ज़ोहरा सहगल. पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण. एक्टर और डांसर. 2014 में ज़ोहरा 102 बरस की उम्र में दुनिया छोड़ गई थीं. टीवी इंडस्ट्री में उन्होंने कई सालों तक काम किया. अमिताभ बच्चन उनके जीवन जीने के तरीके से इतने प्रभावित थे कि जोहरा को '100 साल की बच्ची' कहते थे. आज उन्हीं जोहरा सहगल का जन्मदिन है. ज़िंदगी, प्यार, ख़ूबसूरती और मौत पर जोहरा सहगल की कही ये नायाब 10 बातें आप भी पढ़िए -
ज़ोहरा सहगल की ज़िंदगी से भरी ये 10 बातें सुनकर उनकी ज़िंदादिली को सलाम करेंगे
कई फ़िल्मों और टीवी धारावाहिकों में काम कर चुकीं ज़ोहरा सहगल का आज बड्डे है.

जीवन के प्रति ज़ोहरा सहगल का नज़रिया हमेशा ही जीवन से भरपूर रहा
#1 ज़िंदगी मुश्किल रही, लेकिन मैं उससे ज़्यादा मज़बूत रही. मैंने ज़िंदगी को उसी के खेल में हरा दिया.
#2 आप मुझे अब देख रहे हैं, जब मैं बूढ़ी और बदसूरत हूं. आपको मुझे तब देखना चाहिए था, जब मैं जवान और बदसूरत थी.
#3 काम के प्रति लगाव आपको ख़ूबसूरत बनाता है, और ये तभी हो सकता है जब आपको अपने काम से प्यार हो.
#4 ज़िंदगी और काम के लिए प्यार शायद मेरी भीतरी ख़ूबसूरती बनकर जगमगाता है.
#5 अगर आपके जीवन में हंसी ना हो तो जीवन बोझ बन जाएगा.
#6 हंसने-हंसाने की आदत हो तो आप दुःख का मज़ाकिया चेहरा भी देख सकते हैं.
#7 मुझे बचपन में ही पता था कि ज़िंदगी में कभी ‘रियर व्यू मिरर’ से काम नहीं लेना चाहिए.
#8 ख़ूब ज़्यादा दिनों तक ज़िंदा रहने के लिए आपके रिश्ते सबसे बड़ा खज़ाना हैं.
#9 कौन कहता है बुढ़ापे में ज़िंदगी बोर करती है? अगर आपमें वो बात नहीं, तो इसके लिए जवानी काफ़ी है.
#10 ज़िंदगी जीने का सबसे अच्छा तरीका है, मरने से बचने के लिए नहीं बल्कि ज़िंदगी जीने के लिए ज़िंदा रहिए.
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