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कहानी Zoho के सिक्योरिटी गार्ड की, जो बिना डिग्री उसी कंपनी में चीफ सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन गए!

अब्दुल अलीम ने Zoho कंपनी में अपने Security Guard बनने से लेकर Chief Software Engineer बनने की कहानी को शेयर किया है.

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जोहो के अब्दुल अलीम ने सिक्योरिटी गार्ड से सॉफ्टवेयर इंजीनियर का सफर किया तय. (LinkedIn)

एक शख्स, जिसने दसवीं तक पढ़ाई करने के बाद अपने घर को छोड़ने का फैसला लिया. वह एक कंपनी में बतौर सिक्योरिटी गार्ड काम करता था. फिर एक दिन उस कंपनी के एक अधिकारी की नजर उस पर पड़ी. उस अधिकारी ने शख्स से बात की और वो काफी प्रभावित हुआ. फिर अधिकारी ने उसे ट्रेनिंग दी. और अब वह सिक्योरिटी गार्ड बतौर सॉफ्टवेयर डेवलपर इंजीनियर उसी कंपनी में काम कर रहा है. शख्स का नाम है, अब्दुल अलीम. कंपनी है, Zoho. वही कंपनी जिसकी आजकल खूब चर्चा है. 

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इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, तमिलनाडु के अब्दुल अलीम नाम के शख्स ने अपने संघर्ष की कहानी बताने के लिए Linkedin पर एक पोस्ट लिखा. अब्दुल ने बताया कि कैसे उन्होंने Zoho में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में अपना करियर शुरू किया और आज उसी कंपनी में बतौर चीफ सॉफ्टवेयर डेवलपर इंजीनियर काम कर रहे हैं. जबकि उनके पास किसी भी तरह की कोई कॉलेज डिग्री नहीं है.

अलीम ने अपने Linkedin पोस्ट में लिखा, जब वह 2013 में अपने घर को छोड़कर निकले थे, तब उनके पास मात्र एक हजार रुपये थे. इसमें से भी 800 रुपये ट्रेन के सफर में खर्च हो गए. अलीम बताते हैं कि शहर में कहीं ठिकाना और नौकरी न होने की वजह से उन्हें Zoho में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करना शुरू किया. उन्होंने बताया कि सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी मिलने से पहले उन्होंने करीब 2 महीने तक सड़कों पर गुजारे.

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अलीम ने अपने पोस्ट में आगे बताया कि कैसे उनकी 12 घंटे की शिफ्ट में कंपनी में काम करने वाले 'शिबू एलेक्सिस' की उन पर नजर पड़ी. इसके बाद शिबू ने अलीम से बातचीत शुरू कर दी थी. उन्होंने कहा कि सबसे पहले शिबू ने उनका नाम पूछा और कहा कि अलीम 'मैं तुम्हारी आंखों में कुछ देख सकता हूं.' अलीम याद करते हुए बताते हैं कि उस समय उन्होंने सिर्फ 10वीं तक पढ़ाई की थी. और थोड़ा-बहुत HTML जानते थे, लेकिन उनके अंदर कुछ सीखने की ललक जरूर थी.

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अलीम बताते हैं कि कैसे एलेक्सिस ने उन्हें सिखाने की पहल की थी. अगले आठ महीने तक अलीम दिन में कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे और रात के समय में वह प्रोग्रामिंग सीखते थे. एक दिन अलीम ने एक सिंपल सा ऐप बनाया जो यूजर्स के इनपुट को विजुअलाइज करने में सक्षम था. इस ऐप को एलेक्सिस ने Zoho के एक मैनेजर को दिखाया, जो उन्हें काफी पसंद आया था.

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Linkedin पोस्ट में अलीम बताते हैं कि मैनेजर ने उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया, लेकिन वह डिग्री न होने की वजह से झिझक रहे थे. मैनेजर ने उन्हें बताया कि Zoho में काम करने के लिए किसी डिग्री की नहीं बल्कि आपकी काबिलियत और कौशल की जरूरत होती है. अलीम बताते हैं कि उन्होंने इंटरव्यू पास कर लिया और Zoho में बतौर सॉफ्टवेयर डेवलपर जॉइन किया.

आज, आठ साल बीत जाने के बाद भी वह कंपनी में सॉफ्टवेयर डेवलपर इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे हैं. अलीम ने अपनी पोस्ट में अपने गुरु एलेक्सिस और Zoho कंपनी को मौका देने के लिए आभार प्रकट किया.

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