उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में कुत्ते के चाटने के बाद दो साल के बच्चे की मौत हो गई. बच्चे को कुछ दिन पहले चोट लगी थी. बताया गया है कि तब कुत्ते ने उसके घाव को चाट लिया था. इससे बच्चे को रेबीज हो गया. ये भी बताया गया है कि परिवार, बच्चे का इलाज कराने के बजाय झाड़-फूंक करा रहा था. सही वक्त पर इलाज नहीं मिलने की वजह से बच्चे की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. तब जाकर परिवार उसे अस्पताल लेकर भागा. लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई.
बच्चे के घाव को कुत्ते ने चाट लिया, रेबीज हुआ तो परिवार झाड़-फूंक कराने लगा, मौत हो गई
बच्चे को कुछ दिन पहले चोट लगी थी. इस दौरान कुत्ते ने उसके घाव को चाट लिया. इसके बाद बच्चे को रेबीज हो गया. बाद में उसकी मौत हो गई.
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इंडिया टुडे से जुड़े अंकुर चतुर्वेदी की रिपोर्ट के मुताबिक मामला बदायूं के सुजातगंज बेला गांव का है. मृतक का नाम अदनान है. कुछ हफ्ते पहले वह खेलते समय चोटिल हो गया था. इसके बाद बच्चे के घाव को एक आवारा कुत्ते ने चाट लिया था. रिपोर्ट के मुताबिक परिवार ने पहले तो इसे मामूली घटना समझकर नजरअंदाज कर दिया. लेकिन धीरे-धीरे बच्चे की तबीयत बिगड़ती चली गई.
रिपोर्ट के मुताबिक तब परिवार बच्चे को अस्पताल लेकर जाने के बजाय झाड़-फूंक कराता रहा. लेकिन शनिवार, 16 अगस्त को अचानक बच्चे की तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद परिवार उसे अस्पताल लेकर जा रहा था. इसी दौरान रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई.
बदायूं के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रशांत त्यागी ने बताया कि सोमवार को जब गांव से 12 से 15 लोग रेबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंचे, तब मामला जानकारी में आया. उन्होंने आगे बताया कि जांच में पाया गया कि बच्चे की मौत रेबीज से हुई है. डॉक्टर के अनुसार अदनान पानी से डरने लगा था. इसके अलावा उसने पानी पीना भी छोड़ दिया था. डॉक्टर ने बताया कि ये हाइड्रोफोबिया के लक्षण हैं जो रेबीज के मरीजों में पाए जाते हैं.
डॉक्टर प्रशांत ने आगे कहा कि गांव में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम लगाई गई है. इस दौरान गांव के लोगों के पोस्ट एक्सपोजर प्रोफाइल के तहत टीके लगाए गए हैं. इसके अलावा ग्रामीणों को रेबीज़ को लेकर जागरूक भी किया गया है.
वीडियो: सेहत: कुत्ते के काटने से रेबीज़ हो जाए तो पानी से डर क्यों लगने लगता है?