघर्ष के बाद शनिवार को दोनों देशों के मिलिट्री ऑपरेशन के महानिदेशकों ने आपस में बातचीत की और सीजफायर पर सहमत हुए थे. हालांकि, शनिवार को सीमापार से गोलाबारी की कुछ घटनाएं सामने आईं, लेकिन रविवार को सीमा पर शांति कायम रही. बीते 19 दिनों में रविवार पहला ऐसा दिन था, जब सीमा पर गोलाबारी की आवाज नहीं आई. इंडिया टुडे के सूत्रों के अनुसार, सोमवार को भारत और पाकिस्तान के DGMO ने शाम 5 बजे फिर एक-दूसरे से बात की.

बैठक के बाद सेना की तरफ से जारी एक बयान में बताया गया कि इस बातचीत में दोनों देश सीमा पर सैनिकों की संख्या में कमी लाने के उपायों पर काम करने पर सहमत हुए हैं. इसके साथ ही ये चर्चा भी की गई है कि दोनों देशों को एक दूसरे पर एक भी गोली नहीं चलानी चाहिए. एक-दूसरे पर कोई आक्रामक या शत्रुतापूर्ण कार्रवाई भी नहीं करनी चाहिए.

सीजफायर के बाद भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच ये ऐसी पहली बातचीत है, जिसमें क्रॉस बॉर्डर फायरिंग बंद करने पर चर्चा की गई. 

पहलगाम हमले के बाद एक्शन

बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए. भारतीय कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर ड्रोन हमला करने का प्रयास किया. लेकिन भारतीय सेना ने इसका कड़ा जवाब दिया और पाकिस्तान के एयरबेस, एयर डिफेंस सिस्टम, कमांड-कंट्रोल सेंटर्स और रडार साइटों समेत कई प्रमुख सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया.

भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शनिवार शाम को एलान किया कि भारत और पाकिस्तान ने तत्काल प्रभाव से जमीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति बनाई है. हालांकि, सेना और सरकार ने साफ कहा है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर अस्थायी रोक लगाई गई है. अगर सीमापार से फिर कोई हरकत होती है तो फिर से सैन्य कार्रवाई की जाएगी.

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