Shruti Haasan, जल्द ही Rajinikanth की फिल्म Coolie में नज़र आने वाली हैं. इसी सिलसिले में उन्होंने एक इंटरव्यू दिया. इस इंटरव्यू में उन्होंने अपने को-एक्टर्स के बारे में बात की है. रणवीर इलाहाबादिया के पॉडकास्ट में श्रुति ने Rajinikanth, Kamal Haasan, Thalapathy Vijay, Pawan Kalyan और Prabhas के साथ काम करने का अनुभव बताया. उन्होंने बताया कि कौन सा एक्टर असल जिंदगी में कैसा है? सेट पर किस तरह बर्ताव करता है? लोगों के साथ किसका क्या रवैया रहता है?
थलपति विजय और पवन कल्याण जेंटमैन हैं, मगर प्रभास नहीं- श्रुति हासन
प्रभास और श्रुति हासन 'सलार' में साथ काम कर चुके हैं. बावजूद इसके श्रुति उन्हें जेंटलमैन नहीं मानतीं.

श्रुति हासन ने कहा,
“मुझे लगता है कि साउथ और बॉलीवुड के एक्टर्स में थोड़ा फर्क है. साउथ में एक्टर्स मानते हैं कि उन्होंने बर्ताव ठीक नहीं रखा, तो उनके सिर से सरस्वती का हाथ हट जाएगा. ज्ञान और कला की देवी उनसे रूठ जाएंगी. और इसीलिए साउथ सिनेमा में आर्ट, आर्टिस्ट और आर्ट बिज़नेस में विनम्रता है. उनमें वो डर है. साउथ के बड़े से बड़े स्टार भी उनकी सफलता को हल्के में नहीं लेते. सफलता के चरम पर भी वो विनम्रता नहीं छोड़ते.”
सफल होने का फ़लसफ़ा बताते हुए श्रुति ने कहा,
“सफल होने के लिए विनम्रता बेहद ज़रूरी है. यही कीवर्ड है. विनम्रता गई, तो सब चला जाएगा. मैं ये नहीं कह रही हूं कि साउथ सिनेमा में सब महान हैं. नहीं. मगर सफलता के बारे में सोचने का तरीका बॉलीवुड एक्टर्स से अलग है.”
2012 में श्रुति ने पवन कल्याण के साथ ‘गब्बर सिंह’ में काम किया था. ये श्रुति की शुरुआती फिल्मों में से एक है. अपना तजुर्बा बताते हुए श्रुति ने कहा कि पवन कल्याण और थलपति विजय जेंटलमेन हैं. शांत, विनम्र, सज्जन. मगर जैसे ही प्रभास का नाम आया, तो श्रुति ने असहमति जताई. उन्होंने कहा,
“पवन कल्याण सेट पर खेती के बारे में बात करते थे. गांवों के बारे में बात करते थे. जो अलग तो लगता था. मगर उनके साथ काम करते हुए मुझे बिल्कुल नहीं लगा था कि आगे चलकर वो पॉलिटिक्स में चले जाएंगे. जब मैंने उनके साथ फिल्म की तो मैं घबराई हुई थी. वो इतने बड़े स्टार थे और मैं बस शुरुआत कर रही थी. वो बहुत शांत और विनम्र इंसान हैं. तमिल स्टार विजय सर भी ऐसे ही हैं. जेंटलमैन.”
क्या प्रभास भी जेंटलमेन वाली इस लिस्ट में आते हैं? एक भी पल गंवाए बग़ैर श्रुति ने कहा,
“नहीं. वो बिल्कुल शांत नहीं हैं. मज़ेदार हैं. ‘सलार’ के समय जब उनसे बात हुई, तो मैंने जाना कि उन्हें जो भी मिला है, उसके लिए वो शुक्रगुज़ार हैं. मगर किसी-किसी दिन वो बिल्कुल बेपरवाह हो जाते हैं. ईमानदारी से कहूं तो ऐसा लगता है जैसे वो अब भी सीख रहे हैं. समझ रहे हैं. उन्हें बिल्कुल न्यूकमर की तरह देखा जाता है. कह सकते हैं कि उनमें बचपना है. मगर वो उतने ही होशियार भी हैं. ये कॉम्बिनेशन आकर्षित करता है.”
श्रुति ने अपने पिता कमल हासन और रजनीकांत के साथ काम करने का अनुभव भी बताया. कहा,
"रजनीकांत अपने साथ अपना सुपरस्टार होने का बैगेज लेकर नहीं चलते. मैंने ‘कुली’ में उनके साथ काम किया. वो बहुत शार्प हैं. मगर उतने ही ज़मीनी हैं. और सबकी फिक्र करते हैं. वहीं मेरे पापा ‘अहं ब्रह्मास्मि तत्वं असि’ टाइप इंसान हैं. उन्होंने मुझे डीमन लेंसेज़ और पिंक बालों में भी देखा है. (हंसते हुए कहती हैं) बेचारे मेरे पापा… उन्होंने मेरा रेबेल मोड देखा है. और वो सब उन्होंने मुझे करने दिया."
श्रुति के वर्कफ्रंट की बात करें तो पवन कल्याण के साथ उन्होंने तीन फिल्में की हैं. ‘गब्बर सिंह’, ‘कतमारयुडु’ (2017) और ‘वकील साब’ (2021). थलपति विजय के साथ वो ‘पुली’ (2015) में नज़र आई थीं. अब वो रजनीकांत के साथ ‘कुली’ में दिखेंगी. जो 14 अगस्त को रिलीज़ हो रही है.
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