बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीटों का बंटवारा आखिरी दौर में पहुंच गया है. NDA के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग फॉर्मूला लगभग तय हो चुका है. अब केवल शीर्ष नेताओं की औपचारिक बैठक के बाद इसकी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है. जब भारतीय चुनाव आयोग (ECI) चुनाव की तारीखों का एलान करेगा, उसके बाद NDA की तरफ से सीट बंटवारे का खुलासा होगा.
चिराग एडजस्ट करेंगे या फिर बाहर? BJP-JDU का बराबर सीटों का फॉर्मूला, LJP(RV) को 20 सीटें देने का प्लान
Bihar Election: JDU और BJP के सामने सबसे बड़ी चुनौती चिराग पासवान हैं. सूत्रों के अनुसार, वे 40 से ज्यादा सीटें मांग रहे हैं. BJP सूत्रों का मानना है कि ज्यादा सीटें मांगना पासवान की राजनीतिक मजबूरी है.


इंडिया टुडे के पॉलिटिकल एडिटर हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर के आखिरी हफ्ते या अक्टूबर के पहले हफ्ते में बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो सकता है. सबसे दिलचस्प यह देखना होगा कि जनता दल यूनाइटेड (JDU) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) को कैसे एडजस्ट करती है.
पिछले विधानसभा चुनाव (2020) में चिराग पासवान NDA से अलग होकर अकेले चुनावी मैदान में उतरे थे. उस समय LJP ने भले ही 1 सीट जीती, लेकिन JDU को काफी नुकसान पहुंचाया था. बाद में LJP के विधायक JDU में शामिल हो गए थे. लेकिन 2025 में चिराग पासवान NDA का हिस्सा हैं और यही स्थिति JDU और BJP के लिए एक नई चुनौती बनकर सामने आई है.
सूत्रों के मुताबिक, चिराग पासवान अपनी पार्टी के लिए 40 से ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं. वहीं, BJP सूत्रों का कहना है कि यह मांग चिराग की राजनीतिक मजबूरी है, जिससे कार्यकर्ताओं और समर्थकों में उत्साह बना रहे. हालांकि, JDU उनके लिए 20 से ज्यादा सीटें देने के मूड में नहीं दिख रही है. JDU के लिए पुराने जख्मों को नजरअंदाज करना मुश्किल होगा.
NDA के लिए जरूरी है कि चिराग को सम्मानजनक सीटें देकर गठबंधन की एकता को बरकरार रखा जाए, क्योंकि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के महागठबंधन से मजबूत मुकाबला करना होगा. चिराग की लोकप्रियता खासकर दलित और युवा मतदाताओं में है, जिसका फायदा NDA को मिल सकता है.
सूत्रों के मुताबिक, BJP और JDU के बीच यह सहमति बन चुकी है कि दोनों दल 100-100 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. JDU फिर भी BJP से कुछ ज्यादा सीटों पर ताल ठोकेगी, ताकि बिहार में 'बड़े भाई' की इमेज कायम रखी जा सके.
जीतनराम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) और उपेंद्र कुशवाहा के राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को भी कुछ सीटें दी जाएंगी. NDA की ओर से साफ संकेत हैं कि चुनाव की अगुवाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही करेंगे. हालांकि, उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई जा रही है, लेकिन इस पर अंतिम निर्णय खुद नीतीश कुमार ही लेंगे.
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