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एल्विश यादव पर एक और FIR, इस बार फर्जी वीडियो पोस्ट कर राजस्थान पुलिस को बदनाम करने का आरोप

FIR against Elvish Yadav: एल्विश ने एक वीडियो पोस्ट किया और कहा- 'राजस्थान पुलिस हमारा ध्यान रख रही है.' अब राजस्थान पुलिस ने इन दावों को ख़ारिज कर दिया है.

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राजस्थान पुलिस की इमेज ख़राब करने के आरोप में ये FIR दर्ज की गई है. (फ़ोटो - Instagram/elvish_yadav.vlogs)

सोशल मीडिया इन्फ़्लुएंसर एल्विश यादव के ख़िलाफ़ जयपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया है (FIR against Elvish Yadav). आरोप है कि एल्विश यादव ने ‘फ़र्ज़ी वीडियो’ पोस्ट किया है और राजस्थान पुलिस की छवि ख़राब की है. दरअसल, एल्विश ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया और कहा कि राजस्थान पुलिस उनका ध्यान रख रही है. इस वीडियो में दावा किया गया कि पुलिस की गाड़ियां उनकी कार के आगे चल रही थीं.

10 फ़रवरी को पोस्ट किए गए इस वीडियो में कार को राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बेटे कृष्णवर्धन सिंह खाचरियावास चलाते हुए देखे जा सकते हैं. कृष्णवर्धन सिंह इस वीडियो में एल्विश से कहते सुने जा सकते हैं कि पुलिस की गाड़ियां पूरी यात्रा के दौरान उनकी कार के साथ रहेंगी. उन्होंने ये भी बताया कि हर पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में बदलाव के साथ पुलिस की गाड़ियां भी बदल जाएंगी. यानी थाने-दर-थाने गाड़ियां चेंज होंगी.

इस वीडियो को सोशल मीडिया पर ख़ूब शेयर किया गया. इसके बाद, कई लोगों ने यूट्यूबर को एस्कॉर्ट देने के लिए पुलिस की आलोचना की. लेकिन राजस्थान पुलिस ने इन दावों को ख़ारिज कर दिया है.

वहीं, एल्विश यादव के इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक और वीडियो दिखा. एल्विश यादव ने जो वीडियो पोस्ट किया है, उसमें वो राजस्थान की जनता और राजस्थान पुलिस को धन्यवाद भी दे रहे हैं. वायरल वीडियो में एल्विश ने कहा- ‘राजस्थान पुलिस हमारा ध्यान रख रही है.’ ऐसा कहते हुए उन्होंने सायरन की आवाज़ देते हुए एक कार की तरफ़ कैमरा मोड़ा.

इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, एल्विश यादव 8 फ़रवरी को सांभर में एक गाने की शूटिंग के लिए जयपुर पहुंचे थे. उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान एक व्लॉग भी शूट किया, जिसे उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया. वीडियो में एल्विश यादव और कृष्णवर्धन सिंह बिना किसी बाधा के ट्रैफ़िक से बाहर निकलकर पुलिस की गाड़ी का पीछा करते हुए दिखाई दे रहे हैं.

एक मौक़े पर पुलिस की गाड़ी को उनकी गाड़ी के आगे चलते हुए भी दिखाया गया है. कथित तौर पर एल्विश की कार को टोल नहीं देना पड़ा, क्योंकि वो पुलिस वाहन के पीछे चल रही थी.

पुलिस क्या बोली?

जयपुर के पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज का कहना है कि पुलिस ने वाहन को एस्कॉर्ट नहीं किया था. वहीं ACP कुंवर राष्ट्रदीप ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि एल्विश यादव के ख़िलाफ़ साइबर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है. एक ‘फ़र्ज़ी वीडियो’ पोस्ट करने और राजस्थान पुलिस की छवि ख़राब करने के आरोप में ये FIR दर्ज हुई है. ACP ने ये भी कहा कि वीडियो में दिखाई गई पुलिस की गाड़ियां यादव को एस्कॉर्ट नहीं कर रही थीं.

न्यूज़ एजेंसी PTI के इनपुट के मुताबिक़, एडिशनल पुलिस कमिश्नर रामेश्वर सिंह ने भी कहा कि एल्विश को कोई एस्कॉर्ट नहीं दिया गया था. पुलिस सुरक्षा सिर्फ़ स्थापित प्रोटोकॉल के आधार पर प्रदान की गई थी.

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Pratap Singh Khachariyawas का रिएक्शन

हमें प्रताप सिंह खाचरियावास के X अकाउंट पर एक पोस्ट दिखा. 10 फ़रवरी को पोस्ट किए गए इस पोस्ट में लिखा था,

आज जयपुर आवास पर यूट्यूबर एल्विश यादव से मुलाक़ात हुई.

 

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प्रताप सिंह खाचरियावास का पोस्ट.

वहीं, प्रताप सिंह खाचरियावास ने रिपोर्टर्स से बातचीत में कहा कि न तो उन्होंने, और न ही उनके बेटे ने पुलिस एस्कॉर्ट की मांग की थी. वो कहते हुए सुने जा सकते हैं,

एल्विश यादव अक्सर मुझसे मिलने आते हैं. एक नेता के तौर पर मैं बहुत से लोगों से मिलता हूं. मेरी सरकार सत्ता में नहीं है, इसलिए मुझे नहीं पता कि किसने एस्कॉर्ट मांगा है या पुलिस वाहन उन्हें क्यों एस्कॉर्ट कर रहा था. न तो मेरे बेटे ने और न ही मैंने एस्कॉर्ट मांगा है. 

प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि किसी को राज्य सरकार या एल्विश से पूछना चाहिए कि पुलिस वाहनों के साथ क्या हो रहा था. इस मुद्दे को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है.

वीडियो: अब किस मामले में एल्विश के खिलाफ FIR होगी?