हौसला बहुत बड़ी चीज होती है. कुछ कर गुजरने का जज्बा हो, तो फिर यह बड़े से बड़े आघात से भी नहीं टूटता. और बात जब अपने कर्तव्यों को निभाने की आ जाए तो फिर क्या दरिया और क्या समंदर…पार करने वाला कर ही लेता है. जैसे हिमाचल प्रदेश के मंडी की रहने वाली कमला देवी ने किया.
नर्स ने उफनते नाले के ऊपर लगा दी छलांग, पीछे की वजह पता चलने पर हर कोई कर रहा सलाम
Himachal Pradesh Staff Nurse Video: गजब हौसला है इस महिला का. घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें स्टाफ नर्स कमला एक हाथ में जूते पकड़े, कंधे पर बैग और पर्स लटकाए एक चट्टान से दूसरी चट्टान पर कूदती दिख रही हैं.
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कमला देवी (40) एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं. उन्हें उफनते नाले के उस पार एक गांव में नवजात शिशुओं का टीकाकरण करने के लिए जाना था. जिनके घर वाले खराब मौसम की वजह से हेल्थ केयर सेंटर तक नहीं पहुंच सके. इसलिए उन्होंने खुद नाले को पार करके गांव जाना चुना और उफनते नाले के ऊपर ही छलांग लगा दी. एक ऐसी छलांग थी जो शायद कई बहादुर नहीं लगा पाते. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है.
वायरल वीडियो में कमला एक हाथ में जूते पकड़े, कंधे पर बैग और पर्स लटकाए, नाले को पार करने के लिए एक चट्टान से दूसरी चट्टान पर कूदती दिख रही हैं. यह वीडियो मंडी जिले की चौहारघाटी के सुधार का है. यहां भारी बारिश की वजह से काफी नुकसान हुआ है. क्षेत्र के 6 फुट ब्रिज बह गए हैं. लोगों को आने-जाने में नदी नाले जान जोखिम में डालकर पार करने पड़ रहे हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मंडी के टिक्कर गांव की रहने वाली कमला सुधार पंचायत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत हैं. उन्होंने बताया कि ड्यूटी के लिए रोजाना करीब चार किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ रहा है. वह दो बच्चों की मां हैं. बेटा 11वीं कक्षा में और बेटी 9वीं कक्षा में है. उनके पति एक टीचर हैं.
यह घटना शुक्रवार, 22 अगस्त की है. उन्होंने बताया कि जब से उनका वीडियो ऑनलाइन शेयर किया गया है, तब से उनके फोन की घंटी बजती ही जा रही है. कमला ने बताया,
मुझे नहीं पता कि वीडियो किसने बनाया. जब से यह वायरल हुआ है, मैं सिर्फ फोन कॉल्स ही उठा रही हूं. लोग मुझे बधाई दे रहे हैं और सलाम कर रहे हैं.
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सीनियर अधिकारियों ने भी सराहा
उनके सीनियर अधिकारियों ने भी इस घटना पर ध्यान दिया है. मंडी की मुख्य चिकित्सा अधिकारी दीपाली शर्मा ने उनके साहस और उदारता की सराहना की. साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे जोखिम नहीं उठाए जाने चाहिए, जिनसे बचा जा सके. आगे बताया,
यह उनकी ओर से एक साहसी कदम था. लेकिन हम नहीं चाहते कि हमारे स्वास्थ्यकर्मी खुद को खतरे में डालें. अगर कोई पहुंच से बाहर होने की वजह है, तो हम उन तक पहुंचने की व्यवस्था करेंगे.
कमला देवी को 2015 में स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में नियुक्त किया गया था. उनकी पहली पोस्टिंग 2015 से 2021 तक चंबा में थी. 2021 से, वह पहाड़ी राज्य के मंडी जिले में सेवा दे रही हैं.
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