करीब 50 करोड़ रुपये का बीमा क्लेम हड़पने के लिए एक बेटे ने अपने माता-पिता और पत्नी की कथित तौर पर हत्या की. पुलिस ने इस मामले में आरोपी बेटे विशाल सिंघल और उसके साथी सतीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि विशाल ने अपने परिवार के सदस्यों की मौत को रोड एक्सीडेंट बताकर बीमा कंपनियों से करोड़ों रुपये का क्लेम लिया. पुलिस को जानकारी मिली है कि विशाल की और भी पत्नियां हैं.
मां-बाप, पत्नी सबकी सड़के हादसे में मौत, जांच हुई तो बेटे का 'बीमा गेम' पता चला
विशाल के पिता मुकेश सिंघल के नाम पर 50 बीमा पॉलिसी थीं और उनका कुल बीमा क्लेम करीब 50 करोड़ रुपये का था. हापुड़ पुलिस की जांच में सामने आया कि मुकेश की मौत सड़क हादसे में नहीं, बल्कि एक साजिश के तहत हुई थी.


विशाल सिंघल मेरठ के गंगानगर का रहने वाला है. इंडिया टुडे से जुड़े देवेंद्र कुमार शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, हापुड़ के अपर पुलिस अधीक्षक विनीत भटनागर ने बताया कि विशाल ने अपनी मां प्रभा देवी और पत्नी की मौत को सड़क हादसे में हुई मौत दिखाया था. इस तरह उसने बीमा कंपनियों से लाखों रुपये का क्लेम लिया. इसके अलावा, उसने अपने पिता मुकेश सिंघल की मौत के बाद करीब 39 करोड़ रुपये का बीमा क्लेम किया.
अपर पुलिस अधीक्षक विनीत भटनागर ने बताया,
"अप्रैल, 2024 को थाना गढ़मुक्तेश्वर में एक मामला दर्ज हुआ. इसमें विशाल सिंघल नामक व्यक्ति ने ये बताया कि उनके पिताजी मुकेश सिंघल का एक रोड एक्सीडेंट हुआ था. इसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनको मेरठ ले जाकर उनका इलाज कराया गया, लेकिन उनकी मृत्यु हो गई. इस संबंध में जो मामला रोड एक्सीडेंट का दर्ज किया गया था, उसमें जांच के बाद पाया गया कि उस गाड़ी का पता नहीं लगा और उसमें रिपोर्ट लगी."
उन्होंने आगे कहा,
"इंश्योरेंस कंपनियों ने अपनी पैरेलल इन्वेस्टिगेशन कराई थी, जिससे उनको पता लगा कि मृतक के नाम पर लगभग 40 करोड़ रुपये से ज्यादा की इंश्योरेंस पॉलिसी उनके बेटे ने ली थी. जबकि उनकी वार्षिक आमदनी इससे बहुत कम थी. सालाना आमदनी कुछ लाख रुपये थी. इन गड़बड़ियों की उन्होंने जांच की तो पाया की इसमें बहुत गंभीर फ्रॉड हुआ है और कई सारी पॉलिसियां ली गई हैं. इसके बाद ये भी शक जाहिर किया कि इसमें उनके द्वारा एक्सीडेंट करके ये घटना की गईं."
विशाल के पिता मुकेश सिंघल के नाम पर 50 बीमा पॉलिसी थीं और उनका कुल बीमा क्लेम करीब 50 करोड़ रुपये का था. हापुड़ पुलिस की जांच में सामने आया कि मुकेश की मौत सड़क हादसे में नहीं, बल्कि एक साजिश के तहत हुई थी. विशाल ने रोड एक्सीडेंट में अपने पिता की जो चोटें बताईं थीं और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो चोटें निकलीं, उनका आपस में कोई मेल नहीं था.
निवा बुपा इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारी संजय कुमार का आरोप है कि विशाल कुमार ने जांच के दौरान टीम का सहयोग नहीं किया और कई अहम दस्तावेज भी नहीं दिए. संजय कुमार ने बताया कि मृतक मुकेश सिंघल के नाम निवा बूपा के साथ-साथ टाटा एआईजी, मैक्स लाइफ, टाटा एआईए, आदित्य बिड़ला, एचडीएफसी एर्गो, मैक्स लाइफ समेत अलग-अलग कंपनियों की लगभग 50 बीमा पॉलिसी थीं.
रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी घोषित सालाना आय लगभग 12 से 15 लाख रुपये थी, जबकि उनका कुल बीमा क्लेम करीब 39 करोड़ रुपये है. हापुड़ पुलिस के अनुसार, 21 जून, 2017 को विशाल कुमार की मां प्रभा देवी की पिलखुवा में सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी. आरोप है कि उस समय प्रभा, विशाल के साथ बाइक पर सवार थीं, जहां अज्ञात गाड़ी से टक्कर दिखाकर उन्हें सरस्वती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था.
पुलिस के मुताबिक, प्रभा की मौत के बाद विशाल को बीमा कंपनियों से करीब 80 लाख रुपये मिले थे. बीमा कंपनी ने प्रभा की मौत के मामले में भी साजिश का आरोप लगाया है. वहीं, विशाल को उसकी पत्नी की मौत के बाद करीब 30 लाख रुपये की बीमा क्लेम की रमक मिली थी.
हापुड़ के अपर पुलिस अधीक्षक विनीत भटनागर ने बताया कि मृतक मुकेश सिंघल के नाम पर चार महंगी गाड़ियां भी रजिस्टर्ड हैं. ये गाड़ियां अलग-अलग बैंकों से लोन लेकर खरीदी गई थीं. मुकेश की मौत के बाद बीमा कंपनियों को बैंक का लोन भी चुकाना पड़ रहा है. पुलिस का कहना है कि आगे जांच के बाद ही इंश्योरेंस कंपनी के आरोपों का सच सामने आएगा.
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