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पड़ताल: 2000 रुपये के नोट के बंद होने से जुड़ी खबर का सच?

फोटो भी सही है, ख़बर छपी भी थी लेकिन छोटी सी शरारत ने भ्रम फैला दिया.

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दावा वायरल है कि RBI 2000 के नोट बंद कर रहा है.
दावा सोशल मीडिया पर एक अख़बार की क्लिप वायरल हो रही है. इस क्लिप में लिखा हुआ दिख रहा है कि
रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया 2000 रुपए के नोट वापस ले रहा है. 31 दिसंबर के बाद बदले नहीं जा सकेंगे 2000 रुपए के नोट!
ये फोटो वॉट्सएप पर वायरल हो रही है.
वायरल दावा.
वायरल दावा.

क्या है वायरल क्लिप में वायरल फोटो हिंदी अख़बार दैनिक पूर्वोदय के एक हिस्से की है. इस अख़बार पर 1 दिसंबर तारीख अंकित है. साथ में गुवाहाटी लिखा दिख रहा है. दैनिक पूर्वोदय की वेबसाइट का पता भी इसमें लिखा हुआ है. dainikpurvoday.com भी इसमें लिखी हुई है. नीचे लिखे आर्टिकल की पहली ही लाइन में लिखा हुआ है कि
रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया 2000 रुपए के नोट वापस ले रहा है. 2000 रुपए के नोट 31 दिसंबर के बाद बदले नहीं जा सकेंगे. इसलिए आप अपने पास रखे 2000 के नोट बदलना आरंभ कर दीजिए.
इसके अलावा लिखा दिख रहा है कि एक बार में 50,000 रुपए मूल्य के नोट बदले जा सकेंगे.
वायरल दावा.
वायरल दावा.

पड़ताल हमारी पड़ताल में ये दावा भ्रामक निकला. दरअसल, दैनिक पूर्वोदय अख़बार
के आर्टिकल की इस फोटो को शरारतपूर्ण ढ़ंग से वायरल किया जा रहा है. दैनिक पूर्वोदय ने इस दावे की पड़ताल थी. जिस हिस्से को वायरल किया जा रहा है, वो अख़बार में लिखा दावा था. यानी वायरल दावे को ख़बर बताकर फैलाया जा रहा है.
वायरल फोटो में अख़बार छपने की तारीख़ और वेबसाइट लिखी हुई है. हमने इंटरनेट पर दैनिक पूर्वोदय का 1 दिसंबर 2019
को पब्लिश हुआ ई-पेपर खोजा. 1 दिसंबर के ई-पेपर में हमने पाया कि दैनिक पूर्वोदय की पहली लीड ख़बर एक पड़ताल थी. दरअसल, अख़बार ने 2000 रुपये के नोट चलन से बंद होने के दावे की पड़ताल की थी. अपनी पड़ताल में उन्होंने इसे ग़लत बताया था. रिपोर्ट की शुरुआत में दावा लिखा गया था. लेकिन अफवाह फैलाने वालों ने सिर्फ इसी दावे की फोटो वायरल की.
ये है पूरी तस्वीर. 1 दिसंबर 2019 का दैनिक पूर्वोदय ई-पेपर.
ये है पूरी तस्वीर. 1 दिसंबर 2019 का दैनिक पूर्वोदय ई-पेपर.

जब ये ख़बर इंटरनेट पर वायरल होने लगी तो खुद अख़बार ने भी स्पष्टिकरण दिया है. 8 दिसंबर के अंक में अख़बार ने इसी स्पष्टिकरण को फ्रंट पेज पर छापा है. अख़बार ने लिखा है कि
'2000 के नोट पूरी तरह से चलन में हैं. कुछ लोगों ने ख़बर का एक हिस्सा दिखाकर इसे वायरल कर दिया. 'दैनिक पूर्वोदय' फिर ख़बर छाप रहा है ताकि लोगों में किसी तरह का भ्रम न फैले.'
8 दिसंबर को दैनिक पूर्वोदय में छपा स्पष्टिकरण.
8 दिसंबर को दैनिक पूर्वोदय में छपा स्पष्टिकरण.

स्पष्टिकरण की हाई रेज़ॉल्यूशन फोटो
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दैनिक पूर्वोदय का स्पष्टिकरण.
दैनिक पूर्वोदय का स्पष्टिकरण.

हमने RBI की वेबसाइट
भी जांची. वहां भी 2000 रुपये का नोट बंद करने का कोई भी सर्कुलर जारी नहीं हुआ है.
नतीजा 2000 रुपये के नोट बंद होने से जुड़ी वायरल फोटो भ्रामक है. ये वायरल फोटो गुवाहाटी से 1 दिसंबर, 2019 को छपे दैनिक पूर्वोदय अख़बार की है. अख़बार ने इस दावे का फैक्ट चेक किया था. लेकिन ख़बर के जिस हिस्से में दावा लिखा था, सिर्फ उस हिस्से की फोटो खींचकर उसे शरारतपूर्ण ढंग से वायरल किया गया. दैनिक पूर्वोदय अख़बार ने भी 8 दिसंबर 2019 के अंक में स्पष्टिकरण देकर 2000 रुपये के नोट बंद होने से जुड़ी ख़बर और वायरल हो रही फोटो को गलत बताया है. इसके अलावा RBI की वेबसाइट पर भी कोई ऐसा सर्कुलर जारी नहीं हुआ है.
अगर आपको भी किसी ख़बर पर शक है तो हमें मेल करें- padtaalmail@gmail.com पर. हम दावे की पड़ताल करेंगे और आप तक सच पहुंचाएंगे



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