The Lallantop

किसी की पहली नौकरी, कोई रिटायर होने वाला था, क्रैश हुए प्लेन के क्रू मेंबर्स की कहानी रुला देगी!

Air India Flight Crash के शुरुआती कुछ समय में फ्लाइट अटेंडेंट दीपक पाठक के मोबाइल नंबर पर रिंग जा रही थी. इससे उनके घरवालों को लगा कि शायद वो सुरक्षित हैं. लेकिन बाद में अधिकारियों ने उन्हें बुरी खबर दी.

post-main-image
फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर और कैप्टन सुमित सभरवाल. (फाइल फोटो: इंडिया टुडे)

कैप्टन सुमित सभरवाल, कुछ ही महीनों में रिटायर होने वाले थे. 60 साल के सुमित रिटायरमेंट के बाद, अपने पिता के साथ समय बिताना चाहते थे. वो अपने 90 साल के पिता के साथ पवई के जलवायु विहार में रह रहे थे. कैप्टन सुमित एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 में सबसे सीनियर क्रू मेंबर थे. ये विमान 12 जून को अहमदाबाद में हादसे (Ahmedabad Plane Crash) का शिकार हो गया.

प्लेन में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत हो गई. पायलट सुमित सहित किसी भी क्रू मेंबर की जान नहीं बच पाई. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कैप्टन सुमित के पड़ोसियों ने बताया कि वो कुछ ही महीनों बाद रिटायर होने वाले थे और अपने पिता के साथ समय बिताने वाले थे.

भांजे भी पायलट हैं

उनकी बड़ी बहन दिल्ली में रहती हैं. उनके दो बेटे यानी कैप्टन के भांजे भी एविएशन में ही काम करते हैं. दोनों कर्मशियल पायलट हैं. उनकी मौत से उनके परिवार को सदमा लगा है.

क्रैश के कुछ ही सेकंड के भीतर कैप्टन ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को MAYDAY Call (इमरजेंसी कॉल) कर संकट की सूचना दी थी.

सभरवाल के साथ प्लेन में को-पायलट फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर भी थे, जो उनकी मदद कर रहे थे. उनके पास 1,100 घंटे का उड़ान अनुभव था.

'फोन पर रिंग जा रही थी, लगा वो जिंदा होगा'

बदलापुर के रहने वाले फ्लाइट अटेंडेंट दीपक पाठक भी इस विमान में ड्यूटी पर थे. 11 साल से भी ज्यादा समये से वो एयर इंडिया में काम कर रहे थे. हर बार टेक ऑफ से पहले वो अपने घर को फोन किया करते थे. हादसे वाले दिन भी उन्होंने ऐसा ही किया था. परिवार के एक सदस्य ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि हमेशा की तरह उस रोज भी दीपक ने उन्हें फोन किया, उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि ये आखिरी कॉल होगा.

जब हादसा हुआ तो, शुरुआती कुछ समय के लिए दीपक के नंबर पर रिंग जा रही थी. इससे उनके घरवालों को लगा कि शायद वो सुरक्षित हैं. लेकिन बाद में अधिकारियों ने उन्हें बुरी खबर दी.

ये भी पढ़ें: टेकऑफ के बाद भी लैंडिंग गियर बाहर, दोनों इंजन फेल या कुछ और? क्रैश से पहले प्लेन में ये हुआ था

35 साल की साईनीता चक्रवर्ती को उनके दोस्त ‘पिंकी’ बुलाते थे. वो भी इस विमान के क्रू मेंबर में शामिल थीं. वो जुहू कोलीवाड़ा में रहती थीं. एयर इंडिया से पहले वो गो एयर के साथ काम करती थीं. उनके एक दोस्त ने बताया कि कड़ी मेहनत के बाद वो यहां तक पहुंची थीं.

अहमदाबाद प्लेन क्रैश में 27 साल की रोशनी राजेंद्र सोनघरे की भी जान चली गई. उनके एक रिश्तेदार ने बताया कि एयर होस्टेस बनना उनका सपना था. वो अपने माता-पिता और भाई के साथ डोंबिवली ईस्ट में न्यू उमिया कृपा सोसाइटी में रहती थीं.

वीडियो: हादसे वाला विमान बोइंग कंपनी का था, इसका विवादों से पुराना नाता रहा है, आसान भाषा में समझिए पूरी कहानी