The Lallantop

गाजा के अस्पताल पर इजरायली हमले में 15 लोगों की मौत, मरने वालों 4 पत्रकार भी शामिल

गाज़ा के नास्सर अस्पताल पर सोमवार को हुए इज़रायली हमलों में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में 4 पत्रकार भी शामिल हैं. इनमें से एक Reuters, एक फ्रीलांसर और दो अलजज़ीरा के लिए काम करते थे.

Advertisement
post-main-image
गाजा के अस्पताल पर इजरायल के हमले में 15 की मौत (सांकेतिक तस्वीर- India Today)

इज़रायल की ओर से गाज़ा के एक अस्पताल पर हमले में 15 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में 4 पत्रकार भी शामिल हैं. मारे गए पत्रकारों में एक रायटर्स के लिए काम करता था. स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के हवाले से रायटर्स ने ये जानकारी दी है. एजेंसी ने बताया कि सोमवार 25 अगस्त को इज़रायल ने गाज़ा के नासेर अस्पताल पर दो हमले किए. पहले हमले में Reuters के कॉन्ट्रैक्टर और कैमरा ऑपरेटर हुसाम अल-मसरी मारे गए. बचाव कार्य में लगे लोग और पत्रकार जब हमले वाली जगह पर गए, तभी इज़रायल ने दूसरा हमला कर दिया.

Add Lallantop As A Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

दूसरे हमले में भी रायटर्स के एक पत्रकार घायल हुए हैं. उनकी पहचान फोटोग्राफर हतैम खालिद के रूप में हुई है, जो Reuters के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते थे. पहला हमला जब हुआ, उस समय मसरी Reuters के लिए लाइव वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे. हमले के बाद वह अचानक से बंद हो गया.

इज़रायली सेना ने Times of Israel को बताया कि IDF (Israel Defence Force) नासेर अस्पताल पर हमले की जांच कर रही है. एक सैन्य अधिकारी के हवाले से अखबार ने बताया कि यह हमला इज़रायली एयर फोर्स का हवाई हमला नहीं था. ऐसे में यह जमीनी बलों (Ground Forces) की ओर से किया गया हमला हो सकता है.

Advertisement

अपने पत्रकारों पर हमले को लेकर Reuters के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा,

हम अपने कॉन्ट्रैक्टर हुसाम अल-मसरी की मौत और हतैम खालिद के घायल होने की खबर से बेहद दुखी हैं. हम और जानकारी जुटा रहे हैं. साथ ही गाज़ा और इज़रायल की अधिकारियों से आग्रह किया है कि हतैम को तुरंत मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जाए.

तीन और पत्रकारों की मौत

गाज़ा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रायटर्स को बताया कि इज़रायल के हमले में मसरी के अलावा अमेरिकी न्यूज़ एजेंसी असोसिएट प्रेस के लिए काम करने वाले फ्रीलांस पत्रकार मरियम अबू दग्गा, अलजज़ीरा से जुड़े मोहम्मद सलामा और मुअज ताहा की भी मौत हो गई.

Advertisement

फिलीस्तीनी पत्रकार संघ ने इस हमले की निंदा की है और इसे ‘फ्री मीडिया पर खुली जंग’ बताया है. संघ ने कहा कि इज़रायल इन हमलों से पत्रकारों को डाराना चाहता है ताकि वे अपने पेशेवर कर्तव्य न निभा पाएं. पत्रकार संघ के मुताबिक, हमास के खिलाफ 7 अक्टूबर 2023 से शुरू हुई जंग के बाद से अब तक गाज़ा में इज़रायली हमलों में 240 से अधिक पत्रकार मारे जा चुके हैं.

वहीं, IDF ने हमले में निर्दोष लोगों और पत्रकारों के मारे जाने पर खेद जताया है. टाइम्स ऑफ इज़रायल को इज़रायली सेना ने बताया कि उसे किसी भी निर्दोष नागरिक को नुकसान पहुंचने का खेद है. उसकी ओर से कभी भी पत्रकारों को निशाना नहीं बनाया जाता. अपनी सेनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए वह पूरी कोशिश करते हैं कि पत्रकारों और निर्दोष नागरिकों को कोई नुकसान न हो.

वीडियो: अमेरिका ने भारत पर दोबारा क्यों लगाया टैरिफ? उप-राष्ट्रपति JD Vance ने बता दिया?

Advertisement