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दिल्ली हिंसा के बाद तलवार लेकर पुलिस की रक्षा कर रहे हैं भगवाधारी? दावा वायरल

सोशल मीडिया पर पुलिस के साथ चल रहे भगवाधारियों की तस्वीर वायरल हो रही है.

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वायरल दावे के साथ मौजूद तस्वीर.

दावा

बीते दिनों हिंदू नववर्ष, रामनवमी और हनुमान जयंती जैसे त्योहारों पर देश के अलग-अलग राज्यों में निकाली गयी शोभायात्राओं पर पथराव के वीडियो सामने आए थे. गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, झारखंड जैसे राज्यों में हिंसा भड़की और आगजनी हुई. हनुमान जयंती के दिन दिल्ली के जहांगीरपुरी से निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव और हमले के वीडियो वायरल हुए थे. मीडिया रिपोर्ट्स  के मुताबिक, इस हिंसा में 9 लोग घायल हुए, जिसमें 7 पुलिसवाले शामिल हैं.

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अब दिल्ली हिंसा से जुड़ा एक दावा सोशल मीडिया पर वायरल है. वायरल दावे में शेयर हो रही तस्वीर में कुछ पुलिसवाले सड़क पर चलते नज़र आ रहे हैं और उनके साथ भगवा गमछा पहने दो लड़के भी दिखाई दे रहे हैं. इनमें से एक लड़के ने अपने हाथों में डंडा पकड़ा हुआ है. तंज कसते हुए दावा है कि दिल्ली पुलिस ने अपनी रक्षा के लिए भगवा गमछाधारी सुरक्षाकर्मी रखे हुए हैं.

कई और सोशल मीडिया यूज़र्स ने दिल्ली पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए लिखा – (आर्काइव)

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हाथमे तलवार लेकर दिल्ली पुलिस की रक्षा करते धर्मरक्षक..

पड़ताल

‘दी लल्लनटॉप’ की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला. दावे के साथ मौजूद तस्वीर दिल्ली की नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के बदायूं की है.

सबसे पहले रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें अप्रैल 2020 के कई ऐसे ट्वीट मिले जिनमें वायरल तस्वीर को बदायूं का बताया जा रहा है. साथ ही बदायूं पुलिस से सोशल मीडिया यूज़र्स का सवाल था कि पुलिस के साथ भगवा गमछे में कौन हैं? संभवत: ये कोरोना की पहली लहर के ट्वीट हैं जब लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घरों में कैद थे.

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यहां से क्लू लेकर जब हमने और अधिक खोजा तो तस्वीर से जुड़ा एक वीडियो मिला. साल 2020 में इस वीडियो को कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने शेयर कर बदायूं पुलिस से साथ चल रहे लोगों के बारे में सवाल पूछे थे. 

20 अप्रैल, 2020 को ट्वीट कर बदायूं पुलिस ने जानकारी दी थी कि, (आर्काइव)

तस्वीर में दिख रहे लड़कों का नाम मुकेश कुमार और सुनील गुर्जर है. दोनों ही लोग कोरोना वारियर्स हैं जो अलग-अलग मोहल्लों में जाकर लोगों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने तथा अपने-अपने घरों में रहने की अपील की कर रहे हैं. 

इससे साफ है कि वायरल तस्वीर दिल्ली में जहांगीरपुरी हिंसा से नहीं जुड़ी है.

नतीजा

‘दी लल्लनटॉप’ की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ है. वायरल तस्वीर दिल्ली की नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के बदायूं की है. साल 2020 की इस तस्वीर में दिख रहे लड़कों का नाम मुकेश कुमार और सुनील गुर्जर है. पुलिस ने दोनों लोगों को कोरोना वारियर्स बताया था, जो अलग-अलग मोहल्लों में जाकर लोगों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने और अपने-अपने घरों में रहने की अपील की कर रहे थे.

वीडियो: कश्मीर में तिरंगे का अपमान और गाय काटने का दावा वायरल

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