दिल्ली में लाल किले के सामने हुए कार विस्फोट के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस और फोरेंसिक टीम ने कंफर्म कर दिया है कि डॉ उमर नबी ही वह i-20 कार चला रहा था, जिसमें धमाका हुआ था. DNA टेस्ट के माध्यम से बुधवार, 12 नवंबर की देर रात इसकी पुष्टि की गई. जांच एजेंसियों को पहले से ही शक था कि कार में बैठा शख्स उमर नबी ही था. इसके बाद धमाके वाली जगह से मिले शव का DNA, उमर के परिवार वालों के सैंपल से मैच किया गया.
उमर नबी ने ही किया था लाल किले के पास विस्फोट, CCTV फुटेज में दिखा धमाके का खौफनाक मंजर
Delhi Red Fort Car Blast: सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियों को पता चला है कि उमर नबी किसी Ukasa नाम के हैंडलर के संपर्क में था. हैंडलर की लोकेशन ट्रेस की गई तो यह तुर्की के अंकारा में निकली. सूत्रों के मुताबिक मार्च 2022 में कुछ लोग भारत से Ankara गए थे.
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सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि उमर फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का खुलासा होने और अपने बाकी साथियों के पकड़े जाने के बाद घबरा गया और हड़बड़ाहट में खुद को कार के साथ उड़ा लिया. वहीं सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियों को पता चला है कि उमर नबी किसी Ukasa नाम के हैंडलर के संपर्क में था. जांच एजेंसियों को शक है कि Ukasa एक कोड नेम हो सकता है. इस हैंडलर की लोकेशन ट्रेस की गई तो यह तुर्की के अंकारा में निकली. सूत्रों के मुताबिक मार्च 2022 में कुछ लोग भारत से Ankara गए थे. शक है कि उसी दौरान इनका ब्रेन वॉश किया गया था. सूत्रों ने बताया कि ये आतंकी Session App के जरिए हैंडलर से संपर्क करते थे.
उमर के नए रूट का पता चलाइधर, जांच एजेंसियों ने लाल किले धमाके के आरोपी उमर नबी के एक और रूट का पता लगाया है. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक उमर फरीदाबाद से फरार होने के बाद मेवात होते हुए फिरोजपुर झिरका पहुंचा था. इसके बाद वह वापस दिल्ली-मुंबई एक्स्प्रेसवे होते हुए दिल्ली की तरफ आ रहा था. पता चला है कि उसने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक ढाबे पर रात भी गुजारी थी. वह रात में कार में सोया था. सूत्रों के अनुसार इसके बाद वह दिल्ली-मुंबई हाइवे से होते हुए वापस वाया फरीदाबाद होकर दिल्ली के बदरपुर बॉर्डर से घुसा. बताया जा रहा है कि उमर की तस्वीरें दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई हैं.
इससे पहले बुधवार को जांच एजेंसियों और पुलिस को पता चला था कि उमर नबी के नाम पर एक और कार 22 नवंबर 2017 को खरीदी गई थी. दिल्ली पुलिस ने बुधवार शाम को इस लाल रंग की इकोस्पोर्ट (EcoSport) कार को ढूंढने के लिए अलर्ट जारी किया था. फरीदाबाद पुलिस ने जल्द ही यह कार ढूंढ निकाली. कार को बल्लभगढ़ के खंडावली गांव से बरामद किया गया. जब कार मिली तो उसमें कोई भी नहीं था. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसे वहां कौन छोड़कर गया है. वहीं पुलिस को शक था कि इस कार में भी विस्फोटक हो सकता है. इसके बाद बुधवार देर रात से कार की गहन तलाशी ली जा रही है. मौके पर NSG की टीमें भी मौजूद हैं. फिलहाल आम जनता को कार से दूर रखा गया है. जब तक एनएसजी यह स्पष्ट नहीं कर देती कि कार में विस्फोटक है या नहीं, तब तक कार पुलिस या किसी अन्य एजेंसी को नहीं सौंपी जाएगी.

इन सब के बीच दिल्ली धमाके का एक और नया वीडियो सामने आया है, जो बेहद भयावह है. धमाके के पास वाली जगह से बरामद सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि रोड पर खचाखच भरी गाड़ियां एक ट्रैफिक सिग्नल पर रुकी हुई हैं. तभी एक जोरदार धमाका होता है और आस-पास की सभी गाड़ियों के परखच्चे उड़ जाते हैं. विस्फोट के बाद आग की लपटें निकलते हुए दिखाई दे रही हैं. पूरा मंजर बेहद खौफनाक है.
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इधर, केंद्र सरकार ने बुधवार को पहली बार आधिकारिक तौर पर माना कि दिल्ली में लाल किले के सामने हुआ कार धमाका आतंकी हमला ही था. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बुधवार शाम को केंद्रीय कैबिनेट ने कार ब्लास्ट घटना की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया. इसमें ब्लास्ट को ‘राष्ट्र-विरोधी ताकतों द्वारा अंजाम दी गई जघन्य आतंकवादी घटना’ बताया गया. इससे पहले पीएम मोदी ने सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक भी की थी. इसका मकसद था कि स्थिति की समीक्षा की जाए और हमले की चल रही जांच का आकलन किया जाए.
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