दिल्ली में लाल किला के पास जिस जगह 10 नवंबर की शाम कार ब्लास्ट हुआ, उससे 300 मीटर दूर एक कटा हुआ हाथ मिला है. ये हाथ एक दुकान की छत पर देखा गया. आशंका है कि ये घटना के किसी पीड़ित का हो सकता है, जो धमाके से उड़कर यहां गिरा होगा. इससे ब्लास्ट की इन्टेन्सिटी का भी अंदाजा लगाया जा सकता है.
दिल्ली ब्लास्ट के 3 दिन बाद दुकान की छत पर मिला हाथ, घटनास्थल से 300 मीटर दूर
लाल किला के आसपास कई तरह के मार्केट हैं. इनमें एक न्यू लाजपत राय मार्केट भी है. इसी मार्केट की एक दुकान की छत से कटा हुआ हाथ बरामद हुआ. यह दुकान घटनास्थल से करीब 300 मीटर की दूरी पर है.
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लाल किला के आसपास कई तरह के मार्केट हैं. इनमें एक न्यू लाजपत राय मार्केट भी है. इसी मार्केट की एक दुकान की छत से कटा हुआ हाथ बरामद हुआ. इंडिया टुडे की मिलन शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, यह दुकान घटनास्थल से करीब 300 मीटर की दूरी पर है. इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. कटे हुए हाथ को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. पुलिस घटना के बाद गायब हुए अन्य पीड़ितों की भी तलाश कर रही है.
ब्लास्ट की जांच कर रहे अधिकारियों ने बताया,
'लाल किले के पास हुए ब्लास्ट में खतरनाक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था. फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) के अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल से कई तरह के विस्फोटकों के सैंपल इकट्ठा किए गए हैं. इनमें एक सैंपल ऐसा भी मिला है, जिसे अमोनियम नाइट्रेट से भी ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है.'
FSL की टीम ने घटनास्थल से 40 से भी अधिक सैंपल्स इकट्ठा किए हैं. इनमें कारतूस, गोला-बारूद और विस्फोटक शामिल हैं. जांच करने वाली टीम के एक अधिकारी ने बताया,
‘शुरुआती जांच से यह पता चला है कि कम से कम एक सैंपल में अमोनियम नाइट्रेट था.’
घटना में मृतकों के शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट्स से यह पता चला कि पीड़ितों को अंदरूनी चोट ज्यादा लगी थी. मृतकों के शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों में घाव लगे थे. कहा ये भी जा रहा है कि कुछ पीड़ितों की मौत जोरदार विस्फोट से डरने और घबराने से भी हो सकती है.
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