तुषार कपूर ने एक्टर हैं. फिल्में भी प्रोड्यूस करते हैं. सिंगल पैरेंट हैं. और अब राइटर भी हैं. उन्होंने The Bachelor Dad: My Journey To Fatherhood And More नाम की किताब लिखी है. इसके पीछे बड़ी सैवेज वजह है. तुषार IVF की मदद से 2016 में एक बेटे के पिता बने. अब वो जहां जाते, लोग उनसे पूछते कि आप मैनेज कैसे करते हैं. सब लोगों को अलग-अलग बताने की बजाय तुषार ने इस विषय पर किताब ही लिख डाली. हाल ही में वो एक इवेंट में पहुंचे, जहां एक्ट्रेस दिव्या दत्ता ने उनका इंटरव्यू लिया. इस बातचीत में तुषार ने स्टार किड होने के बारे में बात की. साथ में ये भी जोड़ा कि स्टार किड होना फिल्म लाइन में सफलता की गारंटी नहीं है. क्योंकि इंडस्ट्री सबको खुली बांहों से स्वीकार नहीं करती है.
तुषार कपूर ने बताया, करीना कपूर की वजह से सेट पर करना पड़ता था 12-14 घंटे इंतज़ार
तुषार ने कहा कि स्टार किड होना सफलता की गारंटी नहीं है. क्योंकि इंडस्ट्री सबको खुली बांहों से स्वीकार नहीं करती है.

तुषार कपूर, कसौली में हो रहे खुशवंत सिंह लिटरेरी फेस्टिवल में पहुंचे थे. यहां उनका एक्ट्रेस दिव्या दत्ता के साथ सेशन था. दिव्या ने उनसे आज कल मार्केट में छाए हुए आउटसाइडर-इन्साइडर वाली बहस पर बात की. इसके जवान में तुषार ने कहा कि वो खुद को भी आउटसाइडर यानी इंडस्ट्री के बाहर का ही मानते हैं. उन्होंने कहा-
''हर स्टार किड का स्वागत रेड कार्पेट बिछाकर नहीं किया जाता. मैं अपनी पहली फिल्म 'मुझे कुछ कहना है' की शूटिंग कर रहा था. इस दौरान मुझे दूसरी स्टार किड करीना कपूर का 12-14 घंटे तक इंतज़ार करना पड़ता था. क्योंकि वो एक साथ चार फिल्मों पर काम कर रही थीं. उनकी पहली फिल्म रिलीज़ भी नहीं थी, फिर वो इतनी डिमांड थीं. उन्होंने पहली फिल्म की रिलीज़ से पहले ही ये सारी फिल्में साइन कर ली थीं.''
इस किस्से के बारे में सुनकर ऐसा लग रहा है कि तुषार करीना के बारे में कोई बुरी बात बता रहे हैं. मगर असल में मामला अलग है. तुषार इस किस्से की मदद से ये बताना चाहते हैं कि करीना को इंडस्ट्री ने फुल गाजे-बाजे के साथ स्वीकार किया. मगर उनके साथ ऐसा नहीं हुआ. क्योंकि उन्हें स्टार किड होते हुए भी घंटों करीना का इंतज़ार करना पड़ता था.

करीना ने अपने करियर की शुरुआत जे.पी. दत्ता की फिल्म 'रिफ्यूजी' से की थी. ये करीना के साथ अभिषेक बच्चन की भी डेब्यू फिल्म थी. मगर इस फिल्म की रिलीज़ से पहले वो देश के तमाम सुपरस्टार्स के साथ फिल्में कर रही थीं. वो ऋतिक रौशन के साथ 'यादें' शूट कर रही थीं. अक्षय कुमार के साथ 'अजनबी' और शाहरुख खान के साथ 'असोका'. साथ-साथ में जीतेंद्र के बेटे तुषार की फिल्म 'मुझे कुछ कहना है' की भी शूटिंग चल रही थी. इसलिए इन हेवीवेट स्टार्स की फिल्मों से फारिग होने के बाद वो तुषार की फिल्म के सेट पर पहुंचती थीं. इस दौरान तुषार को अपनी फिल्म के सेट पर करीना का वेट करना पड़ता था.
'मुझे कुछ कहना है' टिकट खिड़की पर औसत परफॉर्मर रही. इसके बाद तमाम कोशिशों के बावजूद तुषार की फिल्में हिट न सकीं. अब वो अमूमन मल्टी-हीरो वाली फिल्मों में काम करते हैं. जैसे 'क्या कूल हैं हम' फिल्म सीरीज़. या 'गोलमाल' सीरीज़. तुषार कपूर आखिरी बार रोहित शेट्टी की 'सिम्बा' में दिखाई दिए थे. उन्होंने अरशद वारसी और श्रेयस तलपड़े के साथ फिल्म के गाने 'आंख मारे' में कैमियो किया था.
वीडियो देखें: तुषार कपूर ने बॉलीवुड में 20 साल पूरे होने पर किए खुलासे, बताया करीना से क्यों रहते थे दूर?