पंजाब के एक विधायक की धर-पकड़ में मंगलवार 2 सितंबर को जमकर बवाल कटा. विधायक का नाम हरमीत सिंह पठानमाजरा (Harmeet Singh Pathanmajra). वह पंजाब की सनौर से आम आदमी पार्टी के MLA है. उनके खिलाफ पुलिस ने एक पुराना मामला खोल दिया था. उसी में कार्रवाई के तहत पुलिस उन्हें पकड़कर थाने ला रही थी. लेकिन बीच रास्ते में उन्होंने पुलिस पर फायरिंग की. पुलिसकर्मियों पर गाड़ी चढ़ाई और फरार हो गए. पूरा सीन किसी एक्शन फिल्म से कम नहीं था. फिलहाल विधायक फरार है. पुलिस उनकी तलाश में जुटी है.
AAP विधायक की गिरफ्तारी में जबरदस्त ड्रामा, पुलिस पर फायरिंग, गाड़ी चढ़ाई और हो गए फरार
इस पूरे घटनाक्रम से पहले Harmeet Singh Pathanmajra ने पंजाब में बाढ़ को लेकर पार्टी के दिल्ली नेतृत्व और जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव कृष्ण कुमार की आलोचना की थी. उन्होंने IAS और अपनी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद उनकी सुरक्षा भी हटा ली गई थी.


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पठानमाजरा को जीरकपुर की एक महिला की ओर से दर्ज कराई गई FIR के बाद गिरफ्तार किया गया था. महिला ने आरोप लगाया था कि पठानमाजरा ने उसके साथ संबंध बनाने से पहले खुद को तलाकशुदा बताया था. आरोप लगाया था कि पठानमाजरा ने 2021 में शादीशुदा होते हुए भी उससे शादी की, उसका यौन शोषण किया, अश्लील कंटेंट भेजे और धमकियां दीं. पठानमाजरा के खिलाफ पटियाला के सिविल लाइंस थाने में दर्ज FIR में रेप, धोखाधड़ी और आपराधिक धमकी के आरोप शामिल हैं.
इसी मामले में पुलिस ने उन्हें हरियाणा से गिरफ्तार किया गया. यहां से उन्हें गिरफ्तार करने हरियाणा के करनाल पहुंची थी. इसके बाद उनकी हिरासत पटियाला पुलिस को सौंपी गई. पुलिस विधायक को पटियाला ला रही थी कि विधायक पठानमाजरा और उनके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. विधायक ने एक पुलिसकर्मी पर अपनी कार चढ़ाकर फरार हो गए. विधायक और उनके साथी एक स्कॉर्पियो और एक फॉर्च्यूनर लेकर फरार हो गए. पुलिस ने फॉर्च्यूनर कार को तो पकड़ लिया है. इसमें से तीन पिस्टल मिली है. लेकिन स्कॉर्पियो में सवार विधायक फरार हैं.
पुलिस ने उनकी तलाश में शुरू कर दी है. पुलिस सूत्रों का दावा है कि पंजाब पुलिस की टीम अब हरियाणा पुलिस के संपर्क में है ताकि पठानमाजरा के खिलाफ एक पुलिसकर्मी पर गोली चलाकर उसे घायल करने का एक और मामला दर्ज किया जा सके.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पठानमाजरा के वकील सिमरनजीत सिंह सग्गू का कहना है कि विधायक को गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार किया गया. मामला हाईकोर्ट में पेंडिंग था और जांच रोपड़ रेंज के पुलिस DIG को सौंप दी गई थी, ऐसे में गिरफ्तारी गैर-कानूनी है. उन्होंने दावा किया कि FIR इसलिए दर्ज की गई क्योंकि उन्होंने पार्टी की आलोचना की थी.
उधर गिरफ्तारी से पहले मंगलवार 2 सितंबर की सुबह विधायक ने एक वीडियो जारी कर दावा किया कि मामला राजनीति से प्रेरित है. उन्होंने आम आदमी पार्टी के दिल्ली नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए. दावा किया कि पंजाब पर अवैध रूप से शासन करने और आवाज उठाने के लिए उन्हें निशाना बनाया गया है. कहा कि पार्टी के लोग उनके खिलाफ FIR दर्ज कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि वह जेल में रह सकते हैं. लेकिन उनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता. उनके वकील एडवोकेट सिमरनजीत सिंह सग्गू ने सभी आरोपों को निराधार बताया.
गौरतलब है कि विधायक का हाल ही में पटियाला में बाढ़ से निपटने को लेकर अपनी ही सरकार से टकराव हुआ था. उन्होंने सीनियर अधिकारियों पर टांगरी जैसी नदियों की सफाई के बार-बार अनुरोधों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया. उन्होंने चेतावनी दी थी कि इससे गांवों में बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बदले की कार्रवाई में उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई और स्थानीय पुलिस अधिकारियों का ट्रांफसर कर दिया गया.
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