Ranveer Singh स्टारर Dhurandhar की रिलीज़ में अब 3 दिन से भी कम समय बचा है. 05 दिसंबर को ये फिल्म सिनेमाघरों में उतर रही है. Central Board of Film Certification यानी Censor Board इसे हरी झंडी दे चुकी है. और जैसी उम्मीद थी, फिल्म को A सर्टिफिकेट दिया गया है. हालांकि ऐसा करने से पहले बोर्ड ने फिल्म में कई काट-छांट भी की है.
सेंसर बोर्ड ने 'धुरंधर' में 7 बदलाव करवाए, फिर भी A सर्टिफिकेट दे डाला
सेंसर बोर्ड ने रणवीर की 'धुरंधर' के मेजर मोहित शर्मा के जीवन पर आधारित होने के मसले की भी जांच की. और अपना पक्ष साफ किया.
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बॉलीवुड हंगामा ने कुछ दिन पहले ये जानकारी दी थी कि 'धुरंधर' की टोटल लेंग्थ 3 घंटे 32 मिनट के आसपास रहने वाली है. मगर सेंसर सर्टिफिकेट मिलने के बाद फिल्म इससे भी लंबी निकली. ‘धुरंधर’ का फाइनल कट 214.01 मिनट का रहने वाला है. दूसरे शब्दों में बताएं तो ये 3 घंटा 34 मिनट 01 सेकेंड. इस तरह ये पिछले 17 सालों की सबसे लंबी मूवी बन गई है. ‘धुरंधर’ से पहले ये रिकॉर्ड ऋतिक रोशन-ऐश्वर्या राय बच्चन स्टारर 'जोधा-अकबर' के नाम पर था. उस फिल्म की टोटल लेंथ 214 मिनट की थी. केवल 1 सेकेंड के अंतर से यहां मामला 19-20 का हो गया.
खैर, सेंसर बोर्ड ने ‘धुरंधर’ को A यानी एडल्ट सर्टिफिकेट दिया है. यानी इसे 18 साल से ऊपर के लोग ही थिएटर्स में देख सकते हैं. फिल्म के ट्रेलर में दिखे वॉयलेंस के बाद ऐसा होना पहले से ही तय माना जा रहा था. मगर जो बात गौर करने वाली है, वो ये कि ‘धुरंधर’ रणवीर सिंह के 15 साल लंबे करियर की पहली ऐसी मूवी है, जिसे सेंसर बोर्ड ने A सर्टिफिकेट दिया है.
‘धुरंधर’ में सेंसर बोर्ड ने जो कट्स लगाए, वो कुछ यूं हैं-
1) शुरुआती डिस्क्लेमर में वॉइस ओवर जोड़ने की सलाह दी गई. इस वॉइसओवर को मैच करने के लिए डिस्क्लेमर की लेंथ हल्की बढ़ाई गई है.
2) जिन सीन्स में किरदारों को ड्रग्स या सिगरेट पीते दिखाया गया है, वहां 'नो स्मोकिंग' और 'से नो टू ड्रग्स' जैसी चेतावनी जोड़ने को कहा गया.
3) शुरुआत में दिखे वॉयलेंट सीन्स को डिलीट करवाया गया. उनकी जगह दूसरे शॉट्स लगाए गए.
4) सेकेंड हाफ़ में वॉयलेंट सीन्स को कम करने के निर्देश दिए गए.
5) फिल्म में एक मंत्री के किरदार का नाम बदलवाया गया.
6) एक गाली को म्यूट करवा दिया गया.
7) एंड क्रेडिट्स में गाना और कुछ दूसरे सीन्स जोड़े गए.
इन बदलावों के अलावा सेंसर बोर्ड ने मेजर मोहित शर्मा से जुड़े मामले पर भी अपना जवाब दे दिया है. दरअसल, शहीद मेजर मोहित शर्मा के माता-पिता ने इस मूवी के खिलाफ़ दिल्ली हाई कोर्ट में पिटीशन फ़ाइल की थी. उनका कहना था कि ये फिल्म उनके बेटे के जीवन से प्रेरित हो सकती है. कोर्ट ने इस मामले को सुनने के बाद सेंसर बोर्ड को आदेश दिया था कि वो सर्टिफिकेशन के वक्त इस मसले की भी जांच करें.
बोर्ड ने फिल्म देखी और स्पष्ट किया कि इसका मेजर मोहित शर्मा से कोई संबंध नहीं है. न उनके जीवन, न मिशन, न ही किसी अन्य सर्विस से. अपने कन्कलूजन में उन्होंने बताया कि ये फिल्म एक फिक्शन है. मेकर्स इसके डिस्क्लेमर में इस बात को स्पष्ट कर चुके हैं कि इसका किसी भी वास्तविक घटना या व्यक्ति से मेल खाना पूरी तरह इत्तेफाक है. यानी अब 05 दिसंबर को फैंस बिना किसी बाधा के, सिनेमाघरों में इस फिल्म का लुत्फ़ उठा सकेंगे.
वीडियो: रणवीर सिंह की 'धुरंधर' में नजर आएंगे ये बड़े एक्टर्स













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