सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ‘ऑपरेशन महादेव’ (Operation Mahadev) की टाइमिंग पर सवाल उठाया है. संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) पर चर्चा के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि ‘आखिरकार आतंकवादियों का एनकाउंटर कल यानी सोमवार, 28 जुलाई को ही क्यों हुआ? जो आतंकवादी मारे गए हैं, उसे लेकर हम सरकार के साथ हैं लेकिन हर जगह राजनीतिक लाभ कौन उठा रहा है.’ अखिलेश ने पुलवामा हमले पर भी सरकार को घेरा और कहा कि जो गाड़ी पुलवामा में आरडीएक्स लेकर आई थी, वह आज तक क्यों पकड़ी नहीं गई?
एनकाउंटर कल ही क्यों हुआ... अखिलेश ने 'ऑपरेशन महादेव' की टाइमिंग पर ही सवाल उठा दिया
अखिलेश यादव ने सरकार पर आतंकवादियों के एनकाउंटर की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाया है. उन्होंने भाजपा सरकार पर घटना का राजनैतिक लाभ उठाने का भी आरोप लगाया.
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अखिलेश ने कहा कि सरकार के पास बहुत विभाग होते हैं जो सैटेलाइट इमेज देते हैं. आज भी भाजपा चाहे तो पुलवामा में आरडीएक्स वाली गाड़ी किस रास्ते से आई थी इसका पता लगवा सकती है.
अखिलेश ने केंद्र सरकार पर ‘घटनाओं का राजनैतिक लाभ’ लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि पहलगाम हमले के दिन किसी भी दल ने सरकार के साथ राजनीतिक बातचीत नहीं की थी लेकिन आपने कांग्रेस और हमारे साथ राजनैतिक लाभ उठाने की कोशिश की. अगर डेलीगेशन भेजना था तो ये राजनीतिक पार्टियां तय करती हैं. आप तय नहीं कर सकते. अखिलेश का इशारा ऑपरेशन सिंदूर के बारे में दुनिया को जानकारी देने के लिए भेजे गए सरकारी डेलीगेशन से था, जिसमें शशि थरूर समेत विपक्षी दलों के नेता भी भेजे गए थे.
भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा,
सरकार के लोग अपने भाषणों में कहते थे कि पीओके 6 महीने में ले लेगें. अक्साई चिन ले लेंगे. इसलिए मैंने सरकार से सवाल पूछा कि जिस समय भाजपा सत्ता में आई, उस समय भारत का क्षेत्रफल क्या था और भारत का क्षेत्रफल आज क्या है? फाइव फिंगर्स, पैंगोंग लेक, गलवान घाटी, रेजांग ला… इसका जवाब सरकार के पास है या नहीं है?
अखिलेश ने कहा कि हम जंग के खिलाफ हैं लेकिन चाहते हैं कि सीमा पर शांति बनी रहे और हमारी जमीन पर कोई अतिक्रमण न करे.
अखिलेश ने भारत पर चीन के बढ़ते खतरे का मुद्दा भी उठाया और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लड़ाई हम पाकिस्तान के खिलाफ नहीं लड़े हैं बल्कि ये जो लड़ाई लड़ी गई है वो हमें चीन से लड़नी पड़ी है. उन्होंने भारत के लिए चीन को पाकिस्तान से बड़ा खतरा बताते हुए पूछा कि उससे मुकाबले के लिए हमारी तैयारी क्या है?
रफाल पर अखिलेश ने सरकार से सवाल किया
हमारे सबसे बेहतरीन एयरक्राफ्ट जिनकी नींबू और मिर्च लगाकर पूजा की गई थी, वो कितने उड़े थे? मैं केवल इतना पूछना चाहता हूं.
सीजफायर पर अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के दावे को लेकर भी अखिलेश ने मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने तंज भरे लहजे में सवाल किया,
सीजफायर किसके दबाव में किया गया था? हमें उम्मीद थी कि सरकार सीजफायर का एलान करेगी लेकिन इनकी मित्रता बहुत है. बहुत गहरी मित्रता है और उसका परिणाम ये है कि इन्होंने 'मित्र' से कहा कि आप ही सीजफायर का एलान कर दीजिए. हम वही स्वीकार कर लेंगे. आखिरकार किस दबाव में सरकार ये स्वीकार कर रही है.
अखिलेश ने पहलगाम हमले के बाद भाजपा के हैंडल से ‘घिबली स्टाइल’ वाली फोटो पोस्ट करने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि जैसा कार्टून पब्लिश किया गया था, उसने साबित किया कि दुख की इस घड़ी में उन्होंने देश की भावनाओं के शर्मनाक खिलवाड़ किया.
अखिलेश ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर दुनिया के किसी देश ने हमारा साथ नहीं दिया. ये हमारी विदेश नीति का संकट काल है. हमारे पड़ोसी देश या तो अतिक्रमण कर रहे हैं या हमारे साथ नहीं खड़े हैं.
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