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स्टूडेंट वीजा इंटरव्यू पर अमेरिका दूतावास ने फिलहाल लगाई रोक, सोशल मीडिया जांच के चलते लिया फैसला

US Visa Interview Delay: विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने सोशल मीडिया स्क्रीनिंग के मुद्दे पर दुनिया भर के मिशनों को एक संदेश (केबल) भेजा था. रुबियो ने संदेश में कहा था कि अब वीज़ा के लिए सोशल मीडिया पोस्ट्स की जांच भी ज़रूरी होगी. इसकी वजह से वीज़ा देने में देरी होने की संभावना है.

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फिलहाल एप्लीकेशन स्वीकार कर रहा है एंबेसी का पोर्टल. (फाइल फोटो- इंडिया टुडे)

राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Trump Harvard Controversy) के बीच विवाद का असर अब भारत में भी दिखने लगा है. द हिंदू की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में अमेरिकी दूतावास और कॉन्सुलेट दूतावासों ने स्टूडेंट वीज़ा एप्लीकेशन (US Visa Interview Delay) के लिए नए अपॉइंटमेंट्स को रोक दिया है. अमेरिकी दूतावास के अधिकारी विदेश विभाग से “आगे के मार्गदर्शन” के लिए इंतज़ार कर रहे हैं. वहीं, एक दिन पहले ही विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने सोशल मीडिया स्क्रीनिंग के मुद्दे पर दुनिया भर के मिशनों को एक संदेश (केबल) भेजा था.

रिपोर्ट के मुताबिक, रुबियो ने संदेश में कहा था कि अब वीज़ा के लिए सोशल मीडिया पोस्ट्स की जांच भी ज़रूरी होगी. वीज़ा एप्लीकेशन लगाने वाले कैंडिडेट X (पूर्व में ट्विटर), इंस्टाग्राम आदि पर क्या पोस्ट कर रहे हैं इसकी जांच की जाएगी. 

फिलहाल एंबेसी का पोर्टल वीज़ा एप्लीकेशन स्वीकार कर रहा है. लेकिन सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर पोस्ट की जांच के चलते वीज़ा देने में देरी होने की संभावना है. इसका सबसे ज्यादा असर भारतीयों पर पड़ेगा क्योंकि वे अमेरिका में फॉरेन स्टूडेंट के तौर पर सबसे ज्यादा संख्या में हैं.

अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने द हिंदू के सवालों के जवाब में कहा,

वीज़ा आवेदन करने वाले लोग अपनी आवेदन प्रक्रिया जारी रख सकते हैं. वीज़ा इंटरव्यू का वक्त बदलता रहता है. कॉउन्सलर अफसर हर मामले की जांच पूरी तरह से अमेरिकी कानून के मुताबिक करते हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वीज़ा आवेदक अमेरिका की सुरक्षा के लिए खतरा न बनें.

प्रवक्ता ने केबल भेजने की बात से इनकार नहीं किया. उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि विदेश विभाग आंतरिक संचार के मुद्दे पर टिप्पणी नहीं कर सकता. सभी वीज़ा आवेदकों को 2019 से सोशल मीडिया अकाउंट डिटेल्स देने के लिए कहा गया था.

इनके लिए US का वीजा बैन

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेशी लोगों के लिए ट्रंप सरकार नई पॉलिसी लाने पर विचार कर रही है. इसके तहत उन विदेशी नागरिकों को वीज़ा नहीं दिया जाएगा जो अमेरिकियों की अभिव्यक्ति को सेंसर करते हैं. अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बुधवार 28 मई को इसका ज़िक्र किया.

उन्होंने यह भी बताया कि यह पॉलिसी उन देशों के अधिकारियों पर लागू हो सकती है जो अमेरिका के सोशल मीडिया कंपनियों पर कड़े नियम लागू कर रहे हैं. उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर यह बात कही. लेकिन आपको बता दें कि यूरोप में जो कुछ देशों ने सोशल मीडिया कंटेंट को लेकर सख्त नियम बनाए हैं. अमेरिका के फैसले को इससे जोड़कर देखा जा रहा है.

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रुबियो का कहना है कि विदेशी अधिकारियों द्वारा अमेरिकी धरती पर किए गए सोशल मीडिया पोस्ट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी करना या धमकी देना अस्वीकार्य है. फेसबुक और इंस्टाग्राम की पैरेंट मेटा META जैसी अमेरिकी सोशल मीडिया कंपनियों ने कहा है कि यूरोपीय यूनियन का कंटेंट मॉडरेशन कानून, डिजिटल सर्विसेज एक्ट के ज़रिए उनके प्लैटफॉर्म पर सेंसरशिप लगा रहा है. 

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