प्रयागराज में शनिवार, 31 मई को भारत के मुख्य जस्टिस (CJI) भूषण रामकृष्ण गवई (BR Gavai) ने इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) परिसर में नवनिर्मित एडवोकेट चैंबर और मल्टीलेवल पार्किंग बिल्डिंग का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने एक दिलचस्प टिप्पणी करते हुए देश के सबसे पावरफुल जज का नाम लिया.
'योगी जी तो पावरफुल हैं ही, मगर...' CJI गवई ने सबसे पावरफुल जज किसको बताया?
Allahabad High Court में एक उद्घाटन समारोह में CJI BR Gavai ने प्रयागराज की काफी तारीफ की. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री Arjun Ram Meghwal की CM Yogi Adityanath पर की गई टिप्पणी का जिक्र करते हुए सबसे ताकतवर जज का नाम लिया.

CJI जस्टिस गवई ने कार्यक्रम में मौजूद कानून और न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल की एक टिप्पणी का जिक्र किया, जो उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में की थी. मेघवाल ने योगी आदित्यनाथ को देश का सबसे ताकतवर और मेहनती मुख्यमंत्री बताया था. एएनआई के एक्स अकाउंट से शेयर किए गए वीडियो के मुताबिक, CJI गवई ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
"मेघवाल जी ने कहा कि योगी जी इस देश के सबसे पावरफुल और कर्मठ मुख्यमंत्री हैं. मैं कहना चाहूंगा कि इलाहाबाद की भूमि भी पावरफुल लोगों की है. योगी जी तो पावरफुल हैं ही. मगर हमारे मित्र जो विक्रम नाथ जी हैं, वो आज के भारत के सबसे मजबूत और पावरफुल जज हैं."
मेघवाल के बयान का जिक्र करके CJI गवई ने सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस विक्रम नाथ को देश का सबसे मजबूत और पावरफुल जज करार दिया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, CJI गवई ने इस मौके पर देश के संविधान और न्याय व्यवस्था की भूमिका पर भी विस्तार से बात की. उन्होंने कहा कि संविधान लागू होने के 75 सालों में सरकार और न्यायपालिका ने मिलकर ऐसे कई कानून बनाए हैं, जिनसे सामाजिक और आर्थिक समानता को बढ़ावा मिला है. उन्होंने कहा कि किसानों को जमीन का मालिक बनाया गया, मजदूरों और कामगार वर्ग को अधिकार मिले.
CJI गवई ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस विशाल अधिवक्ता भवन (एडवोकेट चैंबर) के निर्माण में सरकार का योगदान सराहनीय है. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का आयोजन रानी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती पर होना इसे और खास बनाता है, क्योंकि वे सामाजिक न्याय की प्रतीक थीं.
CJI बीआर गवई ने डॉ. भीमराव आंबेडकर के 25 नवंबर 1949 को संविधान सभा में दिए गए ऐतिहासिक भाषण को भी याद किया. उन्होंने कहा कि अंबेडकर ने तभी चेताया था कि असली लोकतंत्र तब ही संभव होगा जब समाज में असमानता खत्म होगी.
इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस जेके माहेश्वरी, जस्टिस पंकज मित्तल, जस्टिस मनोज मिश्रा, इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अरुण भंसाली, दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस देवेंद्र कुमार भी मौजूद थे.
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