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शरीर ठीक से नहीं पचा पा रहा प्रोटीन, कैसे पता चलता है?

शरीर में प्रोटीन न पचने की कई वजहें हो सकती हैं. जैसे पेट में कम एसिड बनना. अगर पेट में पर्याप्त हाइड्रोक्लोरिक एसिड नहीं बनता तो प्रोटीन सही से नहीं टूटता. जिसकी वजह से वो ठीक तरह नहीं पच पाता.

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प्रोटीन को शरीर का बिल्डिंग ब्लॉक कहा जाता है (फोटो: Getty Images)

प्रोटीन हमारी बेसिक ज़रूरत है. इसे शरीर का बिल्डिंग ब्लॉक कहा जाता है. हमारे शरीर में जितने भी सेल्स हैं. उन सबमें प्रोटीन होता है. शरीर के हर अंग को प्रोटीन की ज़रूरत होती है.

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अब कई लोग पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन खाते तो हैं. फिर भी उनके शरीर में इसकी कमी हो जाती है. ऐसा प्रोटीन सही से न पचने की वजह से होता है. जब शरीर में प्रोटीन नहीं पचता, तब कुछ लक्षण दिखाई देते हैं. 

शरीर में प्रोटीन ठीक तरह पच क्यों नहीं पाता और उसके क्या लक्षण हैं, ये हमें बताया डाइटिशियन गिन्नी कालरा ने.

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गिन्नी कालरा, डाइटिशियन, आकाश हेल्थकेयर, नई दिल्ली

डाइटिशियन गिन्नी कहती हैं कि शरीर में प्रोटीन न पचने की कई वजहें हो सकती हैं. जैसे पेट में कम एसिड बनना. अगर पेट में पर्याप्त हाइड्रो-क्लोरिक एसिड यानी HCL नहीं बन रहा. तो प्रोटीन सही से नहीं टूटता. कई बार ज़रूरी एंज़ाइम्स की कमी होने पर भी प्रोटीन को टूटने में मुश्किल आती है. जिसकी वजह से वो ठीक तरह नहीं पच पाता.

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अगर पेट में गुड बैक्टीरिया और बैड बैक्टीरिया के बीच बैलेंस बिगड़ा हुआ है, और ऐसे में ज़्यादा प्रोटीन ले लिया जाए या ऐसा प्रोटीन खाया जाए, जिसे पचाना मुश्किल होता है. जैसे रेड मीट. तब भी प्रोटीन को पचने में दिक्कत आ सकती है.

अगर ऐसा होता है तो शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है. तब आपको कुछ लक्षण दिखाई देते हैं. जैसे ब्लोटिंग और गैस बनना. दरअसल प्रोटीन हमारे पेट में हाइड्रो-क्लोरिक एसिड और पेप्सिन एंजाइम की मदद से टूटकर छोटे-छोटे अमीनो एसिड में बदलता है. अगर पेट में एसिड कम बने या एंजाइम की कमी हो जाए, तो प्रोटीन अधपचा रह जाता है. जिससे पेट में भारीपन, एसिडिटी और ब्लोटिंग होने लगती है. कब्ज़ या दस्त भी लग सकते हैं.

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प्रोटीन ठीक से न पचने पर कई दिक्कतें होती हैं (फोटो: Getty Images)

जब प्रोटीन सही से नहीं पचता. तब इसकी ज़रूरत-भर मात्रा भी शरीर को नहीं मिलती. नतीजा? सुस्ती और कमज़ोरी महसूस होती है. मांसपेशियां कमज़ोर होने लगती हैं. देखिए, प्रोटीन की कमी होने पर शरीर एनर्जी के लिए मांसपेशियों के टिशूज़ को तोड़ना शुरू कर देता है. इससे मसल मास घटने लगता है. और, मांसपेशियां कमज़ोर हो जाती हैं. शरीर जल्दी थकने लगता है. कोई भारी सामान उठाना, ताकत लगाना मुश्किल हो जाता है.

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प्रोटीन के सही से न पचने पर घाव भी देर से भरते हैं. दरअसल, प्रोटीन शरीर के टिशूज़ की मरम्मत करता है. जिससे घाव जल्दी भरते हैं. लेकिन, प्रोटीन सही से एब्ज़ॉर्व न होने पर घावों को भरने में ज़्यादा समय लगता है.

इतना ही नहीं, अगर शरीर को कम प्रोटीन मिलता तो नाखून आसानी से टूटने लगते हैं. बाल कमज़ोर होकर झड़ने लगते हैं. स्किन भी रूखी हो जाती है.

अब प्रोटीन सही से पचे, इसके लिए खाने को अच्छी तरह चबाएं. अपने खाने में प्रोबायोटिक्स और फाइबर शामिल करें. जैसे दही, छाछ, फल, हरी सब्ज़ियां वगैरह. साथ ही, खाने के साथ बहुत ज़्यादा पानी न पिएं. बहुत भारी या प्रोसेस्ड प्रोटीन खाने से बचें. अगर दिक्कत दूर न हो, तो डॉक्टर से मिलें.

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