राइड-हेलिंग ऐप ओला के स्वामित्व वाली एक AI कंपनी है, कृत्रिम. इसी कृत्रिम के एक इंजीनियर निखिल सोमवंशी की मौत को लेकर बवाल मचा हुआ है. आरोप लग रहे हैं कि निखिल ने टॉक्सिक वर्क कल्चर और शोषण करने वाले मैनेजमेंट के चलते अपनी जान दे दी. इस घटना पर कृत्रिम की भी प्रतिक्रिया आई है.
'वर्क प्रेशर के चलते इंजीनियर ने दे दी जान!', Ola की AI यूनिट पर पूर्व कर्मचारियों ने गंभीर आरोप लगाए
Bengaluru Techie Nikhil Somwanshi Death: 8 मई को बेंगलुरु के अगरा झील में निखिल सोमवंशी का शव मिला था. मामले पर कंपनी की भी प्रतिक्रिया आई है. कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि निखिल सोमवंशी उस समय छुट्टी पर थे.
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8 मई को बेंगलुरु के अगरा झील में निखिल सोमवंशी का शव मिला था. मामले की जांच के लिए स्थानीय पुलिस ने FIR दर्ज की हुई है. लेकिन ये चर्चा का विषय बना एक हालिया रेडिट पोस्ट से. 'Kirgawakutzo' की ID से ये पोस्ट लिखी गई. दावा किया गया कि ये निखिल सोमवंशी के सहकर्मी हैं. इस पोस्ट में आरोप लगाया गया,
मुझे नहीं पता कि ये अभी तक सार्वजनिक मुद्दा क्यों नहीं है. मेरे एक कलिग ने काम के बहुत ज़्यादा प्रेशर के चलते अपनी ज़िंदगी से हार मान ली. वो कृत्रिम में काम करता था और 2 अन्य लोगों के साथ एक प्रोजेक्ट को लीड कर रहा था (नए होने के बाद भी). बाक़ी दोनों ने कंपनी छोड़ दी. इसलिए वो उनके काम को लेकर परेशान था. मुझे नाम नहीं लेना चाहिए, लेकिन इस मैनेजर राजकिरण पनुगंती को बिल्कुल भी पता नहीं कि लोगों को कैसे मैनेज किया जाता है.
पोस्ट में दावा किया गया,
मैनेजर राजकिरण बस कॉल अटेंड करता है, लोगों को कोसता है और गायब हो जाता है. क्योंकि वो अमेरिका में रहता है और ज़्यादातर कर्मचारी यहां बैंगलोर में हैं. मीटिंग्स में इस्तेमाल किए जाने वाले शब्द बस दर्दनाक हैं, ख़ासकर नए लोगों के ख़िलाफ़. वो बस लोगों पर अपना गुस्सा निकाल रहा है. इस घटना के बाद भी वहां के लोगों के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया है. मैंने टीम के अन्य मेंबर्स को ये कहते हुए सुना कि अगर वो यहां और रहेंगे, तो वो भी यही करेंगे.
पोस्ट में ये भी आरोप लगाया गया कि अधिकारी ख़बर को दबाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. ये दयनीय है. उम्मीद जताई गई कि ये बात सामने आएगी और पुलिस सख़्त कार्रवाई करेगी.
ऐसी बातें फ़ाइनेंशियल एक्सप्रेस ने ओला कृत्रिम के एक पूर्व कर्मचारी के हवाले से बताई. नाम न बताने की शर्त पर उसने बताया कि निखिल सोमवंशी ने मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का हवाला दिया था. अपनी मौत से दो हफ़्ते पहले ऑफ़िस जाना बंद कर दिया था. पूर्व कर्मचारी ने पोस्ट में लगाए गए आरोपों की पुष्टि करते हुए कहा,
राजकिरण पनुगंती के पास लोगों को संभालने का कोई कौशल नहीं है. वो कर्मचारियों पर चिल्लाता है और गायब हो जाता है.
सोमवंशी के साथ काम कर चुके एक पूर्व कर्मचारी ने फाइनेंशल एक्सप्रेस को बताया कि मौजूदा कर्मचारियों को मीडिया या पुलिस से बात न करने के लिए कहा गया है. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक़, कृत्रिम के एक अन्य पूर्व कर्मचारी ने भी आरोपों की पुष्टि की है. उसने दावा किया है कि काम के बहुत ज़्यादा दबाव के कारण उसने दूसरी नौकरी से बिना किसी जॉब ऑफर के ही इस्तीफा दे दिया था. आत्महत्या करने के बारे में भी सोचा था.
Krutrim की प्रतिक्रियाकृत्रिम के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी इस नुकसान से दुखी है और अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है. प्रवक्ता ने बताया कि निखिल सोमवंशी उस समय छुट्टी पर थे. NDTV की ख़बर के मुताबिक़, कंपनी ने ईमेल के ज़रिए बताया,
Nikhil Somwanshi कौन थे?निखिल ने 8 अप्रैल को अपने मैनेजर से संपर्क किया और बताया कि उन्हें आराम की ज़रूरत है. ऐसे में उन्हें तुरंत छुट्टी दे दी गई. फिर 17 अप्रैल को उन्होंने बताया कि वो बेहतर महसूस कर रहे हैं. लेकिन अतिरिक्त आराम से उन्हें थोड़ी और मदद मिलेगी. इससे उनकी छुट्टी और बढ़ा दी गई थी.
निखिल ने बेंगलुरु के भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) से अपनी मास्टर डिग्री पूरी की थी. इसके तुरंत बाद यानी अगस्त 2024 में मशीन लर्निंग इंजीनियर के रूप में AI कंपनी कृत्रिम में शामिल हो गए. बताया गया कि निखिल सोमवंशी 9.30 GPA वाले एक उत्कृष्ट छात्र थे.
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