
शेयर किए जा रहे वायरल दावे के वीडियो का स्क्रीनशॉट.
पड़ताल 'दी लल्लनटॉप' ने वायरल हो रहे दावे की पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला. वायरल दावे में दिख रहे 500 रुपए के दोनों नोट असली हैं.
वायरल दावे की जांच के लिए हमने तस्वीर से जुड़े की-वर्ड्स को खोजा. इसके बाद हमें प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) के सोशल मीडिया हैंडल्स पर शेयर
की जा रही तस्वीर और वीडियो से जुड़ा एक फैक्टचेक पोस्ट मिला. इस पोस्ट में PIB ने 500 रुपए के नोट के साथ किये जा रहे दावों का खंडन किया है. PIB के मुताबिक, 500 रुपए के नोट पर मौजूद सिक्योरिटी वाली हरी पट्टी का महात्मा गांधी की तस्वीर के पास या दूर होने से कोई संबंध नहीं है. वायरल तस्वीर में दिख रहे 500 रुपए के दोनों नोट असली हैं. (आर्काइव
)
साथ ही इस पोस्ट में रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा जारी किया गया एक पीडीएफ
भी मिला जिसमे ₹500 के नोट की पहचान के तरीके मौजूद हैं. RBI ने कुल 17 ऐसे तरीके बताएं हैं जिनसे आप ₹500 के नोट के असली या नकली होने की पहचान कर सकते हैं.
क्या है ₹500 के नोट की पहचान ?
पीडीएफ
में मिली जानकारी के अनुसार, ₹500 के नोट पर ऐसे कई सिक्योरिटी फ़ीचर मौजूद हैं जिसकी मदद से हम असली नोट की पहचान कर सकते हैं. जैसे नोट को थोड़ा घुमाने पर उसकी हरी पट्टी का रंग नीली पट्टी में बदलना. साथ ही नोट पर मौजूद महात्मा गांधी की तस्वीर, अशोक चक्र और अन्य आइडेंटिफिकेशन मार्क्स का उभरा होना. नोट के दोनों तरफ पांच एंगुलर ब्लीड लाइन्स का होना आदि.

रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर मौजूद पीडीएफ का स्क्रीनशॉट.
नतीजा 'दी लल्लनटॉप' की पड़ताल में वायरल पोस्ट के साथ किया जा रहा दावा गलत निकला. 500 रुपए के नोट पर मौजूद सिक्योरिटी की हरी पट्टी का महात्मा गांधी की फ़ोटो के पास या दूर होने से नोट नक़ली नहीं होता है. वायरल दावे में दिख रहे 500 रुपए के दोनों नोट असली हैं.
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