अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University) के एक हॉस्टल में ‘बीफ़ बिरयानी को लेकर जारी नोटिस’ पर विवाद हो गया है. इस नोटिस में कहा गया है कि पॉपुलर डिमांड के आधार पर चिकन बिरयानी की जगह पर बीफ़ बिरयानी परोसी जाएगी. इसे लेकर कई हिंदूवादी नेताओं ने विरोध किया है (AMU beef biryani Controversy). उनका कहना है कि हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में परोसी जाएगी बीफ बिरयानी? नोटिफिकेशन के बाद तगड़ा बवाल
AMU Hostel beef biryani notice: हिंदू नेताओं का कहना है कि वाइस चांसलर इस विषय पर स्पष्टीकरण दें कि ऐसा क्यों हो रहा है. इस पर यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर ने सफाई दी है.

वहीं, यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर की तरफ़ से भी इसे लेकर सफ़ाई दी गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, AMU के प्रॉक्टर वसीम अहमद ने इस मामले पर कहा है कि सुलेमान हॉल के मेन्यू में बदलाव से जुड़ी एक सूचना जारी की गई थी. इसमें एक टाइपिंग मिस्टेक हो गई थी. यानी ये एक प्रकार की टाइपिंग की ग़लती थी. मेन्यू में कोई बदलाव नहीं किया गया है. अब खाना पहले की तरह ही परोसा जाएगा.
नोटिस में क्या था?एक नोटिस की फ़ोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. लिखा है,
इस रविवार यानी 9 फ़रवरी के दोपहर के खाने के मेन्यू में लोकप्रिय मांग के आधार पर बदलाव किया गया है. चिकन बिरयानी की जगह हम बीफ बिरयानी परोसेंगे. ये बदलाव कई बार के मांगों के बाद किया जा रहा है. हमें आशा है कि आप हमारे मेन्यू में शामिल नए बदलाव का आनंद लेंगे.

नोटिस पर सीनियर फूड डाइनिंग हॉल के मोहम्मद फ़ैयाज़ुल्लाह और मुजस्सिम अहमद भाटी के नाम भी लिखा है. तारीख़ 9 फ़रवरी की बताई गई है.
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बताते चलें, मामले पर हिंदूवादी नेताओं की प्रतिक्रिया आई है. भारतीय जनता पार्टी की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के महानगर मंत्री ‘हर्षद हिन्दू’ ने इसे लेकर कहा था कि देश में शांति सद्भाव बिगाड़ने की बार बार कोशिश की जाती है. आजतक की ख़बर के मुताबिक़ हर्षद ने आगे कहा,
ये लोग चाहते हैं कि हिंदू आस्था से खिलवाड़ करते हुए कैसे भी शांति व्यवस्था बिगाड़ी जाए. लेकिन हम लोग शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रयासरत हैं. वाइस चांसलर इस विषय पर स्पष्टीकरण दें कि ऐसा क्यों हो रहा है. ऐसा करने वालों पर वह क्या कार्रवाई की जाए.
हर्षद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी अपील की है कि जो प्रदेश में अशांति फैलाना चाहते हैं, उन पर मुकदमा कर उन्हें जेल भेजा जाए.
वीडियो: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का 'अल्पसंख्यक दर्जा' क्यों छिना? सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है विवाद