इधर बिहार चुनाव को लेकर महागठबंधन ने मुख्यमंत्री के लिए तेजस्वी और उपमुख्यमंत्री पद के लिए मुकेश सहनी के नाम का ऐलान किया, उधर NDA और उनके समर्थकों ने मौका लपक लिया. ये सवाल उठा कि ये गठबंधन मुस्लिम प्रतिनिधित्व की बात तो करता है, लेकिन जब उचित हिस्सेदारी देने की बात आई तो पीछे हट गया. इन सवालों पर अब तेजस्वी यादव ने चुप्पी तोड़ी है.
'कुछ दिन में पता चल जाएगा', कांग्रेस के मुस्लिम डिप्टी CM वाले बयान पर क्या तेजस्वी ने मुहर लगा दी?
Chirag Paswan समेत कई नेताओं ने Mahagathbandhan Deputy CM Face को लेकर सवाल उठाए थे. अब इस पर Tejashwi Yadav और बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्ण अल्लावरू का जवाब आया है.


राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने 24 अक्टूबर को सहरसा में चुनाव प्रचार के दौरान मीडिया से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है. वो मौजूदा सरकार से नाखुश हैं. इस दौरान उनसे गठबंधन के उपमुख्यमंत्री पद को लेकर सवाल किया गया. जवाब में उन्होंने कहा,
...और भी डिप्टी सीएम होंगे, ये आपको कुछ दिनों में पता चल जाएगा.
तेजस्वी के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. कहा ये भी जा रहा है कि अगर महागठबंधन सत्ता में आता है तो एक मुख्यमंत्री मुस्लिम समुदाय से भी होगा.
जिन लोगों ने सवाल उठाए उनमें केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी शामिल थे. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख पासवान ने पटना में मीडिया से बात की. इस दौरान उन्होंने महागठबंधन द्वारा तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री और मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने का जिक्र किया. कहा,
ये लोग मुस्लिम प्रतिनिधित्व की बात तो करते हैं. लेकिन जब उचित हिस्सेदारी देने की बात आती है, तो ऐसा नहीं करते. ये लोग मुसलमानों को वोट बैंक समझते हैं और अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए डर और प्रभाव का इस्तेमाल करते हैं. मुकेश सहनी को ही देख लीजिए. उन्हें उपमुख्यमंत्री घोषित किया गया है, दूसरों को उनका उचित हिस्सा मिले या नहीं, इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता.
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने आगे कहा,
महागठबंधन बिहारियों के लिए नहीं, बल्कि निजी महत्वाकांक्षाओं के लिए लड़ रहा है. मुसलमानों को ये समझना चाहिए. 2005 में जब मेरे पिता ने कहा था कि एक मुसलमान को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए, तो ऐसा क्यों नहीं किया गया? ये लोग मुस्लिम हितैषी होने का दावा करते हैं. लेकिन उनके काम कुछ और ही दिखाते हैं. मुसलमान इनके लिए सिर्फ एक वोट बैंक हैं. NDA की योजनाएं मुसलमानों समेत सभी के लिए हैं, न कि सिर्फ़ एक जाति या धर्म के लिए.
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Krishna Allavaru ने क्या कहा?इसे लेकर, लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी ने बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्ण अल्लावरू से भी सवाल किया. उन्होंने पूछा,
‘तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) प्रमुख मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया गया है. लेकिन महागठबंधन में RJD के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी (कांग्रेस) की तरफ से उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया. इसके पीछे क्या वजह है?’
जवाब में अल्लावरू ने कहा,
हमने जो घोषणा की, उसमें कहा गया है कि और भी उपमुख्यमंत्री होंगे. निश्चित रूप से कांग्रेस से भी होंगे. कौन और कहां से होंगे, ये चुनाव के बाद तय होगा. प्रमुख कम्यूनिटीज (धर्म और जाति के आधार पर) को रिप्रेजेंटेशन दिया जाएगा. इनमें से एक मुस्लिम समाज से भी होगा.
बताते चलें, बीते 2 दिनों से महागठबंधन पर मुुसलमानों के तुष्टिकरण का आरोप लग रहा है. AIMIM ने कुछ आंकड़े शेयर करते हुए इसे लेकर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि 2% आबादी वाले उपमुख्यमंत्री (मुकेश सहनी) 13%वाले मुख्यमन्त्री (तेजस्वी यादव) बनेंगे. जबकि 18% वाले दरी बिछाने में लगे रहेंगे. उन्होंने X पर आगे लिखा,
जब हम कुछ कहेंगे, तो बोलेंगे अब्दुल तू चुप बैठ. वर्ना BJP आ जायेगी.
बता दें कि बिहार चुनाव 2025 के लिए वोटिंग 6 और 11 नवंबर को होगी. नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: तेजस्वी यादव बने महागठबंधन के CM उम्मीदवार, कांग्रेस पहले राजी क्यों नहीं थी?














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