हाल में पश्चिम बंगाल के एक रेलवे स्टेशन पर बने बाथरूम में पाकिस्तानी झंडा देखे जाने के बाद काफी सियासी बवाल मचा था. लेकिन अब पुलिस ने दावा किया है कि असल में ये राज्य में सांप्रदायिक तनाव और नफरत फैलाने का एक प्रयास था. इस सिलसिले में बनगांव जिले से पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने सांप्रदायिक अशांति भड़काने के आरोप में ये कार्रवाई की है.
बंगाल में स्टेशन के बाथरूम में पाकिस्तानी झंडा लगाने वाले अरेस्ट, 'सनातनी एकता मंच' के सदस्य हैं
पुलिस ने बताया कि चंदन और प्रोज्ञजीत स्थानीय निवासी हैं और एक राजनीतिक पार्टी और सनातनी एकता मंच के सक्रिय सदस्य हैं.

इंडिया टुडे से जुड़े राजेश साहा की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों ने स्टेशन के बाथरूम की एक दीवार पर पाकिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज चिपकाया था. यही नहीं, दोनों ने योजना बनाई थी कि वो दीवार पर 'हिंदुस्तान मुर्दाबाद और पाकिस्तान जिंदाबाद' भी लिखेंगे. पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी एक स्थानीय धार्मिक संगठन ‘सनातनी एकता मंच’ के सदस्य हैं. इनके नाम चंदन मलाकर और प्रोज्ञजीत मोंडल बताए गए हैं.
सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने की ये कोशिश गोपालनगर पुलिस थाना क्षेत्र में की गई. जहां 30 अप्रैल की रात अकईपुर रेलवे स्टेशन के पास एक शौचालय की दीवार पर पाकिस्तानी राष्ट्रीय ध्वज चिपका हुआ पाया गया था. इसकी जानकारी पुलिस की दी गई. पुलिस ने जांच की तो पता चला कि ऐसा जानबूझकर किया गया था.
X पर मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि चंदन और प्रोज्ञजीत स्थानीय निवासी हैं और एक राजनीतिक पार्टी और सनातनी एकता मंच के सक्रिय सदस्य हैं. पुलिस ने आगे बताया,
“दोनों आरोपियों ने इस कृत्य को कबूल कर लिया है और ये पता चला है कि दोनों इलाके में जानबूझकर उस दीवार पर 'हिंदुस्तान मुर्दाबाद और पाकिस्तान जिंदाबाद' लिखने की योजना बनाई थी. दोनों को एक विशेष मामले में गिरफ्तार किया गया है. आगे की जांच जारी है.”
पुलिस ने कहा कि वो आरोपी सांप्रदायिक अशांति को भड़काने के लिए इस तरह की साजिश रचने वालों को सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
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