The Lallantop

जब राम गोपाल वर्मा की फिल्म के लिए बंगले से निकलकर झुग्गियों में रहने लगे विवेक ओबेरॉय

राम गोपाल वर्मा ने सुरेश ओबेरॉय से ही पैसे लेकर विवेक को 'कंपनी' के लिए साइनिंग अमाउंट दिया था.

Advertisement
post-main-image
'कंपनी' विवेक ओबेरॉय के करियर की पहली फिल्म थी.

अमूमन लोग ऐसा मान बैठते हैं कि स्टारकिड्स को सब कुछ थाल में परोसकर मिल जाता है. मगर असलियत इससे थोड़ी अलग है. अगर ऐसा होता तो Vivek Oberoi को अपने करियर की शुरुआत में ऐसी चीज़ें फेस नहीं करनी पड़तीं. उन्होंने अपने फिल्म करियर की शुरुआत Ram Gopal Varma की कल्ट क्लासिक Company से की थी. मगर खुद को साबित करने के लिए उन्हें काफ़ी मुश्किलों से गुजरना पड़ा था.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

विवेक ओबेरॉय, नेशनल अवॉर्ड विनिंग एक्टर सुरेश ओबेरॉय के बेटे हैं. सुरेश ने 'मिर्च मसाला', 'डकैत', एक नई पहेली' और 'बेपनाह' जैसी कई फिल्मों में काम किया. इस हिसाब से देखें तो विवेक का स्वागत भी फिल्मों में खुले बांहों से होना चाहिए था. मगर ऐसा कुछ हुआ नहीं.

राम गोपाल वर्मा उन्हें अपनी फिल्म में लेने की सोच तो रहे थे, मगर वो विवेक को लेकर श्योर नहीं थे. उनके मन में ये बात थी कि बंगलों में रहने वाला ये लड़का 'कंपनी' का गैंगस्टर चंदू नागरे कैसे बनेगा? जब विवेक को ये बात पता चली, तो उन्होंने खुद को साबित करने की कसम खा ली. वो सब कुछ छोड़कर झुग्गियों में रहने चले गए.

Advertisement

पिंकविला से हुई बातचीत में विवेक बताते हैं,

"मैं गया और स्लम में रहने लगा. 6-7 हफ्ते मैं एक बस्ती में जाकर रहा. वहां भाड़े पर एक खोली ली और खोली में जाकर रहा. रात को बड़े-बड़े चूहे आते थे. ड्रम के अंदर से पानी निकालना पड़ता था. बाथरूम था नहीं. इसलिए आपको सुलभ शौचालय इस्तेमाल करना पड़ता था. लाइन में खड़े रहना पड़ता था. मैंने महसूस किया कि चंदू नागरे की लाइफ़ कैसी होगी. बीड़ी कैसे फूंकता है, चाय कैसे पीता है, बातें कैसे करता है."

इसके बावजूद विवेक के मन में शंका थी कि उन्हें इस रोल के लिए ऑडिशन भी करने को मिलेगा या नहीं. इसलिए कुछ समय बाद वो चंदू के लुक में राम गोपाल वर्मा के ऑफिस चले गए. रामू जब उनसे मिले और ऑडिशन लिया, तो इंप्रेस हो गए. रामू ने उनकी तारीफ़ करते हुए कहा,

Advertisement

"ज़बरदस्त ऑडिशन. मैंने इस तरह का ऑडिशन कभी नहीं देखा है."

इसके बाद रामू, विवेक को लेकर सुरेश ओबेरॉय के घर पहुंचे. उस वक्त सुरेश अपने बागीचे में पौधों को खाद-पानी दे रहे थे. जब रामू ने उन्हें बताया कि 'कंपनी' में विवेक को कास्ट कर लिया गया है, तो वो इमोशनल हो गए. रामू, विवेक को उनकी डेब्यू मूवी के लिए एक साइनिंग अमाउंट देना चाहते थे. मगर तब उनके पास कोई कैश नहीं था. ऐसे में उन्होंने सुरेश ओबेरॉय से 10 रुपये उधार लिए और विवेक को उनका पहला साइनिंग अमाउंट दिया. 

वीडियो: विवेक ओबेरॉय बोले, बुरे वक्त में अक्षय कुमार ने बहुत मदद की, अपने शोज़ मुझे दिलवा दिए

Advertisement