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मोहम्मदपुर बना मोहनपुर, खलीलपुर हो गया रामपुर... एमपी के सीएम ने बदल दिए 11 गांवों के नाम

Madhya Pradesh के CM Mohan Yadav शाहपुर जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मंच से ही 11 गांवों के नाम बदलने की घोषणा की. बोले- अगर मोहम्मदपुर में कोई भी मोहम्मद नहीं है, तो मोहम्मदपुर नाम क्यों?

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सीएम मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के 11 गावों के नाम बदल दिए हैं. (फाइल फोटो-इंडिया टुडे)

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार, 12 जनवरी को एक साथ 11 गांवों के नाम बदलने का आदेश दे दिया. सीएम मोहन यादव एमपी के शाहपुर जिले में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. जहां स्थानीय लोगों ने उनसे गांवों के नाम बदलने की मांग की. इस दौरान उन्होंने मंच से ही एमपी के 11 गांवों के नाम बदलने की घोषणा कर दी.

इंडिया टुडे से जुड़े रवीश पाल सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक सीएम मोहन यादव ने 11 गांवों के नाम बदल दिए. स्थानीय लोगों का कहना है कि गांवों के नाम मुस्लिम हैं, इसलिए इन्हें बदलना चाहिए. सीएम मोहन यादव ने इनके नाम बदलकर हिंदू नाम कर दिए हैं. बदले गए नाम कुछ इस प्रकार हैं.

पुराने नाम नए नाम
मोहम्मदपुर मछनाईमोहनपुर 
ढाबला हुसैनपुरढाबला राम
मोहम्मदपुर पवाड़ियारामपुर पवाड़िया 
खजूरी अलाहदादखजूरी राम 
हाजीपुरहीरापुर गांव
 निपानिया हिसामुद्दीननिपानिया देव 
रीछड़ी मुरादाबादरिछड़ी
खलीलपुररामपुर
घट्टी मुख्तयारपुरघट्टी
सीएम मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के 11 गावों के नाम बदल दिए हैं.
ऊंचोदऊंचावद
शेखपुर बोंगीअवधपुरी

रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम मोहन यादव ने कहा कि गांव और शहरों के नाम जनभावनाओं के अनुसार रखे जाएंगे. उन्होंने बताया कि लोगों ने नाम बदलने की मांग की थी, इसी वजह से नाम बदले जा रहे हैं.

सीएम ने जनता को संबोधित करते हुए कहा, "आपने कहा कि कुछ नाम अटके और खटके लगते हैं, तो मैं कुछ गलती तो नहीं कर रहा हूं." उन्होंने आगे कहा, "अगर मोहम्मदपुर मछनाई में कोई भी मोहम्मद नहीं है, तो मोहम्मदपुर कैसा? अगर कोई मुस्लिम बंधु वहां हो, तो नाम रखो. इसलिए अब इस गांव का नाम बदलकर मोहनपुर कर दिया गया है."

1 हफ्ते पहले भी बदले गए थे नाम?

बीती 6 जनवरी को भी सीएम मोहन यादव ने उज्जैन के तीन गांवों के नाम बदले थे. इनमें मौलाना, गजनीखेड़ी और जहांगीरपुर गांव शामिल हैं. नाम बदलते हुए सीएम ने कहा था, "मौलाना गांव का नाम लिखने में पेन अटकता है, इसलिए इसे विक्रम नगर के नाम से जाना जाएगा." इसके अलावा, जहांगीरपुर का नाम बदलकर जगदीशपुर रखा गया था और गजनीखेड़ी का नाम बदलकर चामुंडा माता नगरी कर दिया गया था.

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