एक्टर सतीश कौशिक की मौत पर दिल्ली की एक महिला ने बड़ा दावा किया है. सान्वी मालू नाम की महिला ने अपने पति पर सतीश कौशिक की हत्या का आरोप लगाया है. सान्वी कुबेर ग्रुप के डायरेक्टर विकास मालू की दूसरी पत्नी हैं. सतीश कौशिक का निधन 9 मार्च को हुआ था. एक दिन पहले सतीश जिस फार्म हाउस पर होली पार्टी में शामिल थे, वो विकास मालू का ही है. सान्वी मालू ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को एक लेटर लिखकर अपने पति पर आरोप लगाया है. अब तक पुलिस ने बताया है कि सतीश कौशिक की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हुई है.
"सतीश कौशिक को मेरे पति ने मारा होगा"- बिजनेसमैन की पत्नी का दावा
"सतीश ने अस्पताल जाते हुए कहा था- मुझे बेटी के लिए जीना है."


इससे पहले सान्वी ने विकास मालू पर रेप का आरोप भी लगाया था. अब सान्वी के आरोपों के बाद दिल्ली पुलिस ने कहा है कि वो महिला के दावों की जांच की जा रही है. एक इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी को इसकी जांच करने को कहा गया है. महिला को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जाएगा. हालांकि सतीश कौशिक के परिवार ने अब तक ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सान्वी मालू ने लेटर में दावा किया कि सतीश कौशिक एक बार विदेश में विकास से अपने 15 करोड़ रुपए लेने आए थे. इस पर दोनों के बीच बहस हुई थी. बाद में विकास ने कहा था कि 15 करोड़ रुपए दे देगा. सान्वी ने ईमेल में लिखा,
"अब मुझे पता लगा कि मेरे पति विकास के फॉर्म हाउस पर सतीश कौशिक की मौत हुई है. मुझे शक है कि 15 करोड़ वापस नहीं देने के कारण उन्हें दवाई खिलाकर तो नहीं मार दिया गया. इसकी जांच होनी चाहिए."
एक दिन पहले न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि दिल्ली पुलिस की टीम साउथ वेस्ट दिल्ली के उस फार्म हाउस पर गई थी, जहां सतीश कौशिक थे. वहां से पुलिस को कुछ दवाइयां मिली हैं, जिनकी जांच की जा रही है. इनमें रेगुलर इस्तेमाल की जाने वाली डाइजीन और शुगर की दवाइयां भी थीं.
फार्म हाउस पर दिन में होली खेलने के बाद अगली सुबह सतीश कौशिक मुंबई निकलने वाले थे. उस दिन सतीश के साथ उनके मैनेजर संतोष राय भी मौजूद थे. संतोष ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि आधी रात 12 बजकर 5 मिनट पर सतीश जोर-जोर से उनका नाम लेकर बुलाने लगे. संतोष जब उनके रूम में गए तो सतीश ने बताया कि सांस लेने में दिक्कत हो रही है, उन्हें डॉक्टर के पास ले जाएं. संतोष के मुताबिक, रास्ते में उनके सीने का दर्द बढ़ने लगा. रास्ते में सतीश कहने लगे,
"मैं मरना नहीं चाहता, मुझे बचा लो. मुझे वंशिका (बेटी) के लिए जीना है. मुझे लगता है कि मैं नहीं बचूंगा. शशि (पत्नी) और वंशिका का खयाल रखना."
संतोष जब सतीश को फोर्टिस हॉस्पिटल ले जा रहे थे, तो रास्ते में ही उन्होंने रिस्पॉन्ड करना बंद कर दिया था. हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने चेक किया लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.
वीडियो: सतीश कौशिक के कैलेंडर, पप्पू पेजर, शराफत अली, मुथुस्वामी और काशीराम जैसे दमदार रोल्स की कहानी















.webp)


