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पड़ताल: होम्योपैथिक दवा ASPIDOSPERMA-Q से ऑक्सीजन लेवल नहीं बढ़ेगा, दावा भ्रामक है

इससे पहले आर्सेनिक एल्बम नाम की होम्योपैथिक दवा को भी इलाज बताया गया था.

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दावा-ASPIDOSPERMA नाम की होमियोपैथी दवा लेने से ऑक्सीजन लेवल तुरंत मेंटेन हो जाता है और हमेशा बना रहता है. (फ़ोटो- PTI/सोशल मीडिया)
दावा भारत में कोरोना की दूसरी लहर से अस्पतालों और आम लोगों को ऑक्सीजन की भारी किल्लत की सामना करना पड़ा है. अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के चलते कई जानें चली गई हैं. सांस लेने में तकलीफ़ होने पर मरीजों को कृत्रिम तरीके से ऑक्सीजन की तत्काल जरूरत पड़ती है.
ऐसे में सोशल मीडिया पर एक होम्योपैथिक दवा ASPIDOSPERMA Q की एक तस्वीर वायरल है. दावा किया जा रहा है कि
"इस दवा की 20 बूंद एक कप पानी में लेने से ऑक्सीजन लेवल तुरंत मेंटेन हो जाएगा, जो हमेशा बना रहेगा. इसलिए ऑक्सीजन ढूंढने में समय बर्बाद न करें."
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फेसबुक पर वायरल दावा.


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ट्विटर यूजर सैयद अकरम खान का ट्वीट. 


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वॉट्सऐप पर वायरल मेसेज.


ट्विटर पर पड़ताल के पाठक शुभम ने सच्चाई जाननी चाहिए है. पड़ताल 'दी लल्लनटॉप' ने वायरल दावे की पड़ताल की. हमारी पड़ताल में होम्योपैथिक दवा ASPIDOSPERMA-Q से ऑक्सीजन लेवल तुरंत मेंटेन होने और हमेशा बने रहने का दावा भ्रामक निकला. कुछ समय के लिए जरूर इस दवा से ऑक्सीजन लेवल थोड़ा बढ़ सकता है. लेकिन बिना क्वालिफाइड डॉक्टर की सलाह लिए इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इस दवा से कोरोना इंफेक्शन के इलाज में में कोई राहत नहीं मिलती है.
इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, चंडीगढ़ के प्रिंसिपल संदीप पुरी से बात की. उन्होंने 'दी लल्लनटॉप' को बताया-
"CCRH (सेंट्रल कांउसिल फॉर रीसर्च इन होम्योपैथी) ने गाइडलाइंस जारी कर दी हैं कि बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई भी होम्योपैथिक दवा कोरोना मरीजों को नहीं लेनी चाहिए. किसी को सांस लेने तकलीफ हो रही है, अस्थमा है उसको इस दवा से थोड़ी देर के लिए आराम मिला जाएगा. लेकिन इससे कोविड के लक्षण में कोई आराम नहीं मिलेगा. इससे केवल ऑक्सीजन लेवल अगर थोड़ा कम हो तो ठीक हो सकता है. कई और होम्योपैथिक दवाओं के नाम ऑक्सीजन लेवल मेंटेन करने के नाम पर इन दिनों वायरल हैं. लेकिन किसी भी दवा को बिना डॉक्टर से सलाह लिए बिल्कुल ना लें."
सेंट्रल कांउसिल फॉर रीसर्च इन होम्योपैथी की पूरी गाइडलाइंस आप यहां पढ़ सकते हैं.

हमने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ होम्योपैथी, कोलकाता के डायरेक्टर डॉ. सुभाष सिंह से भी इस दवा के बारे में बात की. उन्होंने भी हमें यही जानकारी दी. उन्होंने 'दी लल्लनटॉप' से बताया-
"ASPIDOSPERMA होम्योपैथिक की लगभग 200 साल पुरानी दवा है. ये दवा खून में ऑक्सीजन सप्लाई करने की क्षमता को जरूर बढ़ाती है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हर किसी को हम हर कंडीशन में इसे दें. इस दवा से या किसी भी दूसरे होम्योपैथिक की दवा से कोविड इंफेक्शन कम नहीं होता है. बिना किसी क्वालिफाइड डॉक्टर की सलाह के इस दवा को लेना सही नहीं होगा. हम लोग कोविड के लिए कई दवाओं पर रिसर्च कर रहे हैं. लेकिन अभी किसी का परिणाम नहीं आया है."
हमें रिजिनल रिसर्च इंस्टीट्यूट (होम्योपैथी), इंफाल
के ट्विटर हैंडल पर केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद, दिल्ली की तरफ जारी नोटिस मिला. इसमें साफ़ तौर पर हिंदी और अंग्रेजी में लिखा है-
"कोविड-19 के इलाज के लिए किसी भी होम्योपैथिक दवा को बिना क्वालिफाइड होम्योपैथिक फिजिशियन की सलाह के नहीं लेना चाहिए. खुद से इलाज करना घातक हो सकता है. मास्क पहनें, हाथों को साफ रखें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें."
(आर्काइव
)
सरकारी सूचनाओं की नोडल एजेंसी- प्रेस इंफोर्मेशन ब्यूरो ने अपने फैक्ट चेक हैंडल से ASPIDOSPERMA Q दवा से ऑक्सीजन बढ़ने के दावे को भ्रामक बताया है. इससे पहले एक और होम्योपैथिक दवा आर्सेनिक एल्बम को कोरोना के इलाज के तौर पर पेश किया गया था. तब भी 'लल्लनटॉप' ने बताया था कि होम्योपैथिक दवा 'आर्सेनिकम एल्बम 30' आपको कोरोनावायरस से नहीं बचाएगी
. नतीजा हमारी पड़ताल में होम्योपैथिक दवा ASPIDOSPERMA Q से ऑक्सीजन लेवल में स्थायी सुधार होने का दावा करते पोस्ट भ्रामक निकले. इस दवा से थोड़े समय के लिए शरीर का ऑक्सीजन लेवल बढ़ सकता है, लेकिन हमेशा के लिए स्थिर नहीं रहता. ASPIDOSPERMA Q से कोविड के इलाज में कोई फायदा नहीं होता. होम्योपैथिक एक्सपर्ट्स ने 'दी लल्लनटॉप' को बताया कि ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के नाम वायरल होम्योपैथिक दवाओं को बिना क्वालिफाइड होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए. ऐसा करना कोविड मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
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