हिंडनबर्ग रिसर्च वाले नाथन एंडरसन के साथ दिखे राहुल गांधी. इस दावे के साथ सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल है. तस्वीर में राहुल गांधी के बगल में एक शख्स खड़ा है जिसे हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी का मालिक नाथन एंडरसन बताया जा रहा है.
हिंडनबर्ग वाले नाथन एंडरसन से मिले थे राहुल गांधी? ये है वायरल तस्वीर की कहानी
राहुल गांधी के साथ खड़े शख्स को नाथन एंडरसन बताया जा रहा है.


एक ट्विटर यूज़र जय सिंह सेंगर वंदेमातरम् ने वायरल तस्वीर ट्वीट कर लिखा, (आर्काइव)
'देख रहे हो विनोद मामा भांजे की एक पुरानी यादगार तस्वीर ! ये वही मामा नाथन एंडरसन है जिसने हिंडेनबर्ग नाम का किला बना कर गिफ्ट में दिया था भांजे को !'

एक और ट्विटर यूज़र जीबू सिन्हा ने लिखा, (आर्काइव)
'रिश्ता गोरों से सदियों व पुश्तों पुराना है..! ये पप्पू कांग्रेस के युवराज के साथ खड़े हैं महाशय हिडनबर्ग के चीफ 'नाथन ऐन्डर्सन' हैं. दलाली की कीमत तो जरूर चुकानी होगी. अब कुछ समझाना है आपको या समझे अडानी खेल.'

फेसबुक यूज़र्स भी वायरल फोटो को ऐसे ही मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर कर रहे हैं.
'दी लल्लनटॉप' ने वायरल दावे का सच जानने के लिए पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला. तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति जर्मनी के नेता नील्स एनन हैं न कि नाथन एंडरसन.
सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च की मदद से खोजा. सर्च से हमें NDTV की वेबसाइट पर 23 अगस्त, 2018 को पब्लिश हुई रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक,
राहुल गांधी ने अपने जर्मनी दौरे पर राज्यमंत्री और संसद सदस्य नील्स एनन से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने राजनीति, केरल में बाढ़, जीएसटी और नौकरियों पर चर्चा की.

राहुल के साथ मुलाकात की तस्वीर को नील्स एनन ने अपने आधिकारिक ट्विटर से ट्वीट कर लिखा था,
'हैम्बर्ग में अपने निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का स्वागत किया. भारत एक महत्वपूर्ण सहयोगी और घनिष्ठ मित्र है.'
22 अगस्त, 2018 को मुलाकात की तस्वीरें कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से भी ट्वीट की गईं थीं. इसमें पहली फोटो वायरल तस्वीर हैं जबकि दूसरी फोटो में राहुल के साथ शशि थरूर और सैम पित्रोदा नज़र आ रहे हैं.
इन्हीं तस्वीरों को राहुल गांधी ने अपने वेरिफाइड फेसबुक पेज से 22 अगस्त 2018 को शेयर किया था.
अगर आप नाथन एंडरसन और नील्स एनन की तुलना करेंगे तो पाएंगे कि दोनों के चेहरों में ऐसी कोई समानता नहीं है जिससे भ्रामक स्थिति पैदा हो.

‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल गांधी साल 2018 के अगस्त महीने में ब्रिटेन और जर्मनी की यात्रा पर थे. राहुल की इस यात्रा का मकसद प्रवासी भारतीयों से संवाद स्थापित करना था. इस दौरान राहुल ने हैम्बर्ग और बर्लिन में जनसभाओं को संबोधित किया था.
नतीजाजिस तस्वीर के आधार पर राहुल गांधी की मुलाकात का नाथन एंडरसन से मुलाकात का दावा किया जा रहा है वो असल में जर्मनी के मंत्री से मुलाकात की है. साल 2018 में राहुल जर्मनी और ब्रिटेन के दौरे पर थे और इस दौरान राहुल ने जर्मनी के मंत्री नील्स एनन से मुलाकात की थी.
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