Superboys of Malegaon नाम से एक फिल्म आने वाली है. Reema Kagti इस फिल्म की डायरेक्टर हैं. Varun Grover ने ये फिल्म लिखी है. जल्द ही फिल्म का प्रीमियर Toronto International Film Festival में होने वाला है. उसके बाद जनवरी 2025 में सिनेमाघरों में उतरने वाली है. ये फिल्म एक असली कहानी पर आधारित है. कहानी इतनी वाइल्ड और इंस्पायरिंग है कि पहली बार सुनने पर यकीन भी ना हो.
Superboys of Malegaon: साल 2025 की सबसे इंस्पायरिंग फिल्म का ट्रेलर आया है
Reema Kagti और Varun Grover की Superboys of Malegaon ऐसी वास्तविक कहानी पर बनी है जिसके लिए 'स्ट्रेन्जर दैन फिक्शन' जैसा शब्द ईजाद हुआ है.

साल है 1997. महाराष्ट्र का मालेगांव. कहानी के केंद्र में नासिर है. फिल्मी-कीड़ा फुल. जीवन के हर फ्रेम में सिनेमा तलाशता है. नासिर खुद के स्तर पर पुरानी फिल्मों के सीन रीक्रिएट करने की कोशिश करता है. आसपास के लोगों से अच्छा रिस्पॉन्स मिलता है. खुद से सवाल करता है कि अगर मालेगांव के लोगों को ये पसंद आया तो अपनी फिल्म के लिए भी तैयार हैं. एक ऐसी फिल्म जो पूरी तरह से मालेगांव में बनेगी. पैसा नहीं है, कोई बात नहीं. जुगाड़ होगा. महंगा इक्विपमेंट नहीं, तो साइकिल पर कैमरा जोड़कर रिग बना लेंगे. प्रोफेशनल कैमरा नहीं तो शादी की रिकॉर्डिंग करने वाले दोस्त से मदद ले लेंगे. इस तरह नासिर और उसके दोस्त हिंदी सिनेमा की सबसे क्लासिक फिल्म ‘शोले’ को अपने हिसाब से बनाने निकले. क्या चुनौतियां आती हैं, रिश्ते बनते-बिगड़ते हैं, फिल्म बनाने के सफर में नासिर को ये सब देखना पड़ता है. लेकिन अंत में हासिल यही रहता है कि सपने देखना ज़रूरी हैं.
नासिर और उसके साथियों की कहानी पर फैज़ा अहमद खान ने साल 2008 में Supermen of Malegaon नाम की डाक्यूमेंट्री बनाई थी. इस डाक्यूमेंट्री को पहले सिंगापुर के एक टीवी चैनल के लिए बनाया गया था. लेकिन फिर दुनिया के सामने ऐसे खुली कि ध्यान भटकाना मुश्किल हो गया. रीमा कागती की फिल्म की कहानी इसी डाक्यूमेंट्री से प्रेरित है. नासिर और उसके दोस्तों ने मालेगांव की शक्ल हमेशा के लिए कैसे बदल दी, इस फिल्म की यही कहानी है. कास्ट में भारी-भरकम नाम हैं. आदर्श गौरव ने नासिर का रोल किया है. उनके अलावा विनीत कुमार सिंह, शशांक अरोड़ा, पल्लव सिंह और मुस्कान जाफरी जैसे एक्टर्स भी फिल्म का हिस्सा हैं. फरहान अख्तर, ज़ोया अख्तर, रीमा कागती और रितेश सिधवानी ने मिलकर इस फिल्म को प्रोड्यूस किया है.
Superboys of Malegaon के ट्रेलर से आपको पूरी कहानी का आइडिया लग जाता है. ये उस किस्म की फिल्म भी नहीं जहां मेकर्स कोई सस्पेंस रखें. ये सपने देखने और फिर जी जान से जुटकर उन्हें पूरा करने की कहानी है. सुनहरे सपनों को पूरा करने की कहानी. स्वप्निल सोनवाने की सिनेमैटोग्राफी विज़ुअल लेवल पर कहानी को उसका सुनहरापन देती है. ‘सुपरबॉयज़ ऑफ मालेगांव’ एक स्ट्रेन्जर दैन फिक्शन किस्म की कहानी है. बता दें कि जनवरी 2025 में ये सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी.
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